जशपुर: आस्ता में बीते दिनों पहले मवेशी तस्करी को लेकर हुए हंगामा केस में पुलिस ने 8 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. मामले में पुलिस ने इन आरोपियों को महामारी अधिनियम का उल्घंन करते हुए हंगामा करने सहित अन्य धाराओं के तहत अपराध दर्ज कर गिरफ्तार किया है. साथ ही अन्य आरोपियों को गिरफ्तार करने में पुलिस लगी हुई है. आस्ता में मवेशी तस्करी को लेकर किए गए चक्काजाम और हंगामा के मामले में पुलिस ने 100 से ज्यादा आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है.
बीते सोमवार की रात आस्ता थाना क्षेत्र के आमगांव में मवेशी तस्करी को लेकर दो गुटों में तकरार हो गई थी. दरअसल, ग्रामीणों ने कुछ लोगों को पिकअप में मवेशी ले जाते देख उनपर तस्करी का आरोप लगाते हुए उनसे बहस की. इसे लेकर दोनों पक्षों में विवाद हो गया. मौके पर पहुंची आस्ता पुलिस की टीम ने पिकअप और मवेशियों को जब्त कर लिया था. जबकि पुलिस वैन को देख कर तस्कर मौके से फरार हो गए थे.
सड़क पर उतरे ग्रामीण
मामले में आस्ता पुलिस ने अज्ञात आरोपितों के खिलाफ मारपीट और कृषि पशु संरक्षण अधिनियम के तहत अपराध दर्ज किया था. मंगलवार की सुबह इस मामले को लेकर उस वक्त हंगामा शुरू हुआ जब फरार मवेशी तस्करों को गिरफ्तारी की मांग करते हुए भारी संख्या में भीड़ सड़क में उतर आई. लाठी और डंडे से लेकर सड़क पर उतरी इस भीड़ ने घंटों जशपुर-कुसमी मार्ग को बाधित कर रखा था. उग्र भीड़ आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग करते हुए, आरोपियों के गांव की ओर जाने का प्रयास भी कर रही थी. स्थिति को बिगड़ता देख, पुलिस प्रशासन ने जिला मुख्यालय जशपुर, मनोरा और बगीचा के साथ बलरामपुर जिले के कुसमी थाना से अतिरिक्त पुलिस बल बुला कर तैनात कर दिया था. दो दिन तक आस्ता पुलिस छावनी में तब्दील रहा.
मवेशी तस्करों और ग्रामीणों के बीच हुई झड़प, पुलिस ने संभाला मोर्चा
8 आरोपियों को भेजा गया न्यायालय
पुलिस ने दो दिन तक आस्ता में हंगामा करने वाले 100 से ज्यादा लोगों के खिलाफ अपराध दर्ज कर लिया है. मामले में 37 नामजद आरोपियों के साथ 97 अन्य आरोपी भी शामिल है. जशपुर एसडीओपी राजेन्द्र सिंह परिहार ने बताया कि इनमें से 8 आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायालय भेज दिया गया है.