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नगर सरकार: क्या कहती है जगदलपुर की जनता, क्या है वार्डों का हाल - जगदलपुर के नगर

जगदलपुर की जनता ने निगम की ओर से किए गए कामों पर अपनी राय दी है. जगदलपुर की जनता कांग्रेस के महापौर जतिन जायसवाल से नाखुश नजर आई.

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Published : Dec 10, 2019, 10:58 PM IST

Updated : Jul 25, 2023, 7:56 AM IST

जगदलपुर : नगर निगम बस्तर संभाग का एक मात्र नगर निगम है, जिसमे 48 वार्ड हैं, जगदलपुर शहर का तेजी से विकास हो रहा है, शहरी क्षेत्र के वार्डों में विकास हुआ है, लेकिन ग्रामीण क्षेत्र के वार्डों में आज भी मुलभूत समस्या से लोग जूझ रहे हैं. वहीं जगदलपुर शहर व्यवसाय का प्रमुख केन्द्र है, शहर मे निगम के अंर्तगत 2 व्यापारिक प्रतिष्ठान बनाये गए हैं. वहीं अंतर्राज्यीय बस स्टैण्ड और स्वीमिंग पूल का निर्माण किया गया है.

नगर सरकार: जगदलपुर नगर निगम

एक नजर जगदलपुर नगर निगम पर

  • वर्तमान में कांग्रेस के जतिन जायसवाल महापौर हैं.
  • कुल मतदाता- 93 हजार 146
  • महिला मतदाता- 48 हजार 335
  • पुरुष मतदाता- 44 हजार 786
  • थर्ड जेंडर वोटर्स- 25
  • कुल मतदाता में 60 फीसदी सामान्य वर्ग के.
  • जबकि 40 फीसदी ST, SC और OBC मतदाता.
  • कुल 48 वार्डों के लिए 169 प्रत्याशी मैदान में हैं.

आरक्षण की स्थिति

  • 2019 निकाय चुनाव में 16 सीट महिला वर्ग के लिए आरक्षित है.
  • इसमे 24 सामान्य सीट, 9 अनुसूचित जनजाति (ST) और अनुसूचित जाति (SC) के लिए 3 सीट और अन्य पिछडा वर्ग(OBC) के लिए 12 सीट आरक्षित हैं.

पिछले तीन नगरीय निकाय चुनाव का हाल

  • 2004 में जगदलपुर शहर को नगर निगम का दर्जा मिला.
  • 2004 में हुए नगरीय निकाय चुनाव में बीजेपी की गीतेश मल्ल पहली महापौर बनी
  • गीतेश ने कांग्रेस की उषा शुक्ला को पराजित किया था
  • भाजपा को शहरी मतदाताओं से भारी वोट मिले
  • इसके बाद लगातार बीजेपी ने दो बार निकाय चुनाव में जीत हासिल की

2009 में जगदलपुर निकाय चुनाव का हाल

  • 2009 में बीजेपी के किरण देव महापौर चुने गए
  • किरण देव ने कांग्रेस के उमाशंकर शुक्ला को पराजित किया.

पढ़ें : नगर सरकार: नगर निगम चिरमिरी के क्या हैं बड़े मुद्दे और क्या है यहां की जनता की राय

साल 2014 का हाल

  • 2014 में महापौर पद पर कांग्रेस ने कब्जा जमाया.
  • कांग्रेस के जतिन जायसवाल ने जीत दर्ज की.
  • बीजेपी के योगेंद्र कौशिक को हार का सामना करना पड़ा.
  • इस तरह से जगदलपुर नगर निगम के महापौर पद पर दो बार बीजेपी और एक बार कांग्रेस ने जीत हासिल की.

जगदलपुर नगर निगम के स्थानीय मुद्दे

  • शुद्ध पेयजल, मुलभूत सुविधा और सड़क
  • दलपत सागर की भूमि पर बेजा कब्जा
  • वार्डों मे पसरी गंदगी
  • धूल और बदहाल सड़कें
  • अटल आवास की स्थिति बद्तर है
  • मानसून के दौरान निचली बस्तियों में जलभराव
  • 48 में से 25 वार्ड बारिश में हो जाते हैं जलमग्न
  • अंतर्राज्यीय स्वीमिंग पूल बदहाल
  • मुक्तिधाम में भी सुविधाओं की कमी

5 साल में हुए काम

  • 400 से ज्यादा स्थानीय सफाई कर्मचारियो की काम पर वापसी .
  • ड्रेनेज सुधार के लिए दो बड़े नालों का निर्माण.
  • नाली और सीसी सड़क का निर्माण .
  • गंगामुण्डा तालाब का गहरीकरण.
  • अमृत योजना में बिछाई पाइप लाइन लेकिन योजना अधूरी.

