जांजगीर-चांपा : सिवनी गांव में 4 नवंबर की रात शराब दुकान में काम करने वाले दो सुरक्षाकर्मियों की निर्ममता से हत्या कर दी गई थी.इस मामले में पुलिस के पास सबूत के तौर पर सीसीटीवी फुटेज भी थे.लेकिन इस फुटेज में आरोपी पहचान में नहीं आ रहे थे.लिहाजा पुलिस ने हत्या का केस दर्ज करने के बाद एएसपी के नेतृत्व में अलग टीम बनाई.जिसने टेक्निकल सपोर्ट की मदद से आरोपियों की गिरफ्तारी की कर ली.इस डबल मर्डर केस में पुलिस ने एक ही परिवार के तीन लोगों को गिरफ्तार किया है.
लाखों मोबाइल नंबर्स का डाटा खंगाला : पुलिस ने जांच के दौरान 7 लाख 40 हजार मोबाइल नंबरों को टावर लोकेशन के आधार पर सर्च किया. इसके बाद सीसीटीवी फुटेज का गहनता से अध्ययन किया.जिसमें एक नकाबपोश आता दिख रहा था. नकाबपोश ने शराब दुकान के सामने सो रहे दोनों सुरक्षा कर्मियों की कुल्हाड़ी से हमला कर हत्या कर दी.इसके बाद दुकान में दाखिल हुआ और शराब के साथ नकदी की लूट की.आरोपी ने शराब दुकान के लॉकर में रखे पैसों को निकालने की भी कोशिश की थी.लेकिन नाकाम रहा था.इस मामले में पुलिस ने सौ से अधिक संदेहियों से पूछताछ की.
कैसे आरोपियों तक पहुंची पुलिस ? : इस मामले की जांच के बाद भी आरोपियों की पहचान नहीं हो पाने के कारण पुलिस ने कुछ संदेहियों का नार्को टेस्ट और पालीग्राफी टेस्ट कराने की तैयारी की थी.इसी दौरान बुधवार रात पुलिस ने सिवनी गांव के शिवशंकर सहिस को हिरासत में लेकर पूछताछ की. जिसमें शिव शंकर ने पहले दिए बयान से अलग बयान दिया. जिसके बाद पुलिस का शक शिवशंकर पर गहराया.इसके बाद पुलिस ने शिवशंकर की पत्नी और सौतेला बेटा से भी पूछताछ की.तीनों का बयान मिलाने पर शक की सुई शिवशंकर के पास आकर रूकी.फिर पुलिस ने कड़ाई से जब पति पत्नी से पूछताछ शुरु की तो दोनों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया.जिसके बाद पुलिस ने शिवशंकर सहिस और मंगली सहिस समेत सौतेले बेटे कृष्णा सहिस को गिरफ्तार कर लिया है.
''पुलिस ने इस मामले में लाखों मोबाइल नंबर से कुछ संदेहियों के नंबर निकाले.मृतकों ने उस रात जिन लोगों से आखिरी बार बात की थी.उनके भी नंबरों को खंगाला गया.सभी से बयान लेकर सवाल जवाब किए गए.वहीं मोबाइल लोकेशन के आधार पर कुछ संदेहियों से दोबारा बयान लिया जा रहा था.तभी आरोपी पर शक गहराया.पुलिस ने आरोपी के पुराने बयान पर कायम रहने पर नार्को और पॉलीग्राफिक टेस्ट की भी तैयारी की थी.'' विजय अग्रवाल,एसपी
क्यों की थी हत्या ? : शिवशंकर सहिस ने शराब और पैसों के लूट के इरादे से डबल मर्डर किया था. हत्या और लूट के बाद आरोपी ने पैसों को लाकर अपनी पत्नी को दे दिया था.वहीं उसका सौतेला बेटा शराब दुकान के सामने रोजाना कुत्तों को बिस्किट खिलाने के बहाने जाता और रेकी कर शिवशंकर को बताता कि किस दिन कौन आया था.वहीं शिवशंकर की पत्नी सारा मामला जानने के बाद भी आरोपियों को संरक्षण दे रही थी.पुलिस ने तीनों को गिरफ्तार करके जेल भेजा है.वहीं एसपी ने जांच करने वाले अधिकारी कर्मचारियों को सम्मानित करने के लिए आईजी को पत्र लिखा है.