जगदलपुर: छत्तीसगढ़ में दीपावली के दूसरे दिन गोवर्धन पूजा मनाई जाती है. इस दौरान गाय- बैलों की पूजा कर उन्हें पकवान खिलाए जाते हैं. दिवाली के बाद से ही गोवर्धन पूजा की तैयारी शुरू हो जाती है. प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों के साथ ही बस्तर में भी ये पूजा बड़े ही धूमधाम से की जाती है.
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भूपेश सरकार की योजना के तहत बनाए गए गौठानों में गोवर्धन पूजा के दिन गौठान दिवस मनाने का निर्णय लिया गया है. प्रदेश में पहली बार मनाए जाने वाले इस गौठान दिवस को लेकर बस्तर में भी जिला प्रशासन ने सारी तैयारियां पूर्ण कर ली है. गौठान दिवस को मनाने में किसी तरह की कोई लापरवाही न हो, इसलिए अधिकारी गौठानों में सुविधाओं की कमी को दूर करने में जुट गए हैं. वहीं गौठान दिवस को लेकर समितियों को भी गौठान में पूजा-पाठ करने के लिए तैयारियों के साथ आने के निर्देश दिए गए हैं.
योजना को लेकर कार्याशाला का आयोजन
इस योजना को सफल बनाने के लिए जिले के कलेक्टर ने कृषि अधिकारी और कर्मचारियों के लिए एक दिवसीय कार्यशाला और प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया. इसमें गौठान समिति के सदस्य से लेकर इससे जुड़े विभाग के अधिकारी मौजूद रहे.