जांजगीर-चांपा: बिलासपुर से जिले को जोड़ने वाली लीलागर नदी पर बना पुल बाढ़ के कारण क्षतिग्रस्त हुआ है. रास्ता करीब 3 दिनों से बंद है. बता दें लगातार हुई बारिश के कारण लीलागर में जलस्तर बढ़ गया था. ऐसे में इस पुल के 5 फिट ऊपर से पानी बह रहा था. ऐसे में आवागमन पर रोक लगाया गया था. इस दौरान जब जल स्तर कम हुआ तो देखा गया की पुल का एक हिस्सा क्षतिग्रस्त होकर सड़क के बीचो-बीच पहुंच गया है. ऐसे में इस रास्ते से बड़े वाहनों का गुजरना रुका हुआ है.
पिछले 2 दिनों से नदी के जलस्तर में कमी आने के बावजूद पिछले 24 घंटे में पुल के महबे को नहीं हटाया जा सका है. पुल के दोनों ओर ट्रकों की लंबी कतार लगी हुई है. रास्ते पर निर्भर लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. ट्रक के ड्राइवर और आसपास के ग्रामीण काफी परेशान हैं.
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प्रशासन की लापरवाही
बता दें पुल के मलबे को हटाने से आवागमन को शुरू किया जा सकता है. एक JCB से भी इस काम को कराया जा सकता है. लेकिन जिम्मेदार अधिकारियों ने इस ओर अब तक ध्यान नहीं दिया है. जिसके कारण नेशनल हाईवे में अब तक आवागमन सुचारू रूप से शुरू नहीं हो पाया है. बिलासपुर और जांजगीर-चांपा प्रशासन को जल्द इस ओर ध्यान देने की जरूरत है. यहां कई ट्रक ड्राइवर पिछले 3 दिनों से फंसे हुए हैं.