जशपुर: राष्ट्रपति के दत्तक पुत्र कहे जाने वाले विशेष संरक्षित जनजाति पहाड़ी कोरवा समाज के युवाओं को रोजगार मिला है. कोरवा समाज के 32 युवाओं को सरकारी स्कूलों में अतिथि शिक्षक के रूप में नियुक्त किया गया है. जिला प्रशासन ने विशेष पिछड़ी जनजाति पहाड़ी कोरवा के जीवन स्तर में सुधार लाने के लिए युवाओं को अतिथि सहायक शिक्षक के पद पर पदस्थ किया है. कोरवा जनजाति के युवाओं को विधायक विनय भगत के हाथो नियुक्ति पत्र का वितरण किया गया. इस अवसर पर कलेक्टर महादेव कावरे, मुख्य कार्यपालन अधिकारी केएस मंडावी उपस्थित रहे.
इस अवसर पर विधायक विनय भगत ने कहा कि शासन की मंशा हर क्षेत्र में विकास लाना है. जिसमें शिक्षा, स्वास्थ्य, बिजली और अन्य मूलभूत योजना शामिल है. इसके तहत पिछड़ी जनजाति के शिक्षित युवक-युवतियों को शिक्षा के क्षेत्र में जोड़ने का काम किया जा रहा है. इससे पहाड़ी कोरवा जनजाति के युवक-युवतियों में शिक्षा के प्रति रूझान बढ़ेगा. वे अपने साथ-साथ अपने आस-पास के लोगों को शिक्षा के क्षेत्र में सक्षम बनाएंगे. इससे उनका परिवार और समाज भी विकास की ओर अग्रसर होगा. इसके साथ ही विधायक विनय भगत ने आगे की पढ़ाई भी जारी के साथ कार्य के लिए शुभकामनाएं दी.
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आवास योजना उपलब्ध कराई जा रही है
कलेक्टर महादेव कावरे ने सभी उपस्थित नव नियुक्त अतिथि सहायक शिक्षकों को बधाई दी. साथ ही शासन की विभिन्न योजनाओं के बारे में जानकारी दी. उन्होंने कहा कि जिला प्रशासन सभी वर्ग के तक सुविधा मुहैया कराने के लिए हमेशा तत्पर है. विशेष पिछड़ी जनजाति पहाड़ी कोरवा को शासन ने वन अधिकार पट्टा, मछली पालन, मुर्गीपालन, रेशम पालन, के साथ ही उनको आवास योजना उपलब्ध करा रही है.
सोलर के माध्यम से बिजली की सुविधा
कलेक्टर ने कहा कि पहाड़ी इलाकों में सोलर के माध्यम से बिजली की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है. स्वास्थ्य विभाग के द्वारा मच्छरदानी भी प्रदान किया जा रहा है. उन्होंने सभी नव नियुक्त सहायक शिक्षकों से कहा कि उनके लिए यह पद आगे बढ़ने की एक मात्र सीढ़ी है, जिसके सहारे वे और भी अधिक उंचाईयों तक अपने हुनर को बढ़ाकर ले जा सकते हैं. इसके लिए वे पूरी तरह से मन लगाकर उसमें जुटें, जिससे उनके साथ समाज भी आगे बढ़ता रहे.