बस्तर: छत्तीसगढ़ में आज से नए शिक्षा सत्र खुलने से बच्चों में खुशी का माहौल देखने को मिल रहा (Children happy with start of new education session in Chhattisgarh) है. इस बीच बस्तर में भी स्कूल खुलने से बच्चे काफी खुश हैं. बीते दो-तीन वर्षों से कोरोना के कारण बस्तर में बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हुई थी. जिन्हें नए सत्र में भरपाई करने की योजना जिला प्रशासन ने तैयार की है. बस्तर कलेक्टर रजत बंसल ने बताया कि बस्तर में शिक्षा व्यवस्था को बेहतर करने के लिए प्रयास किया जा रहा है.
ब्रिज कोर्स का लिया जाएगा सहारा: कोरोना काल में बच्चों की शिक्षा काफी हद तक प्रभावित हुई है, उसे दूर करने के लिए चुनिंदा छात्रों को उपचारात्मक शिक्षा प्रदान करने के लिए नवा जतन कार्यक्रम शुरू किया जा रहा है. 16 जून से स्कूल खोलने के बाद सबसे पहले शिक्षक प्राथमिक और मिडिल स्कूल के बच्चों का लर्निंग लॉज दूर करने को ब्रिज कोर्स का सहारा लिया (Education will be done through bridge course in Bastar) जाएगा. राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद में इसके लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम संचालित किया गया था. प्रशिक्षित शिक्षक इसके जरिए अब स्कूलों में छात्रों को अपग्रेड करने की कोशिश करेंगे. सबसे जरूरी पहली से तीसरी तक के छात्रों को अपग्रेड करना होगा क्योंकि सबसे ज्यादा नुकसान इन छात्रों का हुआ है.
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ऐसे होगी शिक्षा की भरपाई: युवोदय के वालंटियर के अलावा शिक्षा दूतों को भी आगे बढ़ाकर छात्रों तक पहुंचाने का काम किया जा रहा है. ताकि सभी बच्चों को ट्यूशन दे सकें. जिससे कोरोनाकाल में प्रभावित हुए शिक्षा की भरपाई हो सके.