जगदलपुर : नगर निगम बस्तर संभाग का एक मात्र नगर निगम है, जिसमे 48 वार्ड हैं, जगदलपुर शहर का तेजी से विकास हो रहा है, शहरी क्षेत्र के वार्डों में विकास हुआ है, लेकिन ग्रामीण क्षेत्र के वार्डों में आज भी मुलभूत समस्या से लोग जूझ रहे हैं. वहीं जगदलपुर शहर व्यवसाय का प्रमुख केन्द्र है, शहर मे निगम के अंर्तगत 2 व्यापारिक प्रतिष्ठान बनाये गए हैं. वहीं अंतर्राज्यीय बस स्टैण्ड और स्वीमिंग पूल का निर्माण किया गया है.

नगर सरकार: जगदलपुर नगर निगम

एक नजर जगदलपुर नगर निगम पर

  • वर्तमान में कांग्रेस के जतिन जायसवाल महापौर हैं.
  • कुल मतदाता- 93 हजार 146
  • महिला मतदाता- 48 हजार 335
  • पुरुष मतदाता- 44 हजार 786
  • थर्ड जेंडर वोटर्स- 25
  • कुल मतदाता में 60 फीसदी सामान्य वर्ग के.
  • जबकि 40 फीसदी ST, SC और OBC मतदाता.
  • कुल 48 वार्डों के लिए 169 प्रत्याशी मैदान में हैं.

आरक्षण की स्थिति

  • 2019 निकाय चुनाव में 16 सीट महिला वर्ग के लिए आरक्षित है.
  • इसमे 24 सामान्य सीट, 9 अनुसूचित जनजाति (ST) और अनुसूचित जाति (SC) के लिए 3 सीट और अन्य पिछडा वर्ग(OBC) के लिए 12 सीट आरक्षित हैं.

पिछले तीन नगरीय निकाय चुनाव का हाल

  • 2004 में जगदलपुर शहर को नगर निगम का दर्जा मिला.
  • 2004 में हुए नगरीय निकाय चुनाव में बीजेपी की गीतेश मल्ल पहली महापौर बनी
  • गीतेश ने कांग्रेस की उषा शुक्ला को पराजित किया था
  • भाजपा को शहरी मतदाताओं से भारी वोट मिले
  • इसके बाद लगातार बीजेपी ने दो बार निकाय चुनाव में जीत हासिल की

2009 में जगदलपुर निकाय चुनाव का हाल

  • 2009 में बीजेपी के किरण देव महापौर चुने गए
  • किरण देव ने कांग्रेस के उमाशंकर शुक्ला को पराजित किया.

पढ़ें : नगर सरकार: नगर निगम चिरमिरी के क्या हैं बड़े मुद्दे और क्या है यहां की जनता की राय

साल 2014 का हाल

  • 2014 में महापौर पद पर कांग्रेस ने कब्जा जमाया.
  • कांग्रेस के जतिन जायसवाल ने जीत दर्ज की.
  • बीजेपी के योगेंद्र कौशिक को हार का सामना करना पड़ा.
  • इस तरह से जगदलपुर नगर निगम के महापौर पद पर दो बार बीजेपी और एक बार कांग्रेस ने जीत हासिल की.

जगदलपुर नगर निगम के स्थानीय मुद्दे

  • शुद्ध पेयजल, मुलभूत सुविधा और सड़क
  • दलपत सागर की भूमि पर बेजा कब्जा
  • वार्डों मे पसरी गंदगी
  • धूल और बदहाल सड़कें
  • अटल आवास की स्थिति बद्तर है
  • मानसून के दौरान निचली बस्तियों में जलभराव
  • 48 में से 25 वार्ड बारिश में हो जाते हैं जलमग्न
  • अंतर्राज्यीय स्वीमिंग पूल बदहाल
  • मुक्तिधाम में भी सुविधाओं की कमी

