जांजगीर चांपा: जांजगीर चांपा में 17 दिसंबर 19 को अरविंद कुमार वर्मा ने रिपोर्ट दर्ज कराया था. जिसमें उसने बताया कि "मेरे भाई धरमवीर की पत्नी सोमादेवी 16 दिसंबर 2029 की रात करीब 12 बजे उसके रायपुर सरोरा स्थित घर में आई. उसने मुझे बताया कि 11 दिसंबर 2019 की रात को सोमोदेवी अपने बच्चे छोटू कुमार, संदीप कुमार और अपने बेटी के साथ चांपा स्थित निधि भवन में थी. उसी समय धरमवीर वर्मा उसके घर आया और खाना खाने के बाद छोटू कुमार से पारिवारिक विवाद होने की वजह से आरोपी छोटू कुमार ने धरमवीर वर्मा की गला दबाकर हत्या कर दी."
ऐसे लगाया लाश को ठिकाने: मृतक की पत्नी सोमो देवी, पुत्र संदीप कुमार और पुत्री ने षडयंत्र कर एक राय होकर मृतक के शव को जूट के बोरे में भरकर निधि भवन के पीछे तालाब में फेंक दिया. जिस पर आरोपियों के खिलाफ थाना चांपा में संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज कर दिया है. विवेचना के वक्त आरोपी पत्नी सोमोदेवी को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमाण्ड में भेजा गया था. वहीं प्रकरण के दूसरे आरोपी छोटु कुमार, संदीप सिंह और उनकी की बहन फरार चल रहे थे. जिनकी तलाश में चाम्पा पुलिस लंबे समय से जुटी हुई थी.
एक आरोपी की होने वाली थी शादी: मामले में उप पुलिस अधीक्षक अनिल सोनी ने बताया कि "आरोपी छोटू कुमार की शादी 27 फ़रवरी 2023 को होने वाली थी. इस सूचना पर पुलिस दल जिसमें सभी फरार आरोपियों की गिरफ्तारी के रवाना कर दी गई. जहां चाम्पा पुलिस टीम के साथ मुंगेर बिहार पुलिस के विशेष ऑपरेशन सेल में कार्यरत आरक्षक ने आरोपियों के घर में दबिश दी गई. आरोपी छोटु कुमार सिंह और संदीप कुमार को झौवा बहियार थाना हरिणमार, जिला मुंगेर बिहार से गिरफ्तार किया गया. दोनों आरोपियों को गुरुवार को न्यायिक हिरासत मे भेज दिया है."
पारिवारिक विवाद बना मौत का कारण: पारिवारिक विवाद के चलते पत्नी ने अपने बेटा और बेटी के साथ मिल कर अपने पति की हत्या की साजिश रची. मृतक धरमवीर ने दूसरी शादी की थी और महिला के तीन बच्चे पहले से थे. बच्चे कभी भी धर्मवीर को अपने पिता की तरह नहीं मानते थे. जिसके कारण परिवार मे विवाद होता रहता था. धरम वीर की हत्या के मामले में पुलिस को अब फरार बेटी की तलाश है.