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Narendra Modi Bastar visit: पीएम मोदी देश के पहले ऐसे पीएम जो चौथी बार पहुंचेंगे बस्तर, क्या इस बार बीजेपी को मिलेगा आदिवासी बेल्ट का आशीर्वाद ?

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By ETV Bharat Chhattisgarh Team

Published : Oct 1, 2023, 10:20 PM IST

Updated : Oct 2, 2023, 12:03 AM IST

Narendra Modi Bastar visit: बस्तर में पीएम मोदी के दौरे से एक अलग रिकॉर्ड तैयार होगा. दरअसल, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पहले पीएम होंगे जो कि चौथी बार बस्तर आएंगे. इसे लेकर विपक्ष ने बीजेपी पर कटाक्ष भी किया है. हालांकि पीएम मोदी के ऐतिहासिक बस्तर दौरे पर पॉलिटिकल एक्सपर्ट की राय कुछ और ही है.

Narendra Modi Bastar visit
बस्तर में पीएम मोदी का दौरा
पीएम के बस्तर दौरे पर राजनीति

बस्तर: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का 3 अक्टूबर को बस्तर दौरा है. बीजेपी की ओर से इसकी तैयारी पूरी कर ली गई है. पीएम के दौरे को लेकर सुरक्षा के भी खास इंतजाम किए गए हैं. सबसे खास बात यह है कि पीएम के इस दौरे से एक रिकॉर्ड बन रहा है. इस दौरे के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 4 बार बस्तर आने वाले पहले पीएम बन जाएंगे. यही कारण है कि इस पर सियासत भी जारी है. जहां एक ओर बीजेपी इस दौरे को ऐतिहासिक बता रही है. वहीं, दूसरी ओर कांग्रेस ने भी बीजेपी पर तंज कसा है. हालांकि राजनीतिक जानकारों की राय थोड़ी अलग है.

पीएम बस्तर को देते हैं अरबों की सौगात: भाजपा के वरिष्ठ नेता संजय पांडे ने पीएम मोदी के बस्तर दौरे को एतिहासिक बताया है. उन्होंने कहा है कि, "प्रधानमंत्री जब-जब बस्तर आते हैं तो वे बस्तरवासियों को अरबों रुपयों की सौगात देते हैं. भाजपा नहीं बल्कि प्रधानमंत्री के बार-बार आने से कांग्रेस डरी हुई है. कांग्रेस जब अपने सत्ता के यौवनकाल में थी, तब इसी बस्तर को लोग काला पानी के नाम से इसे जानते थे. 15 साल रमन सिंह की सरकार और 9 साल नरेंद्र मोदी की सरकार के बाद लोग बस्तर में डेवलपमेंट को देखें हैं. चाहे एजुकेशन सिटी हो या फिर नगरनार का एनएमडीसी प्लांट. हर क्षेत्र में डेवलपमेंट हुआ है. यही कारण है कि मोदी जी के आने से कांग्रेस डरी हुई है."

कांग्रेस का पीएम मोदी के दौरा पर कटाक्ष: प्रधानमंत्री का ये बस्तर दौरा ये चौथा बस्तर दौरा होगा. इस पर कांग्रेस ने कटाक्ष किया है. कांग्रेस के बस्तर शहर जिला अध्यक्ष सुशील मौर्य ने कहा है कि, "इसके पीछे केवल चुनावी रणनीति है. पिछले बार जांगला, गीदम और जगदलपुर कांग्रेस पहुंचे हुए थे. जहां से भाजपा साफ हो गई. अब फिर से जगदलपुर आ रहे हैं. दोबारा बीजेपी पूरी तरह साफ हो जाएगी. प्रधानमंत्री का बस्तर से कोई सरोकार नहीं है. केवल चुनाव आता है तो प्रधानमंत्री बस्तर आते हैं, क्योंकि वे देश के प्रचारजीवी मंत्री हैं. देश के प्रधानमंत्री के रूप में इनकी भूमिका बहुत कम दिखती रही है. भाजपा का जनाधार खिसक चुका है. 15 साल भाजपा के मुख्यमंत्री रहे रमन सिंह डरे हुए हैं. भाजपा के कार्यकर्ता गांव से निकल नहीं रहे हैं. भाजपा संगठन चाहता है कि नरेंद्र मोदी के भरोसे इनकी लाज बच जाए, इसीलिए वे काम कर रहे हैं. लेकिन बस्तर की जनता जान चुकी है. भाजपा को 1 सीट भी देने के मूड में यहां की जनता नहीं है.

