जगदलपुर: बस्तर में नक्सलियों की नई प्लानिंग की खबर ETV भारत ने आप तक पहुंचाई थी. बस्तर में लगातार कमजोर पड़ रहे संगठन को आर्थिक रूप से मजबूत करने के लिए नक्सलियों ने एक फरमान जारी किया है. इस फरमान के तहत नक्सली अब नक्सल प्रभावित क्षेत्रों के ग्रामीणों से चंदा वसूली करेंगे. साथ ही ग्रामीणों के हर घर से एक-एक सदस्य को संगठन में शामिल होने की बात कही है. बस्तर पुलिस ने दावा किया है कि नक्सलियों के इस नापाक मंसूबों को किसी भी कीमत पर पूरा नहीं होने दिया जाएगा.
नक्सली कई वर्षों से बस्तर से लेवी के रूप में सालाना मोटी रकम वसूलते आ रहे हैं. जिसमें नक्सलियों के मुख्य टारगेट तेंदूपत्ता के ठेकेदार, राजनीतिक पार्टी फंड और छोटे-छोटे ठेकेदारों होते हैं. लेकिन बीते 2 साल से बस्तर पुलिस के अत्यधिक दबाव के चलते अब नक्सली धीरे-धीरे आर्थिक रूप से कमजोर पड़ते जा रहे हैं. जिसके चलते अब नक्सलियों ने यह फरमान जारी किया है. संगठन ने अब नक्सल प्रभावित जिलों के अंदरूनी क्षेत्र के रहने वाले ग्रामीणों से इकोनॉमिक्स स्टेटस के हिसाब से उनसे वसूली करने का प्लान बनाया है.
दहशत में ग्रामीण
नक्सलियों ने ग्रामीणों के हर घर से एक एक सदस्य को नक्सली संगठन में शामिल होने का भी फरमान जारी किया है. इधर नक्सलियों के इस फरमान के बाद ग्रामीणों में दहशत का माहौल है.
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वहीं बस्तर पुलिस दावा कर रही है कि नक्सलियों के इस फरमान को कभी पूरा नहीं होने दिया जाएगा. बस्तर पुलिस लगातार सुरक्षा बलों की मदद से ग्रामीणों का भरोसा जीतेगी और कम्युनिटी पुलिसिंग चलाकर नक्सलियों के फरमान का विरोध करने के लिए ग्रामीणों को कहेगी. डीआईजी बस्तर ने बताया कि सीमावर्ती राज्यों की पुलिस की मदद से जल्द ही ऑपरेशन लॉन्च कर नक्सलियों के खिलाफ बड़ी लड़ाई लड़ी जाएगी.