जगदलपुर: दो दिवसीय प्रवास पर बस्तर पहुंची राज्यपाल अनसुइया उइके भूमकाल दिवस पर आदिवासी समाज के आयोजित कार्यक्रमों में शामिल हुई. मीडिया से बातचीत के दौरान राज्यपाल में कहा कि बस्तर क्षेत्र की मौजूदा चुनौतियों के बीच अधिकारियों को जल कन्या योजना के माध्यम से लोगों के जीवन को खुशहाल बनाने की कोशिश करनी चाहिए. बस्तर एक आदिवासी बहुल क्षेत्र है और यहां सभी काम आदिवासियों के हित को ध्यान में रखकर करना चाहिए.
राज्यपाल ने कहा कि बस्तर में अपार प्राकृतिक संसाधन है. बस्तर क्षेत्र में विभिन्न प्रकार के वनोपज पाए जाते हैं. उनके पर्याप्त संवर्धन किए जाने की आवश्यकता है. आने वाले दिनों में ट्रायफेड द्वारा इन उत्पादों के मार्केटिंग के लिए कार्य योजना बनाई गई है.
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भी बस्तर पहुंचने की संभावना
आगामी 2 महीनों में यहां ट्रायफेड द्वारा एक प्रोजेक्ट भी स्थापित किया जा रहा है. इस प्रोजेक्ट के माध्यम वनोपज, बस्तर की फेमस बेल मेटल की वस्तुएं, यह सब खरीदी जाएंगी. इन्हें देश-विदेश में बेचा जाएगा. ट्रायफेड इसकी मार्केटिंग करेगी और यहां के ज्यादा से ज्यादा लोगों को रोजगार मिलेगा. इस प्रोजेक्ट के शुभारंभ के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भी बस्तर पहुंचने की संभावना है.