जांजगीर चांपा: कांग्रेस की सरकार बनने से पहले कांग्रेसी नेताओं ने प्रदेश के संविदा कर्मियों को सरकार में आने के 10 दिन बाद ही मांग पूरा करने का आश्वासन दिया था. कांग्रेस ने अपने जन घोषणा पत्र में भी इसे शामिल किया था. सरकार बनने ने बाद संविदा कर्मियों को नियमितीकरण होने की उम्मीद थी. लेक़िन सरकार बनने के 4 साल बाद भी सरकार ने मांग पूरी नहीं करने की वजह से संविदा कर्मियों की उम्मीद मे पानी फिरता नजर आ रहा है. अपनी मांगो को लेकर संविदाकर्मी 4 दिनों सें कचहरी चौंक मे धरना प्रदर्शन कर रहे हैं. संविदा कर्मियों ने इसी कड़ी में पांडल में हवन कर सरकार को नींद से जगाने का प्रयास किया.
आर पार की लड़ाई लड़ेंगे: संविदा कर्मचारी संघ के जिला संयोजक डाक्टर अमित मिरी ने बताया कि "कई वर्षो सें सेवा देने मे बाद भी शासकीय कर्मचारियों के आधे सें भी कम पेमेंट पर संविदा कर्मी काम कर रहे हैं. पूरी ईमानदार के साथ ड्यूटी करने के बाद भी सरकार अपने वायदे को पूरा नहीं कर रही है. अब सरकार को जगाने का काम किया जाएगा और 20 जनवरी को रायपुर में सरकार के खिलाफ शंखनाद किया जाएगा."
सरकार पूरा करे वादा: संविदा कर्मचारी अनीता वर्मा ने बताया कि "हम यह चाह रहे थे कि भूपेश सरकार ने जो वादे किए थे. उसे वह पूरा करे. लेकिन सरकार के चार साल पूरे हो जाने के बाद भी उन्होंने वादा पूरा नहीं किया है. इसलिए हम लोगों को यह हड़ताल रखनी पड़ गई है. अब कल हम लोग रायपुर में जाकर सोई हुई सरकार को जगाने का प्रयास करेंगे."
31 जनवरी से अनिश्चितकालीन हड़ताल की तैयारी: संविदा कर्मियों कि मांग है कि इस चुनावी सत्र से पहले किसी भी हालत में उनके नियमितीकरण की प्रकिृया पूरी की जाए. अपनी मांग को पूरा कराने के लिए संविदा कर्मी 31 जनवरी से अनिश्चितकालीन हड़ताल की भी तैयारी कर रही है. मांग पूरा नहीं होने पर कांग्रेस को पूर्ण बहुमत की सरकार बनाने सें रोकने के लिए अहम भूमिका निभाने का एलान किया है.