5 साल में हुए काम

  • 400 से ज्यादा स्थानीय सफाई कर्मचारियो की काम पर वापसी .
  • ड्रेनेज सुधार के लिए दो बड़े नालों का निर्माण.
  • नाली और सीसी सड़क का निर्माण .
  • गंगामुण्डा तालाब का गहरीकरण.
  • अमृत योजना में बिछाई पाइप लाइन लेकिन योजना अधूरी.
Intro:नगर निगम की सामान्य जानकारी -
जगदलपुर नगर निगम   
जगदलपुर नगर निगम बस्तर संभाग का एक मात्र नगर निगम है जिसमे 48 वार्ड है, जगदलपुर शहर का तेजी से विकास हो रहा है, शहरी क्षेत्र के वार्डो मे विकास हुआ है लेकिन ग्रामीण क्षेत्र मे पडने वाले वार्डो मे आज भी मुलभूत समस्या से लोग जुझ रहे है। वही जगदलपुर शहर व्यवसाय का प्रमुख केन्द्र है, शहर मे निगम के अंर्तगत 2 व्यापारी प्रतिष्ठानें बनाये गये है। वही अंर्तराज्जीय बस स्टैण्ड और अंर्तराज्जीय स्वीमिंग पूल का निर्माण किया गया है।
जगदलपुर नगर निगम के अंर्तगत कुल मतदाता-93 हजार 146 है।
महिला- 48335 पुरूष- 44786 , तृतीय लिंग मतदाताओं की संख्या -25 है।
जगदलपुर के वर्तमान महापौर  जतीन जयसवाल है जो कांग्रेसी है।
पिछले तीन नगरीय चुनाव मे हार जीत की जानकारी -
जगदलपुर- जगदलपुर शहर को नगर निगम का दर्जा सन 2004 मे मिला। सन2004 मे हुए नगरीय निकाय चुनाव मे सामान्य महिला सीट होने की वजह से बीजेपी की उम्मीदवार श्रीमती गीतेश मल्ल ने कांग्रेस की उम्मीदवार श्रीमती उषा शुक्ला को पराजित कर जगदलपुर नगर निगम के प्रथम महापौर बनी, जिसके बाद सन 2009 मे हुए नगरीय निकाय चुनाव मे सामान्य पूरूष सीट होने की वजह से बीजेपी के उम्मीदवार किरण देव ने कांग्रेस के प्रत्य़ाशी उमाशंकर शुक्ला को पराजित कर जगदलपुर नगर निगम के बीजेपी के दूसरे महापौर बने औऱ जिसके बाद सन 2014 मे हुए चुनाव के दौरान ओबीसी पुरूष सीट होने से कांग्रेस के उम्मीदवार जतिन जयसवाल ने भाजपा के योगेन्द्र कौशिक को भारी मतो से पराजित कर चुनाव जीता और जगदलपुर नगर निगम के तीसरे महापौर बने। अपने अस्तित्व मे आने के बाद तीन बार हुए नगरीय निकाय मे चुनाव मे दो बार बीजेपी के महापौर और एक बार कांग्रेस के महापौर बने।



