जगदलपुर : कोरोना संक्रमण के बीच लगातार ऑक्सीजन की कमी की खबर सामने आ रही है. देशभर में ऑक्सीजन की कमी से कई मरीजों की सांसे थम गई. प्रदेश में ऑक्सीजन उत्पादन भरपूर मात्रा में हो रही है. बस्तर के नगरनार NMDC स्टील प्लांट में भी ऑक्सीजन शुरू करने के लिए तैयारी की जा रही है. कलेक्टर ने जानकारी दी है कि इसके लिए बात जारी है. राज्य सरकार और NMDC के उच्च अधिकारियों से ऑक्सीजन प्लांट को शुरू करने के लिए बातचीत हो रही है.
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कलेक्टर ने ऑक्सीजन की संभावना को देखते हुए नगरनार प्लांट का दौरा किया था. स्टील प्लांट की कमीशनिंग में देरी के कारण ऑक्सीजन संयंत्रों से उत्पादन शुरू नहीं किया जा सका है. जिला प्रशासन ने केंद्र और राज्य सरकार दोनों से एनएमडीसी से संपर्क कर नगरनार स्टील प्लांट स्थित ऑक्सीजन संयंत्रों के उत्पादन को लेकर चर्चा भी की है. आपातकालीन स्थिति को देखते हुए उत्पादन शुरू करने की संभावना पर भी चर्चा हुई है. जल्द ही कमीशनिंग की प्रक्रिया कर ऑक्सीजन प्लांट शुरू करने की कोशिश जिला प्रशासन करेगा.
संयंत्रों से उत्पादन शुरू करना संभव नहीं
तकनीकी रूप से स्टील प्लांट की कमीशनिंग नहीं होने के कारण ऑक्सीजन संयंत्रों से उत्पादन शुरू करना संभव नहीं है. 31 जुलाई 2021 को स्टील प्लांट से स्टील का उत्पादन शुरू करने की पुरानी कार्ययोजना में ऑक्सीजन संयंत्रों की कमीशनिंग (उत्पादन) 15 जनवरी 2021 को करना प्रस्तावित था. तय समय पर स्टील प्लांट की कमीशनिंग हो जाती तो नगरनार स्टील प्लांट में बनने वाली ऑक्सीजन प्लांट के साथ-साथ हजारों कोरोना संक्रमित मरीजों के इलाज में मदद मिलती.
2500 टन ऑक्सीजन का उत्पादन
इस प्लांट से हर दिन 2500 टन ऑक्सीजन का उत्पादन होगा. नगरनार स्टील प्लांट में आक्सीजन के दो संयंत्र है. प्रत्येक संयंत्र की उत्पादन क्षमता 1250 टन प्रतिदिन यानी कि 2500 टन है. इन संयंत्रों का निर्माण जर्मनी की तकनीक पर यहां भारत की गैस उत्पादक कंपनी लिंडे के साथ मिलकर किया है. दोनों संयंत्र बनकर तैयार हैं. संयंत्र में बनने वाली 93 फीसदी ऑक्सीजन द्रव्य के साथ गैस में रूप में होगी. एनएमडीसी स्टील प्लांट के तकनीकी जानकारों के अनुसार सिलेंडर में आक्सीजन गैस की रीफिलिंग की सुविधा भी रखी गई है.