बस्तर : छत्तीसगढ़ के मुखिया सीएम भूपेश बघेल अपने दो दिवसीय प्रवास पर बस्तर पहुंचे.जहां सीएम भूपेश ने युवाओं से भेंट मुलाकात की.इस कार्यक्रम में संभाग के सातों जिले के युवा पहुंचे थे. हजारों की संख्या में पहुंचे युवाओं ने सीएम भूपेश के सामने अपनी समस्याएं रखी.इस दौरान सीएम भूपेश ने एक-एक करके छात्र-छात्रओं से संवाद किया. संवाद के दौरान ही कई समस्याओं का सीएम ने तत्काल हल कर दिया.वहीं कुछ समस्याओं को निपटाने के लिए समय मांगा.
सीएम भूपेश ने समस्याओं का किया निपटारा : युवा भेंट मुलाकात कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कृषि विस्तार अधिकारी की भर्ती जल्द करने की बात कही. जिसका जवाब देते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि व्यापम के जरिए 41 हजार पदों पर भर्ती हो रही है. जल्द इस पर भी भर्ती की जाएगी.वित्त विभाग ने इसके लिए अनुमति दे दी है.
अबूझमाड़ की छात्रा ने सीएम से की अनोखी मांग : इस दौरान कार्यक्रम में शामिल होने आई एक छात्रा ने छत्तीसगढ़ी भाषा में सीएम से अपने हॉस्टल की सीट 50 से बढ़ाकर 100 करने की मांग की.ताकि सुदूर अंचल की छात्राओं को पढ़ाई में दिक्कत ना हो.सीएम ने छात्रा को शाबासी देते हुए,तुरंत उसकी मांग को पूरा करने का आश्वासन दिया.
इसके अलावा आर्चरी खेल परिसर इंडोर स्टेडियम में बीपीएड, एमपीएड खेल संबंधी पाठ्यक्रम शुरू करने की मांग भी उठी. जिस पर जल्द निराकरण करने की बात मुख्यमंत्री ने कही है. इसके अलावा मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने बस्तर में आयोजित भेंट मुलाकात कार्यक्रम में कई घोषणाएं भी की.
- कोंडागांव में कुश्ती एकेडमी की घोषणा
- सुकमा में एग्रीकल्चर कॉलेज अगले वर्ष से खोलने की घोषणा
- सुकमा कॉलेज को 4 करोड़ के फंड की घोषणा
- नारायणपुर पीएमटी गर्ल्स कॉलेज में सीटों की संख्या 50 है बढ़ाकर उसको 100 किया जाएगा
- नारायणपुर में आउटडोर स्टेडियम और सेंट्रल लाइब्रेरी की मांग पर खोलने की घोषणा
- जगदलपुर दंतेश्वरी गर्ल्स कॉलेज में हॉस्टल की स्वीकृति
- भोपालपट्टनम कॉलेज के लिए बाउंड्रीवॉल बनाने एवं कॉलेज भवन और नए हॉस्टल खोलने की घोषणा
- चारामा में डीसीए और पीजीडीसीए की मांग पर अगले साल खोलने की घोषणा
- चारामा में पीजी कॉलेज खोलने की घोषणा.
बादल एकेडमी की स्थापना के लिए सीएम को धन्यवाद : बस्तर जिले के जगदलपुर स्थित क्राइस्ट कॉलेज की छात्रा कुमारी भूमिका साहा ने मुख्यमंत्री को बादल एकेडमी की स्थापना के लिए धन्यवाद दिया. भूमिका के मुताबिक बस्तर की स्थानीय साहित्य और संस्कृति को एक पीढ़ी से दूसरे पीढ़ी तक पहुंचाने में बादल एकेडमी महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है. बादल संस्था में अध्ययनरत छात्र छात्राओं को फ्री लांस और आंत्रेप्रिन्योरशिप के तौर पर कार्य करने की ट्रेनिंग दी जाती है. जिसमें धातु काष्ठ, तुबा कला,आदि शिल्प कला समेत अन्य कला को सिखाया जाता है.ताकि कला के माध्यम से भविष्य में रोजगार के अवसर छात्रों को मिल सके. इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि किसानों के हित के लिए शासन के अलावा निजी तौर पर भी युवाओं को प्रयास करना चाहिए.