जगदलपुर: पूर्व केंद्रीय मंत्री और वरिष्ठ कांग्रेस नेता अरविंद नेताम ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बयान पर पलटवार किया है. अरविंद नेताम ने कहा है कि प्रदेश के मुख्यमंत्री को व्यक्तिगत टिप्पणी करना शोभा नहीं देता है. ऐसा करना गरिमा के अनुकूल नहीं है. नेताम ने कहा कि मध्य प्रदेश सरकार के दौर से ट्राइबल नेताओं पर इस तरह की बयानबाजी चली आ रही है.
अरविंद नेताम ने कहा कि मेरे पिता भी राजनीति में रहे हैं. पूर्व से ही हमारे पास भरपूर खेती-बाड़ी रही है. प्रेस वार्ता में प्रदेश के मुख्यमंत्री को व्यक्तिगत टिप्पणी करना शोभा नहीं देता है. बोधघाट परियोजना से जूड़े एक सवाल के जवाब में सीएम ने पूर्व केंद्रीय मंत्री अरविंद नेताम पर तंज कसा था.
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पूर्व केंद्रीय मंत्री पर सीएम का तंज
25 और 26 जनवरी को दो दिवसीय बस्तर प्रवास पर पहुंचे थे. नेताम बोधघाट परियोजना का विरोध कर रहे हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि वे अपनी पूरी जिंदगी जी चुके हैं और पूरा लाभ ले चुके हैं. आज उनके पास पेट्रोल पंप है, खेत है और उनके परिवार में सभी के पास सरकारी नौकरी है.
सीएम ने कहा कि मैंने उनसे पहले ही पूछा था कि बोधघाट परियोजना का विरोध क्यों कर रहे हैं, नेताम ने कहा कि यह हाइड्रो प्रोजेक्ट है. जिस पर मुख्यमंत्री ने साफ किया कि यह केवल सिंचाई के लिए बन रहा है. मुख्यमंत्री ने कहा कि वह चाहते हैं कि बस्तर का प्रत्येक आदिवासी अरविंद नेताम, सांसद दीपक बैज और विधायक राजमन बेंजाम जैसे आर्थिक रूप से मजबूत बने. इसके लिए उनके खेतों तक पानी पहुंचना जरूरी है. यदि इसके अलावा अरविंद नेताम के पास कोई और रास्ता है तो बताएं ?
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परियोजना का फील्ड सर्वे नहीं हुआ
व्यक्तिगत टिप्पणी को लेकर अरविंद नेताम ने प्रेस वार्ता ली. मुख्यमंत्री के व्यक्तिगत टिप्पणी को गरिमा के विपरित बताया. अरविंद नेताम ने कहा कि राज्य सरकार ने बोधघाट परियोजना के लिए फील्ड सर्वे नहीं कराया है. इसका ठीक तरह से अध्ययन नहीं किया है. परियोजना किस तरह से सफल हो पाएगी मुख्यमंत्री इस पर कोई जवाब नहीं दे रहे हैं.
प्रदेश में पहले भी कांग्रेस की सरकार ने इस परियोजना से हाथ खींच लिए थे. ऐसे में पहले वर्तमान सरकार को सिंचाई परियोजना पर अध्ययन की जरूरत है. इसका सर्वे महत्वपूर्ण होगा. बिना इन दोनों को किए उन पर व्यक्तिगत टिप्पणी करना एक प्रदेश के मुख्यमंत्री को शोभा नहीं देता है.