जानिए पॉलिटिकल एक्सपर्ट की राय: पीएम के बस्तर दौरे पर पॉलिटिकल एक्सपर्ट की राय थोड़ी अलग है. जिले के पॉलिटिकल एक्सपर्ट विनोद सिंह ने ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान कहा कि, "प्रधानमंत्री रहते नरेंद्र मोदी पहली बार 9 मई 2015 को दंतेवाड़ा पहुंचे हुए थे. जहां उन्होंने विशाल सभा को संबोधित किया था. साथ ही दंतेवाड़ा के जावंगा भी पहुंचे हुए थे. जहां छत्तीसगढ़ की सबसे बड़ी एजुकेशन सिटी बनी है. यहां पीएम ने छात्रों से मुलाकात करके एजुकेशन सिटी का अवलोकन किया था. दूसरी बार पीएम बीजापुर के जांगला में 14 अप्रैल 2018 को पहुंचे हुए थे. जहां से उन्होंने आयुष्मान भारत की शुरुआत की थी. तीसरी बार मोदी 9 नवंबर 2018 को छत्तीसगढ़ में हो रहे विधानसभा चुनाव में प्रचार करने के लिए बस्तर पहुंचे हुए थे. जहां उन्होंने इसी लालबाग मैदान से विशाल आमसभा को संबोधित किया था. अब 3 अक्टूबर 2023 को बस्तर में पीएम का दौरा प्रस्तावित है. इसमें प्रधानमंत्री रहते सबसे अधिक बार बस्तर आने वाले प्रधानमंत्री में उनका नाम है. इससे पहले इंदिरा गांधी, राजीव गांधी, अटल बिहारी वाजपेयी, बीपी सिंह, पंडित जवाहर लाल नेहरू ये सब प्रधानमंत्री के तौर पर बस्तर आए हैं. लेकिन इन सबसे अधिक बार बस्तर आने का रिकॉर्ड प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का इस दौरे के बाद बन जाएगा."

पीएम मोदी का चौथा बस्तर दौरा

प्रधानमंत्री कार्यकाल में मोदी का बस्तर में ये चौथा दौरा है. निश्चित रूप से प्रधानमंत्री का अगर चुनावी दौरा होता है, तो उसका प्रभाव पड़ता है. जैसे कि अभी बस्तर में भाजपा की एक भी सीटें नहीं है. 12 की 12 सीटें अभी कांग्रेस के पास है. ऐसे में पीएम के दौरे का चुनाव पर असर पड़ सकता है. -सुधीर जैन, पॉलिटिकल एक्सपर्ट

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पीएम को बस्तर से लगाव: बस्तर के राजनीतिक जानकर श्रीनिवास रथ ने बताया कि, "मोदी जी एक सुलझे हुए नेता हैं. जब मोदी राजनेता नहीं बल्कि आरएसएस के प्रचारक थे, उस दौरान भी वे बस्तर आए थे. पीएम बस्तर क्षेत्र से वाकिफ हैं. इनका बस्तर से लगाव है. यही कारण है कि वो बस्तर को काफी महत्व दे रहे हैं. बार-बार आ रहे हैं. उनकी इच्छा है कि बस्तर का विकास हो. इसीलिए उन्होंने बस्तर को पिछड़े जिलों में शामिल किया है. ताकि ज्यादा से ज्यादा इसकी उन्नति हो सके."

