ETV Bharat / state

SPECIAL: प्रशासन ने नहीं दिया ध्यान, वार्डवासियों ने घरों की चौखट पर खड़ी कर ली दीवार - बस्तर में मानसून

छत्तीसगढ़ में बरसात ने दस्तक दे दी है. इसी बीच जगदलपुर के एक वार्ड में लोगों ने अपनी तैयारी शुरू कर दी है. घरों में पानी न भरे इसके लिए वार्डवासियों ने अपने घरों की चौखट में दीवार खड़ी कर दी है.

Water logging Ramiya ward
जलभराव की समस्या
author img

By

Published : Jun 19, 2020, 11:27 PM IST

Updated : Jul 25, 2023, 7:57 AM IST

जगदलपुर: बस्तर में मानसून के दस्तक के साथ ही शहर के लोगों को चिंता सताने लगती है. इसमें मुख्य रूप से शहर के रमैया वार्ड के लोग बरसात के शुरू होते ही परेशान हैं. क्योंकि बरसात के दिनों में सबसे ज्यादा यही वार्ड प्रभावित होता है. इस वार्ड में शहर का पूरा पानी आने की वजह से यह वार्ड तालाब बन जाता है. यहां के वार्डवासी कई सालों से इसकी शिकायत अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों से कर चुके हैं. जलभराव से थोड़ी बहुत राहत पाने के लिए लोगों ने अपने घरों के सामने 3 से 4 फीट की दीवार बना ली है. ताकि जलभराव से उन्हें थोड़ी बहुत राहत मिल सके.

बारिश से आफत

मानसून के समय एक-दो घंटे की बारिश हो जाए तो इस वार्ड में बरसात का पानी लोगों के घरों में भर जाता है. जिसको लेकर वार्डवासियों ने कई बार जनप्रतिनिधि और निगम के आला अधिकारियों से पानी निकासी की व्यवस्था करने की गुहार लगाई. लेकिन इन वार्डवासियों की कोई भी सुनने को तैयार नहीं है. लिहाजा वार्डवासियों ने अपने घरों के बाहर 3 से 4 फीट की दीवार उठा दी. जिससे की बरसात का पानी इनके घरों में न जा पाए. बता दें कि रमैया वार्ड के लोग पिछले 7 सालों से बरसात के पानी और नालियों के गंदे पानी से जूझ रहे हैं.

Water logging Ramiya ward
घरों की चौखट में दीवार

छत में गुजारनी पड़ती है रात

वार्डवासियों का कहना है कि रात में यदि बारिश हो जाए तो पूरा घर पानी से लबालब भर जाता है. जिस वजह से वार्ड के लोगों को रातभर जागना पड़ता है या फिर छतों में जाकर किसी तरह से रात गुजारना पड़ता हैं. वार्डवासियों ने कहा कि अब उन्होंने नेताओं और अधिकारियों से गुहार लगाना छोड़ ही दिया है.

महारानी अस्पताल के नवीनीकरण पर उठे सवाल, पहली बरसात में रिसाव

Water logging Ramiya ward
पानी रोकने का तरीका

समस्या से जूझ रहे वार्डवासी

वार्ड में रहने वाले प्रेम कुमार का कहना है कि जलभराव की समस्या से निपटने के लिए नगर निगम ने 70 लाख रुपए की लागत से नाला निर्माण की बात कही थी. ताकि शहर के नालियों का गंदा पानी वार्ड के पीछे से होते हुए दलपत सागर की ओर बह जाए. लेकिन वह भी भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई और नाला के जगह नाली का निर्माण कर दिया गया है. लिहाजा समस्या जस की तस बनी हुई है.

Water logging Ramiya ward
जलभराव से बचाव का तरीका

'कोरोना की वजह से प्रभावित हुआ काम'

मामले में महापौर सफिरा साहू का कहना है कि रमैया वार्ड की समस्या को देखते हुए इस बार पूरी नालियों की सफाई कराने के साथ, छोटी नालियों को तोड़कर उन्हें बड़ा बनवाया जा रहा है. महापौर का कहना है कि कोरोना महामारी के वजह से निगम के बहुत सारे निर्माण कार्य प्रभावित हुए हैं. यही वजह है कि रमैया वार्ड में जो नाला निर्माण होना था वह नहीं हो पाया है. महापौर ने दावा किया है कि पिछले साल के मुकाबले इस साल रमैया वार्ड के लोगों को जलभराव की स्थिति से थोड़ी बहुत राहत मिलेगी.

