जगदलपुर : नगर निगम बस्तर संभाग का एक मात्र नगर निगम है, जिसमे 48 वार्ड हैं, जगदलपुर शहर का तेजी से विकास हो रहा है, शहरी क्षेत्र के वार्डों में विकास हुआ है, लेकिन ग्रामीण क्षेत्र के वार्डों में आज भी मुलभूत समस्या से लोग जूझ रहे हैं. वहीं जगदलपुर शहर व्यवसाय का प्रमुख केन्द्र है, शहर मे निगम के अंर्तगत 2 व्यापारिक प्रतिष्ठान बनाये गए हैं. वहीं अंतर्राज्यीय बस स्टैण्ड और स्वीमिंग पूल का निर्माण किया गया है.
एक नजर जगदलपुर नगर निगम पर
- वर्तमान में कांग्रेस के जतिन जायसवाल महापौर हैं.
- कुल मतदाता- 93 हजार 146
- महिला मतदाता- 48 हजार 335
- पुरुष मतदाता- 44 हजार 786
- थर्ड जेंडर वोटर्स- 25
- कुल मतदाता में 60 फीसदी सामान्य वर्ग के.
- जबकि 40 फीसदी ST, SC और OBC मतदाता.
- कुल 48 वार्डों के लिए 169 प्रत्याशी मैदान में हैं.
आरक्षण की स्थिति
- 2019 निकाय चुनाव में 16 सीट महिला वर्ग के लिए आरक्षित है.
- इसमे 24 सामान्य सीट, 9 अनुसूचित जनजाति (ST) और अनुसूचित जाति (SC) के लिए 3 सीट और अन्य पिछडा वर्ग(OBC) के लिए 12 सीट आरक्षित हैं.
पिछले तीन नगरीय निकाय चुनाव का हाल
- 2004 में जगदलपुर शहर को नगर निगम का दर्जा मिला.
- 2004 में हुए नगरीय निकाय चुनाव में बीजेपी की गीतेश मल्ल पहली महापौर बनी
- गीतेश ने कांग्रेस की उषा शुक्ला को पराजित किया था
- भाजपा को शहरी मतदाताओं से भारी वोट मिले
- इसके बाद लगातार बीजेपी ने दो बार निकाय चुनाव में जीत हासिल की
2009 में जगदलपुर निकाय चुनाव का हाल
- 2009 में बीजेपी के किरण देव महापौर चुने गए
- किरण देव ने कांग्रेस के उमाशंकर शुक्ला को पराजित किया.
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साल 2014 का हाल
- 2014 में महापौर पद पर कांग्रेस ने कब्जा जमाया.
- कांग्रेस के जतिन जायसवाल ने जीत दर्ज की.
- बीजेपी के योगेंद्र कौशिक को हार का सामना करना पड़ा.
- इस तरह से जगदलपुर नगर निगम के महापौर पद पर दो बार बीजेपी और एक बार कांग्रेस ने जीत हासिल की.
जगदलपुर नगर निगम के स्थानीय मुद्दे
- शुद्ध पेयजल, मुलभूत सुविधा और सड़क
- दलपत सागर की भूमि पर बेजा कब्जा
- वार्डों मे पसरी गंदगी
- धूल और बदहाल सड़कें
- अटल आवास की स्थिति बद्तर है
- मानसून के दौरान निचली बस्तियों में जलभराव
- 48 में से 25 वार्ड बारिश में हो जाते हैं जलमग्न
- अंतर्राज्यीय स्वीमिंग पूल बदहाल
- मुक्तिधाम में भी सुविधाओं की कमी
5 साल में हुए काम
- 400 से ज्यादा स्थानीय सफाई कर्मचारियो की काम पर वापसी .
- ड्रेनेज सुधार के लिए दो बड़े नालों का निर्माण.
- नाली और सीसी सड़क का निर्माण .
- गंगामुण्डा तालाब का गहरीकरण.
- अमृत योजना में बिछाई पाइप लाइन लेकिन योजना अधूरी.