बता दें कि जल्द ही छत्तीसगढ़ में चुनाव की तारीखों का ऐलान हो जाएगा. ऐसे में लगातार प्रदेश में बड़े नेताओं का दौरा हो रहा है. जहां एक ओर छत्तीसगढ़ में पीएम मोदी इस चुनाव में चौथी बार आ रहे हैं. वहीं, पीएम का बस्तर में भी ये प्रधानमंत्री बनने के बाद चौथा दौरा है, जो कि एक रिकॉर्ड बना रहा है.

पीएम के बस्तर दौरे पर राजनीति

बस्तर: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का 3 अक्टूबर को बस्तर दौरा है. बीजेपी की ओर से इसकी तैयारी पूरी कर ली गई है. पीएम के दौरे को लेकर सुरक्षा के भी खास इंतजाम किए गए हैं. सबसे खास बात यह है कि पीएम के इस दौरे से एक रिकॉर्ड बन रहा है. इस दौरे के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 4 बार बस्तर आने वाले पहले पीएम बन जाएंगे. यही कारण है कि इस पर सियासत भी जारी है. जहां एक ओर बीजेपी इस दौरे को ऐतिहासिक बता रही है. वहीं, दूसरी ओर कांग्रेस ने भी बीजेपी पर तंज कसा है. हालांकि राजनीतिक जानकारों की राय थोड़ी अलग है.

पीएम बस्तर को देते हैं अरबों की सौगात: भाजपा के वरिष्ठ नेता संजय पांडे ने पीएम मोदी के बस्तर दौरे को एतिहासिक बताया है. उन्होंने कहा है कि, "प्रधानमंत्री जब-जब बस्तर आते हैं तो वे बस्तरवासियों को अरबों रुपयों की सौगात देते हैं. भाजपा नहीं बल्कि प्रधानमंत्री के बार-बार आने से कांग्रेस डरी हुई है. कांग्रेस जब अपने सत्ता के यौवनकाल में थी, तब इसी बस्तर को लोग काला पानी के नाम से इसे जानते थे. 15 साल रमन सिंह की सरकार और 9 साल नरेंद्र मोदी की सरकार के बाद लोग बस्तर में डेवलपमेंट को देखें हैं. चाहे एजुकेशन सिटी हो या फिर नगरनार का एनएमडीसी प्लांट. हर क्षेत्र में डेवलपमेंट हुआ है. यही कारण है कि मोदी जी के आने से कांग्रेस डरी हुई है."

कांग्रेस का पीएम मोदी के दौरा पर कटाक्ष: प्रधानमंत्री का ये बस्तर दौरा ये चौथा बस्तर दौरा होगा. इस पर कांग्रेस ने कटाक्ष किया है. कांग्रेस के बस्तर शहर जिला अध्यक्ष सुशील मौर्य ने कहा है कि, "इसके पीछे केवल चुनावी रणनीति है. पिछले बार जांगला, गीदम और जगदलपुर कांग्रेस पहुंचे हुए थे. जहां से भाजपा साफ हो गई. अब फिर से जगदलपुर आ रहे हैं. दोबारा बीजेपी पूरी तरह साफ हो जाएगी. प्रधानमंत्री का बस्तर से कोई सरोकार नहीं है. केवल चुनाव आता है तो प्रधानमंत्री बस्तर आते हैं, क्योंकि वे देश के प्रचारजीवी मंत्री हैं. देश के प्रधानमंत्री के रूप में इनकी भूमिका बहुत कम दिखती रही है. भाजपा का जनाधार खिसक चुका है. 15 साल भाजपा के मुख्यमंत्री रहे रमन सिंह डरे हुए हैं. भाजपा के कार्यकर्ता गांव से निकल नहीं रहे हैं. भाजपा संगठन चाहता है कि नरेंद्र मोदी के भरोसे इनकी लाज बच जाए, इसीलिए वे काम कर रहे हैं. लेकिन बस्तर की जनता जान चुकी है. भाजपा को 1 सीट भी देने के मूड में यहां की जनता नहीं है.