जगदलपुर: बस्तर में मानसून के दस्तक के साथ ही शहर के लोगों को चिंता सताने लगती है. इसमें मुख्य रूप से शहर के रमैया वार्ड के लोग बरसात के शुरू होते ही परेशान हैं. क्योंकि बरसात के दिनों में सबसे ज्यादा यही वार्ड प्रभावित होता है. इस वार्ड में शहर का पूरा पानी आने की वजह से यह वार्ड तालाब बन जाता है. यहां के वार्डवासी कई सालों से इसकी शिकायत अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों से कर चुके हैं. जलभराव से थोड़ी बहुत राहत पाने के लिए लोगों ने अपने घरों के सामने 3 से 4 फीट की दीवार बना ली है. ताकि जलभराव से उन्हें थोड़ी बहुत राहत मिल सके.

बारिश से आफत

मानसून के समय एक-दो घंटे की बारिश हो जाए तो इस वार्ड में बरसात का पानी लोगों के घरों में भर जाता है. जिसको लेकर वार्डवासियों ने कई बार जनप्रतिनिधि और निगम के आला अधिकारियों से पानी निकासी की व्यवस्था करने की गुहार लगाई. लेकिन इन वार्डवासियों की कोई भी सुनने को तैयार नहीं है. लिहाजा वार्डवासियों ने अपने घरों के बाहर 3 से 4 फीट की दीवार उठा दी. जिससे की बरसात का पानी इनके घरों में न जा पाए. बता दें कि रमैया वार्ड के लोग पिछले 7 सालों से बरसात के पानी और नालियों के गंदे पानी से जूझ रहे हैं.

Water logging Ramiya ward
घरों की चौखट में दीवार

छत में गुजारनी पड़ती है रात

वार्डवासियों का कहना है कि रात में यदि बारिश हो जाए तो पूरा घर पानी से लबालब भर जाता है. जिस वजह से वार्ड के लोगों को रातभर जागना पड़ता है या फिर छतों में जाकर किसी तरह से रात गुजारना पड़ता हैं. वार्डवासियों ने कहा कि अब उन्होंने नेताओं और अधिकारियों से गुहार लगाना छोड़ ही दिया है.

महारानी अस्पताल के नवीनीकरण पर उठे सवाल, पहली बरसात में रिसाव

Water logging Ramiya ward
पानी रोकने का तरीका

समस्या से जूझ रहे वार्डवासी

वार्ड में रहने वाले प्रेम कुमार का कहना है कि जलभराव की समस्या से निपटने के लिए नगर निगम ने 70 लाख रुपए की लागत से नाला निर्माण की बात कही थी. ताकि शहर के नालियों का गंदा पानी वार्ड के पीछे से होते हुए दलपत सागर की ओर बह जाए. लेकिन वह भी भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई और नाला के जगह नाली का निर्माण कर दिया गया है. लिहाजा समस्या जस की तस बनी हुई है.

Water logging Ramiya ward
जलभराव से बचाव का तरीका

'कोरोना की वजह से प्रभावित हुआ काम'

मामले में महापौर सफिरा साहू का कहना है कि रमैया वार्ड की समस्या को देखते हुए इस बार पूरी नालियों की सफाई कराने के साथ, छोटी नालियों को तोड़कर उन्हें बड़ा बनवाया जा रहा है. महापौर का कहना है कि कोरोना महामारी के वजह से निगम के बहुत सारे निर्माण कार्य प्रभावित हुए हैं. यही वजह है कि रमैया वार्ड में जो नाला निर्माण होना था वह नहीं हो पाया है. महापौर ने दावा किया है कि पिछले साल के मुकाबले इस साल रमैया वार्ड के लोगों को जलभराव की स्थिति से थोड़ी बहुत राहत मिलेगी.

Last Updated : Jul 25, 2023, 7:57 AM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.