जगदलपुर: बस्तर में शिक्षा के स्तर में सुधार और इसके प्रति छात्रों को प्रेरित करने के लिहाज से बस्तर विकास प्राधिकरण ने विशेष पहल की है. इसके तहत अब उच्चतर माध्यमिक सरकारी स्कूलों के बच्चों को मुफ्त किताबें और कॉपी उपलब्ध कराई जाएंगी.
दरअसल दसवीं के बाद बस्तर संभाग के अधिकतर छात्र-छात्राएं कॉपी-किताब और शिक्षा से जुड़ी अन्य चीजें नहीं ले पाने की वजह से बीच में ही पढ़ाई छोड़ देते हैं. इसे ध्यान में रखते हुए बस्तर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष और बस्तर विधायक लखेश्वर बघेल ने ये फैसला लिया है.
डीएमएफटी फंड से कॉपी-किताब
शिक्षा सत्र 2020-21 में बस्तर विकास प्राधिकरण मद और DMFT (जिला खनिज फाउंडेशन ट्रस्ट) फंड से बस्तर संभाग के छात्र-छात्राओं को किताब-कॉपी देने की तैयारी है. बता दें कि शासन की ओर से 10वीं तक मुफ्त किताबें दी जाती हैं, लिहाजा बस्तर में 10वीं के बाद स्कूल छोड़ने वाले बच्चों की संख्या बहुत ज्यादा है. मुफ्त में 11वीं और12वीं कक्षा की पुस्तकें उपलब्ध कराने की योजना से बस्तर में उच्चतर माध्यमिक शिक्षा के प्रति छात्रों का रुझान बढ़ेगा और स्टूडेंट्स के प्रतिशत को बढ़ाने में मदद मिलेगी.
बस्तर विधायक लखेश्वर बघेल ने बताया कि बस्तर संभाग के सरकारी स्कूलों में उच्चतर माध्यमिक शिक्षा में छात्रों का प्रतिशत काफी कम है. खासकर बस्तर के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों और ग्रामीण अंचलों में 10वीं के बाद आर्थिक रूप से कमजोर पालक अपने बच्चों को नहीं पढ़ा पाते. इन क्लासेज़ की किताब-कॉपी जैसी आवश्यकताएं वे पूरी नहीं कर पाते. ना चाहकर भी छात्रों को पढ़ाई से पीछे हटना पड़ता है.
बता दें कि इस पहल के लिए विधायक ने राज्य सरकार को पत्र लिखा है. इसके साथ ही बस्तर कमिश्नर और संभाग के सभी कलेक्टरों को भी प्राधिकरण मद और DMFT मद से छात्रों के लिए कॉपी-किताब उपलब्ध कराने के लिए पत्र लिखने की बात कही है, ताकि छात्र आगे की पढ़ाई जारी रख सकें.