जानिए पॉलिटिकल एक्सपर्ट की राय: पीएम के बस्तर दौरे पर पॉलिटिकल एक्सपर्ट की राय थोड़ी अलग है. जिले के पॉलिटिकल एक्सपर्ट विनोद सिंह ने ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान कहा कि, "प्रधानमंत्री रहते नरेंद्र मोदी पहली बार 9 मई 2015 को दंतेवाड़ा पहुंचे हुए थे. जहां उन्होंने विशाल सभा को संबोधित किया था. साथ ही दंतेवाड़ा के जावंगा भी पहुंचे हुए थे. जहां छत्तीसगढ़ की सबसे बड़ी एजुकेशन सिटी बनी है. यहां पीएम ने छात्रों से मुलाकात करके एजुकेशन सिटी का अवलोकन किया था. दूसरी बार पीएम बीजापुर के जांगला में 14 अप्रैल 2018 को पहुंचे हुए थे. जहां से उन्होंने आयुष्मान भारत की शुरुआत की थी. तीसरी बार मोदी 9 नवंबर 2018 को छत्तीसगढ़ में हो रहे विधानसभा चुनाव में प्रचार करने के लिए बस्तर पहुंचे हुए थे. जहां उन्होंने इसी लालबाग मैदान से विशाल आमसभा को संबोधित किया था. अब 3 अक्टूबर 2023 को बस्तर में पीएम का दौरा प्रस्तावित है. इसमें प्रधानमंत्री रहते सबसे अधिक बार बस्तर आने वाले प्रधानमंत्री में उनका नाम है. इससे पहले इंदिरा गांधी, राजीव गांधी, अटल बिहारी वाजपेयी, बीपी सिंह, पंडित जवाहर लाल नेहरू ये सब प्रधानमंत्री के तौर पर बस्तर आए हैं. लेकिन इन सबसे अधिक बार बस्तर आने का रिकॉर्ड प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का इस दौरे के बाद बन जाएगा."

पीएम मोदी का चौथा बस्तर दौरा

प्रधानमंत्री कार्यकाल में मोदी का बस्तर में ये चौथा दौरा है. निश्चित रूप से प्रधानमंत्री का अगर चुनावी दौरा होता है, तो उसका प्रभाव पड़ता है. जैसे कि अभी बस्तर में भाजपा की एक भी सीटें नहीं है. 12 की 12 सीटें अभी कांग्रेस के पास है. ऐसे में पीएम के दौरे का चुनाव पर असर पड़ सकता है. -सुधीर जैन, पॉलिटिकल एक्सपर्ट

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पीएम को बस्तर से लगाव: बस्तर के राजनीतिक जानकर श्रीनिवास रथ ने बताया कि, "मोदी जी एक सुलझे हुए नेता हैं. जब मोदी राजनेता नहीं बल्कि आरएसएस के प्रचारक थे, उस दौरान भी वे बस्तर आए थे. पीएम बस्तर क्षेत्र से वाकिफ हैं. इनका बस्तर से लगाव है. यही कारण है कि वो बस्तर को काफी महत्व दे रहे हैं. बार-बार आ रहे हैं. उनकी इच्छा है कि बस्तर का विकास हो. इसीलिए उन्होंने बस्तर को पिछड़े जिलों में शामिल किया है. ताकि ज्यादा से ज्यादा इसकी उन्नति हो सके."

बता दें कि जल्द ही छत्तीसगढ़ में चुनाव की तारीखों का ऐलान हो जाएगा. ऐसे में लगातार प्रदेश में बड़े नेताओं का दौरा हो रहा है. जहां एक ओर छत्तीसगढ़ में पीएम मोदी इस चुनाव में चौथी बार आ रहे हैं. वहीं, पीएम का बस्तर में भी ये प्रधानमंत्री बनने के बाद चौथा दौरा है, जो कि एक रिकॉर्ड बना रहा है.

Last Updated : Oct 2, 2023, 12:03 AM IST
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