जगदलपुर: प्रदेश में होने वाले नगरीय निकाय चुनाव के लिए आचार संहिता लगने से ठीक पहले जगदलपुर नगर निगम की अंतिम सामान्य सभा सम्पन्न हुई. अंतिम सामान्य सभा के मौके पर विशेष सम्मेलन आयोजित किया गया, जिसमें नगर निगम के अध्यक्ष, महापौर और सभी वार्डों के पार्षद और एल्डरमैन मौजूद थे. इस विशेष सम्मेलन में एक तरफ जहां सभी पार्षदों ने अपने 5 साल का अनुभव साझा किया, वहीं दूसरी तरफ नेता प्रतिपक्ष ने इस विशेष सम्मेलन को ढकोसला बताते हुए निगम के महापौर को घेरते हुए उनके कार्यकाल को लेकर जमकर खरी-खोटी सुनाई.
सभा में महापौर ने अपने 5 साल में किए गए विकास कार्यों की उपलब्धि गिनाई और सभी पार्षदों ने अपने-अपने 5 साल के अनुभव साझा किए. निगम के महापौर जतिन जायसवाल ने कहा कि 'चुनाव के दौरान उन्होंने जो भी वादे जनता से किए थे और कांग्रेस ने जो भी घोषणा पत्र में जनता से वादा किया था वह पूरा किया गया. हालांकि इस दौरान फंड नहीं मिल पाने की वजह से निगम के कुछ काम अधूरे रह गए. लेकिन उनके 5 साल के कार्यकाल में जनता को काफी कुछ विकास कार्य देखने को मिला'.
'विशेष सम्मेलन के नाम पर धोखा'
इधर नेता प्रतिपक्ष संजय पांडे ने इस विशेष सम्मेलन को जनता के साथ धोखा करना बताया. संजय पांडे ने कहा कि 'निगम की अंतिम सामान्य सभा में कार्यों की समीक्षा करने के साथ बचे हुए कार्यों को जल्द पूरा करने जैसे निर्देश देना चाहिए. लेकिन कांग्रेस के सभी पार्षदों ने इसे विशेष सम्मेलन का नाम देकर जनता के साथ धोखा किया'.
महापौर ने सिर्फ झूठा वादा किया: नेता प्रतिपक्ष
नेता प्रतिपक्ष ने महापौर को घेरते हुए उनके 5 साल के कार्यकाल को लेकर जमकर खरी-खोटी सुनाई. संजय पांडे ने कहा कि 'जगदलपुर के महापौर छत्तीसगढ़ के पहले ऐसे महापौर है जिन्होंने 5 साल में जनता के साथ सिर्फ झूठा वादा किया है. इनके कार्यकाल में शहर में कोई भी विकास कार्य नहीं हुए और उनकी कार्यशैली भी काफी ढीली रही. पांच सालों में निगम सरकार ने विकास के नाम पर जनता को सिर्फ ठगा है'.