जगदलपुरः कुछ करने की चाहत और हुनर हो तो हर मुश्किल आसान हो जाती है. जहां चाह हो वहीं राह नजर आने लगती है. जिस बस्तर को धमाकों और गोलियों की गूंज के लिए जाना जाता रहा है, आज वह देश ही नहीं विदेशों में भी मधुर संगीत के लिए जाना जा रहा है.
जगदलपुर के रहने वाले हरजीत सिंह ने मिलकर एक म्यूजिकल बैंड तैयार किया है जिसको सुनने वाले बस्तर समेत पूरे देश और विदेशों में भी है.
यूट्यूब पर अपलोड करना शुरू किया
हरजीत ने अपने कुछ गाने यूट्यूब पर अपलोड किए जिसके बाद संगीत प्रेमियों के कमेंट और लोगों की तारीफ को देखते हुए हरजीत ने अपने बैंड के सभी गानों को यूट्यूब पर अपलोड करना शुरू किया. देखते ही देखते लोग जुड़ने लगे और अब उनके यूट्यूब पेज के वीवर्स की संख्या 60 लाख से पार हो गई है. साथ ही उनके चैनल के सब्सक्राईबर कुछ ही महीनों में सवा लाख के पार पहुच गए.
यूट्यूब क्रिएटिव अवार्ड मिला
उनकी काबिलियत का इनाम भी हरजीत को मिला. ऐसा पहली बार हुआ जब बस्तर जैसे पिछड़े व नक्सल प्रभावित क्षेत्र में यूट्यूब ने 'यूट्यूब क्रिएटिव अवार्ड' सिल्वर बटन से किसी को नवाजा हो. यह अवार्ड संभाग में पहली बार किसी को मिला है. हालांकि इस ग्रुप से पहले भी बस्तर से कई लोगों ने अपनी प्रतिभाओं का वीडियो यूट्यूब में अपलोड किया है पर बस्तर जैसे पिछड़े क्षेत्र से होने की वजह से उन्हें ऐसी सफलता नहीं मिल पाई
म्यूजिकल ग्रुप तैयार किया
इस म्यूजिकल बैंड के प्रमुख हरजीत सिंह बताते हैं कि संगीत का शौक़ उन्हें बचपन से है और वे लगातार इससे जुड़े रहने के लिए अपने परिवार को ही एक म्यूजिकल ग्रुप के तौर पर तैयार किया है. हरजीत बताते हैं कि उनका परिवार घर पर ही रियाज करता है और इसका वीडियो वो यूट्यूब पर अपलोड करते रहते हैं पर उन्होंने कभी नहीं सोचा था कि इसे इतना देखा व पसंद किया जाएगा. आज उनके वीडियो को देखकर उनके पास देश ही नहीं विदेशों से भी फोन आते हैं.
लाइव परफार्मेंस दिया
वहीं उनकी पत्नी वर्षा सिंह बताती हैं कि बचपन से ही उन्हें गाने का शौक था और इस शौक को ही उन्होंने अपने पति की सहायता से आगे बढ़ाया है. इसके बाद उन्होंने अपने म्युजिकल ग्रुप के माध्यम से कई बार लाईव परफार्मेंस दिया. कई बॉलीवुड सेलिब्रिटी के साथ उन्हे गाने का मौका भी मिला है.
अपने प्रतिभा से खुद के एलबम सौंग्स बनाए
हरजीत सिंह और वर्षा सिंह के अलावा उनके दोनों बेटों में भी संगीत के प्रति ग़जब का झुकाव है, अमनदीप गिटारिस्ट है और रमनदीप ड्रमर है. दोनों ने ही अपने प्रतिभा से खुद के एलबम सौंग्स बनाए हैं. इससे उन्हे अपनी अलग पहचान मिल रही है. अब अपने पिता के म्यूजिकल ग्रुप के साथ फेंमस 'राम द बैंड' का भी संचालन कर रहे है.
फिल्म जगत में इसके लिए कम से कम 20 से अधिक कलाकारों की पड़ती है जरूरत
हरजीत सिंह ने कई इस्ट्रूमेंट जैसे ढोलक, गिटार, बेस गिटार, ड्रम, बांसुरी, वायलिन, सेक्सोफोन आदि वाद्ययंत्र को अकेले ही सिंथेसाइजर आर्गन पर बजाया है. जबकि फिल्म जगत में इसके लिए कम से कम 20 से अधिक कलाकारों की जरूरत पड़ती है.
बस्तर वासियों के लिए हरजीत और उनका पूरा परिवार प्रेरणा स्रोत है
उनकी इस खूबी के चलते देश-दुनिया के संगीत प्रेमियों ने उनके चैनल को अत्यधिक पसंद किया और अब उनकी इस उपलब्धि से बस्तर और छतीसगढ़ समेत पूरा देश गौरवान्वित हो रहा है. साथ ही बस्तर की छवि विश्व पटल पर अब बदल रही है और पूरे बस्तर वासियों के लिए हरजीत और उनका पूरा परिवार प्रेरणा स्रोत बनते जा रहा है.