जगदलपुर: प्रदेश के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सोमवार शाम बस्तर दशहरा की महत्वपूर्ण रस्म ‘मावली परघाव‘ में शामिल हुए. जगदलपुर में हो रही तेज बारिश के बीच उन्होंने जिया डेरा में दंतेवाड़ा से पहुंची मावली माता की डोली व छत्र का पूरे विधि-विधान से पूजा अर्चना कर प्रदेश की सुख, समृद्धि और शांति के लिए प्रार्थना की.
दरअसल, दंतेवाड़ा से माता मावली की डोली रविवार को देर रात जगदलपुर पहुंची थी, जिसे गीदम रोड स्थित जिया डेरा में ठहराया गया था. वहीं मावली परघाव रस्म शुरू होने से पहले मुख्यमंत्री दंतेवाड़ा से पहुचीं डोली की पूजा अर्चना की. इधर मावली परघाव के इस महत्वपूर्ण रस्म में शामिल होने के लिए करीब 600 ग्राम देवता जगदलपुर पहुंचे है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि, 'बस्तर का दशहरा पूरी दुनिया में मशहूर है और वे इस दशहरा में शामिल होने आए हैं. उन्होंने कहा कि नवरात्रि के दौरान वे सभी आदि शक्ति पीठों के दर्शन कर जगदलपुर पहुंचे है'.
मानदेय को लेकर विचार-विमर्श करेंगे सीएम
मुख्यमंत्री ने बस्तर दशहरा के मुख्य माझी चाल के मानदेय बढ़ाने पर कहा कि अभी उपचुनाव है ऐसे में घोषणा नहीं की जा सकती, लेकिन चुनाव के बाद मानदेय को लेकर जरूर विचार विमर्श किया जा सकता है.
मंगलवार को उपचुनाव को लेकर बैठक
मावली माता की पूजा अर्चना के बाद अब कल मुख्यमंत्री भूपेश बघेल शहर के एक निजी रिसोर्ट में चित्रकोट उपचुनाव की तैयारियों को लेकर कांग्रेस के पदाधिकारी स्थानीय जनप्रतिनिधि और कार्यकर्ताओं की बैठक लेंगे. बैठक खत्म होने के बाद वे सुबह 11 बजे रायपुर के लिए रवाना होंगे..