बस्तर : बाजार में टमाटर की जबरदस्त मांग के बीच बस्तर के किसान को बड़ा झटका लगा है. यह झटका अचानक किसान को तब लगा जब उन्होंने निजी कंपनी बायर नेटिव से खरीदी की गई कीटनाशक दवा का छिड़काव फसल पर (Crores of tomato crop ruined in Bastar ) किया. अगले ही दिन अचानक पूरी फसल सूख गई. जिससे बस्तर के किसानों को 1 करोड़ से अधिक रुपये का नुकसान हुआ है.
कहां का है मामला : सोनारपाल इलाके के मुंजला गांव के उन्नत किसान अशोक कुमार कोसले ने बताया कि ''वो लगभग 2006 से खेती किसानी करके फसल उगाते आए हैं. प्रतिवर्ष इस किसान को टमाटर की फसल से अच्छी खासी आमदनी होती थी. अपने खेत से किसान प्रतिदिन 250 से 300 कैरेट टमाटर निकालकर मार्केट में बेचा करते थे. इस वर्ष भी अच्छी खासी फसल के लिए किसान ने 14 एकड़ पर टमाटर का फसल लगाया था. लेकिन नेटिव कंपनी कीटरोधी दवा के छिड़काव से उनकी फसल तबाह हो गई. जिसकी वजह से उन्हें करोड़ों रुपए का नुकसान (Dried field after spraying insecticide in Bastar ) हुआ. किसान ने बताया कि ''इस मामले को लेकर संबंधित कंपनी से बातचीत की गई. लेकिन उन्होंने दवाई से फसल बर्बाद होने वाली बात से साफ इनकार कर दिया है.''
अधिकारियों ने मौके का किया मुआयना : कृषि विभाग के अधिकारी कृषि महाविद्यालय के वैज्ञानिकों के साथ मौके पर पहुंचे और जांच पड़ताल की.अनुविभागीय कृषि अधिकारी तरुण कुमार प्रधान ने बताया कि ''उन्होंने टमाटर की खेती का निरीक्षण किया और छिड़काव किए गए दवाई और बर्बाद हुई फसल का सैंपल लेकर उसे जांच के लिए कृषि महाविद्यालय के साथ ही लैब भेजा है .जांच के बाद ही यह स्पष्ट हो पाएगा कि फसल बर्बादी का कारण क्या है.''
ऐसे समय में जब टमाटर के भाव बढ़े हुए थे. एकाएक सोनारपाल इलाके के बड़े किसानों के खेतों से टमाटर की फसल खराब हो गई.जिसके कारण बस्तर में टमाटर की कीमतों पर फिर उछाल आया है. रोजाना करीब 500 कैरेट टमाटर सिर्फ सोनारपाल इलाके से जगदलपुर के सब्जी मार्केट में पहुंच रहा था.लेकिन अब फसल बर्बाद होने से कीमत ऊंचे हो जाएंगे.