जैजैपुर : गोधन न्याय योजना से जुड़ी महिलाएं स्वयं की और अपने परिवार की बुनियादी जरूरतों को पूरा करने के साथ-साथ अपने शौक भी पूरे कर रही (Gaudhan Nyay Yojana changed lives of womens ) हैं. इसकी एक बानगी आज सक्ती जिले के जैजैपुर विकासखंड के ग्राम कांशीगढ़ में देखने को मिली, जहां गोधन न्याय योजना से जुड़ी महिला स्व-सहायता समूह की सदस्य उषाबाई साहू ने अपने पांवों में सजाने के लिए एक जोड़ी पायल खरीदी. मुख्यमंत्री से इस अनुभव को साझा करते हुए उषाबाई ने बताया कि यह उनके लिए काफी बड़ी बात है. क्योंकि उन्होंने जिंदगी में पहली बार अपनी खुद की कमाई से गहने खरीदे (Bhent mulakat program in jaijaipur ) हैं.
कौन हैं उषा : उषा एक गृहिणी हैं. गांव के आशा किरण समूह से जुड़ने से पहले वे घर के काम काज में लगी रहती थी. लेकिन अब समूह की अन्य महिलाओं के साथ वे गौठान में गोधन न्याय योजना के साथ दूसरी आजीविका गतिविधियों से जुड़ी हुई हैं. यहां से मिलने वाले आय से उन्होंने अपने लिए एक जोड़ी पायल लिया है. आज वे जब ये बताती हैं कि उन्होंने अपने कमाई से अपने लिए पहली बार गहने खरीदे हैं तो उनके मेहनतकश पांवों में इस गहने की चमक के साथ आंखों में आत्मविश्वास की चमक भी दिखती है . आज वे अपने आपको अपनी इन ख्वाहिशों को पूरा करने के लिए सक्षम (Woman bought jewelry with help of Gaudhan Nyay Yojana) पाती हैं.
उषा कहती हैं कि "घर में ढाई एकड़ खेत है. जिसे तीन बेटों को दे दिए हैं. आय के सीमित संसाधन है. उसमें घर परिवार से जो मिला वो तो है लेकिन अपनी कमाई से अपने लिए पहली बार गहने खरीदने की खुशी कुछ और ही है. वे आज अपने इन नए आभूषण को पहन कर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के भेंट मुलाकात कार्यक्रम में पहुंची हुई थी. वे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (Chief Minister Bhupesh Baghel) के प्रति आभार जताते हुए कहती हैं कि उन्होंने ऐसी योजनाएं प्रारंभ की हैं. जिससे ग्रामीण जन के साथ महिलाएं भी पहले से आर्थिक रुप से सशक्त हो रही हैं और अपने परिवार की जिम्मेदारियों को निभाने में अपनी आर्थिक सहभागिता दर्ज कराते हुए अपने शौक और ख्वाहिशों को भी पूरा कर रही हैं.''womens in chhattisgarh