जांजगीर चांपा : अकलतरा विकास खंड के दल्हा पोड़ी गांव के लोगों ने चुनाव बहिष्कार की धमकी दी है. ग्रामीणों ने अपने गांव में जुलूस निकालकर मतदान नहीं करने की मुनादी भी करा दी है. ग्रामीण अपने गांव के सरपंच और सचिव से परेशान है.ग्रामीणों का आरोप है कि सरपंच और सचिव ने मिलकर लाखों रुपए का घोटाला किया है.जिसकी जांच नहीं की जा रही है. घोटाले की जांच के लिए दो साल पहले शिकायत भी की गई थी.लेकिन जिला प्रशासन ने कोई कार्रवाई नहीं की.
जांच में लापरवाही बरतने का आरोप : ग्रामीणों के चुनाव बहिष्कार करने की घोषणा के बाद जनपद सीईओ ने आधी अधूरी जांच कर मामले को रफा दफा करने की कोशिश की जा रही है. लेकिन ग्रामीणों ने पारदर्शिता के साथ जांच नहीं होने पर गांव में प्रचार के लिए प्रत्याशियों को भी प्रवेश नहीं करने की हिदायत दी है.
मतदान बहिष्कार ऐलान के बाद जांच हुई,लेकिन अधूरी : आपको बता दें कि दल्हा पोड़ी शंकर गांव में 20 वार्ड है. 5 हजार के करीब मतदाता हैं. ग्रामीणों के मुताबिक चुनाव बहिष्कार की घोषणा के बाद जनपद पंचायत ने कार्रवाई का आश्वासन दिया था. जाच भी शुरू कराई लेकिन अब तक जांच पूरी नहीं हुई.जनपद पंचायत के सीईओ ने अब मामले में टाल मटोल कर रहे हैं.
प्रत्याशियों के गांव में घुसने पर रोक : जनपद सीईओ के इस बर्ताव से ग्रामीणों के आक्रोश है. जिसके लिए ग्रामीणों ने अब आर पार की लड़ाई शुरू कर दी है. ग्रामीणों का कहना है जब तक मामले की जांच और दोषियों पर कार्रवाई नहीं हो जाती, तब तक गांव में किसी भी पार्टी के प्रत्याशी को प्रचार के लिए घुसने नहीं दिया जाएगा.
जांच पूरी करवाने की मांग पर अड़े ग्रामीण :विधानसभा मतदान बहिष्कार करने के लिए ग्रामीणों ने गांव में घूमकर सभी मतदाताओं से वोट नहीं डालने की अपील की है. ग्रामीणों ने भी एकता दिखाते हुए आंदोलन में शामिल होने की सहमति दी है. ग्रामीणों के इस घोषणा के बाद जनपद सीईओ ने ग्रामीणों को पत्र जारी कर अकलतरा कार्यालय में बयान देने के लिए बुलाया है. इस पत्र को देखने के बाद ग्रामीण खासा नाराज है और जांच पूरी करने की बात कह रहे हैं.