जगदलपुर: कोरोना काल और लॉकडाउन में 6 महीनों तक मंदी की मार झेल रहे बस्तर के व्यापारियों के लिए दिवाली एक बड़ी राहत लेकर आई है. इस दिवाली बस्तर में लोगों ने जमकर खरीदारी की. बस्तर में इस बार डेढ़ सौ से दो सौ करोड़ का व्यापार हुआ. इस व्यापार से जहां दुकानदारों के चेहरे खिले. वहीं एक बार फिर से कोरोना का प्रकोप कम होने से मुख्य बाजारों में रौनक देखने को मिली.
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सोना चांदी से लेकर पटाखा, मिठाई और इलेक्ट्रानिक सामानों की बस्तरवासियों जमकर खरीदारी की. देश में फैली कोरोना महामारी के वजह से बस्तर में भी प्रकोप देखने को मिला. लगभग 6 महीनों तक लॉकडाउन की वजह से बस्तर के भी व्यापारियों को मंदी की मार झेलनी पड़ी. वहीं दिवाली का त्योहार आने से 4 दिन पूर्व ही शहर में सजी बाजारों में काफी रौनक देखने को मिली.
बढ़ती महंगाई के बावजूद बस्तर वासियों ने दिवाली त्योहार के मौके पर जमकर खरीददारी की. जिससे कि शहर के कपड़ा व्यवसायियों, पटाखा और मिठाई के कारोबार के अलावा इलेक्ट्रॉनिक सामानों और सराफा व्यापार में अच्छा खासा लाभ हुआ. बस्तर चेंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष किशोर पारख ने जानकारी देते हुए बताया कि दिवाली त्योहार में कोरोना काल के बावजूद बस्तर वासियों ने जमकर खरीददारी की और इस साल दिवाली के व्यापार में लगभग डेढ़ सौ से 200 करोड़ रुपए का व्यापार हुआ.
सराफा व्यापार में उछाल
बस्तरवासियों ने सोना चांदी खरीदने में काफी रुचि दिखाई, लिहाजा सबसे ज्यादा सराफा व्यापारियों को लाभ हुआ. इसके अलावा कपड़ा, पटाखा और मिठाई और इलेक्ट्रॉनिक सामानों के व्यापार से जुड़े लोगों को भी इस बार दिवाली में अच्छा फायदा हुआ है. अध्यक्ष ने बताया कि व्यापारियों को इस बार उम्मीद नहीं थी कि कोरानाकाल में दिवाली के त्योहार के मौके पर लोग सामान खरीदने में रुचि दिखाएंगे. लेकिन बस्तरवासियों ने इस दिवाली के त्योहार पर बिना हिचक के जमकर खरीदारी की है.