जगदलपुर: आबकारी मंत्री कवासी लखमा द्वारा भाजपा के कार्यकर्ताओं के खिलाफ आपत्तिजनक बयान देने का मामला गरमाता जा रहा है. विवादित बयान के विरोध में भारतीय जनता युवा मोर्चा ने कैबिनेट मंत्री कवासी लखमा का पुतला दहन किया. भाजपाइयों ने जमकर नारेबाजी की और मंत्री पद से इस्तीफा देने की मांग की है.
"प्रदेश के उद्योग और आबकारी मंत्री कवासी लखमा हमेशा से ही भाजपा कार्यकर्ताओं और नेताओं के खिलाफ अभद्र टिप्पणियों का प्रयोग करते आए हैं. सत्ता के नशे में ऐसे चूर हो गए हैं कि वे अपनी मर्यादा भूल चुके हैं. बीते दिनों जिस प्रकार से आबकारी मंत्री ने भाजपा के नेताओं को गाली दी है. यह दिखाता है कि कांग्रेसी नेता महिलाओं को अपमानित करते हैं. आज भारतीय जनता युवा मोर्चा ने पुतला दहन करके विरोध किया है. आने वाले दिनों में कवासी लखमा का सभी जगह विरोध होगा." - अविनाश श्रीवास्तव, जिला अध्यक्ष,भाजयुमो
कवासी लखमा से मांंगा इस्तीफा: अविनाश श्रीवास्तव ने कहा कि "कवासी लखमा के घर में खुद महिलाएं हैं. लेकिन भाजपा कभी अभद्र टिप्पणी का उपयोग नहीं करती है. राजनीति से ऊपर उठकर अपने संस्कार को याद रखें. सत्ता आज मिली है, कल नहीं होगी. सभी को एक ही जगह में रहना है. इन्हीं माताओं-बहनों के बीच रहना है. जब मंत्री कवासी लखमा को महिलाएं देखेंगे, तो वह याद करेंगे कि यह वही मंत्री हैं, जो माता और बहनों को गाली देते हैं." इसके साथ ही आबकारी मंत्री कवासी लखमा को इस्तीफा देने की मांग की है.
भाजपा के नेताओं पर की अभद्र टिप्पणी: दरअसल, आबकारी मंत्री कवासी लखमा बीते दिनों अंतागढ़ में आदिवासी नायकों की मूर्ति का अनावरण करने के लिए पहुंचे थे. इस दौरान उन्होंने कहा कि "भाजपा के नेता हेलीकॉप्टर के माध्यम से दिल्ली से पहुंचकर गौठान में घूम रहे हैं." इसी दौरान उन्होंने बस्तर के स्थानीय बोली हल्बी में अभद्र भाषा का उपयोग भाजपा के नेताओं के लिए किया था.