जांजगीर-चांपा: मालखरौदा ब्लॉक के पिकरिपार गांव में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सोमवार को अखिल भारतीय रामनामी महासभा की ओर से आयोजित रामनामी मेले का उद्घाटन करने पहुंचे. इस दौरान उन्होंने लोगों से रामनाम का महत्व साझा किया.आयोजन में मुख्यमंत्री ने भजन मेले का शुभारंभ भी किया. बता दें की रामनामी पंथ के अनुयायी अपने पूरे शरीर पर रामनाम का गोदना (टैटू) बनाकर रखते हैं.
इस दौरान उनके साथ संस्कृति मंत्री अमरजीत भगत और स्थानीय विधायक रामकुमार यादव भी मौजूद रहे. रामनामी मेले का उद्घाटन करते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि 'छत्तीसगढ़ के संस्कृति में राम बसा हुआ है, यहां किसी भी काम की शुरुआत राम के नाम से किया जाता है. राम यहां के भांजे है क्योंकि माता कौशल्या का मायका है. इसलिए राम हमें और हम राम को सबसे ज्यादा प्रिय हैं.
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रामनाम पंथ ने मुख्यमंत्री से समाज के लिए रायपुर में जमीन की मांग की, जिसकी मुख्यमंत्री ने घोषणा तो नहीं की, लेकिन इसके लिए बैठक में चर्चा करने का आश्वासन जरूर दिया है.