जगदलपुर : बस्तर में भाजपा की प्रदेश स्तरीय चिंतन शिविर की मंगलवार से शुरुआत हो गई. शिविर के पहले दिन भाजपा के तमाम बड़े नेता जगदलपुर पहुंचे, जहां कार्यकर्ताओं ने उनका भव्य स्वागत किया. शहर के एक बड़े होटल में आयोजित इस शिविर की शुरुआत शाम 5 बजे हुई. इसमें भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह, राष्ट्रीय महासचिव व छत्तीसगढ़ प्रभारी डी पुरंदेश्वरी, राष्ट्रीय संयुक्त सचिव शिव प्रकाश, छत्तीसगढ़ सह-प्रभारी नितिन नवीन, केंद्रीय राज्य मंत्री रेणुका सिंह और छत्तीसगढ़ नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक व भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष विष्णु देव साय समेत राष्ट्रीय और प्रदेश स्तर के करीब-करीब सभी बड़े नेता शिविर हुए. जबकि पूरे बस्तर संभाग से महज 6 नेता शामिल हुए. इनमें केदार कश्यप, महेश गागड़ा, विक्रम उसेंडी, किरण देव, लता उसेंडी और मनोज मंडावी शामिल हैं.
बताया गया कि इस शिविर में आगामी 2023 में होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारी के साथ बीते ढाई साल के कार्यकाल का चिंतन किया जाएगा. साथ ही आगामी 6 महीनों के लिए नई रणनीति तैयार की जाएगी. भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह ने इस चिंतन शिविर को लेकर बताया कि बस्तर में अच्छी बारिश के साथ चिंतन शिविर की शुरुआत हुई है, यह राज्य के साथ बस्तर में भी भाजपा के लिए अच्छे संकेत हैं. जिस तरह आज मौसम बदला, इसी तरह आने वाले चुनाव में निश्चित तौर पर प्रदेश में बदलाव होगा. एक बार फिर से भाजपा विधानसभा चुनाव और लोकसभा चुनाव में जीत दर्ज करेगी.
प्रदेश में पूरी तरह विभाजित होती दिख रही कांग्रेस
रमन सिंह ने कहा कि प्रदेश में कांग्रेस पूरी तरह से विभाजित होती दिख रही है. निश्चित रूप से इसका फायदा भाजपा को मिलेगा. बस्तर के साथ-साथ पूरे छत्तीसगढ़ में आगामी चुनाव में भाजपा फिर से सत्ता में काबिज होगी. उन्होंने बताया कि इस चिंतन शिविर के माध्यम से भाजपा आगामी विधानसभा चुनाव के लिए अपनी तैयारी करेगी. किस तरह से बस्तर समेत पूरे छत्तीसगढ़ में भाजपा जीत दर्ज कर सकती है, इसके लिए रणनीति तैयार की जाएगी. पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि आगामी चुनाव में भाजपा को सफलता कैसे मिलेगी और कार्य योजना कैसे तैयार की जाए, इस शिविर का मुख्य बिंदु इसी पर चर्चा है.
टीएस सिंहदेव को आलाकमान बार-बार बुला रहे, एक बार फाइनल कर दें
वहीं बस्तर के साथ-साथ छत्तीसगढ़ के बेहद कम भाजपा के बड़े नेताओं को शिविर में शामिल किये जाने के सवाल पर रमन सिंह ने कहा कि शिविर में नेताओं को नहीं बुलाया गया है, यह जरूरी नहीं है. इस चिंतन शिविर के लिए संगठन ने सीमाएं तय की होंगी. इसलिए सीमित संख्या में संगठन के कुछ लोगों को इसमें शामिल किया गया. उन्होंने कांग्रेस के ढाई-ढाई साल के फार्मूले पर कहा कि टीएस सिंह देव को कांग्रेस आलाकमान बार-बार बुला रहे हैं. एक बार फाइनल कर दें, कम से कम इसका भी निराकरण हो जाये और जल्द ही अंतिम निर्णय आ जाना चाहिए. वहीं आगामी चुनाव में चेहरे बदलने के सवाल पर रमन सिंह ने कहा कि हर बार परिवर्तन तो होता है, केंद्र का नेतृत्व तय करेगा कि चेहरा किसका होगा.