Body:राजनीति समीकरण
जगदलपुर-  जगदलपुर मे भाजपा का शुरू से ही दबदबा रहा है, 2004 सामान्य महिला सीट होने की वजह से भाजपा को शहरी मतदाताओं से भारी मत मिले थे, और जिसके बाद से जगदलपुर नगर निगम मे बीते दो कार्यकाल मे भाजपा का ही दबदबा रहा, लेकिन 2014 मे हुए चुनाव मे भाजपा के प्रत्याशी योगेन्द्र कौशिक को हार का सामना करना पडा और कांग्रेस के प्रत्याशी जतीन जयसवाल ने जीत हासिल की , जगदलपुर नगर निगम मे 60 प्रतिशत, सभी जाति धर्म वर्ग के सामान्य जाति के लोग मौजुद है, जबकि 40 प्रतिशत अनुसूचित जाति, जनजाति और पिछडे वर्ग के लोग मौजुद है।
स्थानीय मुद्दे-
जगदलपुर नगर निगम - जगदलपुर नगर निगम शहरी क्षेत्र होने की वजह से यंहा स्थानीय लोगो की सबसे बडी समस्या शुद्द पेयजल,मुलभूत सुविधा और सडको की है।राजनैतिक पार्टीया अपने चुनावी मुद्दो मे सबसे अहम मुद्दा  मुलभूत सुविधाओं को दूरूस्त करने की बात कहती है, लेकिन समस्याएं जस के तस बनी हुई है। इसके अलावा बस्तर का एतिहासिक धरोहर दलपत सागर की भूमि पर बेजा कब्जा, शहर मे और वार्डो मे पसरी गंदगी, धूल और बदहाल सडके मुख्य मुद्दे है। इसके अलावा अधुरे पडे शौचालय, प्रधानमंत्री आवास योजना और अंर्तराज्जीय बस स्टैण्ड मे यात्रियो को हो रही असुविधा मुख्य मुद्दे है। इसके अलावा सफाई कर्मचारियो को समय पर तनख्वाह नही दिया जाना शहर के मुख्य बाजारों का अव्यवस्थित होना औऱ तालाबों की स्थिति बदतर होने यह भी मुख्य समस्याओ मे से एक है। वही सबसे अधिक समस्या नगर निगम के अंर्तगत आने वाले अटल आवासों की है, शहर के गरीब तबको के लिए बनाये गये अटल आवासों की स्थिति काफी बद्तर है, शुध्द पेयजल की समस्या से जुझने के साथ ही यंहा साफ सफाई नही किया जाना मुख्य समस्या है। इसके अलावा इन अटल आवासों मे बेजा कब्जा भी मुख्य समस्या बनी हुई है। इसके अलावा सीसी सडक नही होने से कई अटल आवास बारिश के समय तालाब मे तब्दील हो जाते है। कई वार्डो मे नाला का निर्माण नही किया जाना भी प्रमुख समस्याओं मे से एक है। शहर के 48 वार्डो मे से लगभग 25 वार्ड बाऱिश के मौसम मे जलमग्न हो जाते है। कई परिवारों का बेघर होना पडता है। नालियो की सफाई और घटिया और संकरी नाली निर्माण कराने के चलते बरसात का पानी कई दिनो तक जाम रहता है जिस वजह से वार्डो मे डुबान जैसी स्थिति उत्पन्न होती है। शहर के सबसे बडे बाजार संजय मार्किट मे महिला सम्रिध्दि बाजार आंबटित नही करने की वजह से संजय मार्केट का मुख्य सडक अतिक्रमण का शिकार हो गया है। आये दिन जाम की स्थिति से लोगो को काफी दिक्कतों का सामना करना पडता है, साथ ही बाजार को व्यवस्थित नही कर पाने से बाजार अतिक्रमण का शिकार हो गया है, बाजार के आसपास गंदगी पसरी रहती है। वही 5 साल बाद भी अमृत योजना शुरू नही होने की वजह से वार्डवासियो को पेयजल की समस्या से आज भी जुझना पडता है। इसके अलावा शहर के सडको का चौडीकरण ना होना हादसे का सबब बनता है, करोडो रू की लागत से बनी अंर्तराज्जीय स्वीमिंग पूल भी बदहाली की स्थिति मे है। इसके अलावा निगम के कई कांम्पलेक्स अधूर पडे है। निगम के अंर्तगत आने वाले मुक्तिधाम मे भी अव्यवस्था का आलम है न ही यंहा शेड का निर्माण किया गया है और नही पेयजल की व्यवस्था। 



Conclusion:आरक्षण की स्थिति - जगदलपुर नगर निगम के अंर्तगत कुल 48 वार्ड है जिनमे इस बार हुए आरक्षण मे 16 सीट महिलाओं के लिए आरक्षित है, और अन्य पूरूषो के लिए। इसमे 24 सामान्य सीट, 9 अनुसूचित जनजाति और अनुसूचित जाति के लिए 3 सीट और अन्य पिछडा वर्ग के लिए 12 सीट आरक्षित है।
5 साल मे हुए कार्य - निगम के इस 5 साल के कार्यकाल की बात की जाये तो निगम मे बैठी कांग्रेस सरकार ने अपने घोषणा पत्र मे किये गये वायदो मे लगभग 400 से अधिक स्थानीय सफाई कर्मचारियो को वापस काम मे लिया औऱ शहर के ड्रेनेज व्यवस्था को सुधारने के लिए दो बडे नालियों का निर्माण करवाया, वार्डो मे मुलभूत सुविधाओ को दुरूस्त करने के लिए नाली निर्माण के साथ सीसी सडक का निर्माण कराया, गंगामुण्डा तालाब का गहरीकरण, गंगामुण्डा तालाब मे ही दो घाट का निर्माण,  निगम की सबसे बडी योजना मे से एक अमृत योजना के तहत पाईप लाईन बिछाने का कार्य किया गया लेकिन अमृत योजना का बीते 5 सालों मे शुरूआत नही हो सका लिहाजा शहर के लोग शुध् पेयजल के लिए कई समस्याओं से जुझते है।
कितने प्रत्याशी चुनाव मैदान मे  
नगरीय निकाय के चुनावी दंगल मे कुल 47 वार्डो मे 169 प्रत्याशी मैदान मे है।        

बाईट1-वार्डवासी
बाईट2-वार्डवासी
बाईट3-वार्डवासी
बाइट4-वार्डवासी
बाईट5-वार्डवासी
बाईट6-रामाश्रय सिंह, भाजपा पार्षद "वाइट शर्ट तिलक लगाएं"
बाईट7- संजीव पचौरी, विशेष जानकर "बुज़ुर्ग व्यक्ति"
बाईट8- जतिन जायसवाल, महापौर "बैठे हुए बाईट"
Last Updated : Jul 25, 2023, 7:56 AM IST
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