जगदलपुरः जगदलपुर में 17 जुलाई को गोली बारी करते हुए तीन बाइक पर सवार बेखौफ अपराधियों ने देर शाम को अपनी दुकान से घर जा रहे आभूषण दुकान के मालिक त्रिलोक चंद सिसोदिया से 500 ग्राम सोना और नगदी लूट लिया था और घटनास्थल से फरार हो गए थे. आरोपियों ने पूर्व शिक्षा मंत्री केदार कश्यप के बंगले से ठीक 100 मीटर पहले घटना को अंजाम दिया था. हालांकि लूट की इस वारदात में आभूषण कारोबारी बाल-बाल बचे थे.
बस्तर एसपी ने बताया कि इस घटना के बाद से ही आरोपियों की पतासाजी में पुलिस जुटी हुई थी. बस्तर पुलिस को पड़ोसी राज्य उड़ीसा, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना पुलिस की भी मदद लेनी पड़ी. साथ ही राजधानी रायपुर से भी साइबर एक्सपर्ट को इस मामले को सुलझाने के लिए बस्तर बुलाया गया. एसपी ने बताया कि इन आरोपियों को पकड़ने के लिए पुलिस के 63 अधिकारियों के साथ ही कई कर्मचारी भी पिछले 1 महीने से लगे हुए थे और लगातार अलग-अलग टीम बनाकर जिले के अलावा उड़ीसा, आंध्र प्रदेश और पश्चिम बंगाल में इनकी पतासाजी में पुलिस की टीम जुटी हुई थी. इसी बीच पुलिस ने संदेह के आधार पर एक आरोपी को गिरफ्तार किया और उससे कड़ाई से पूछताछ शुरू की गई. जिसकी निशानदेही पर पुलिस ने अन्य आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. उनके पास से बस्तर उड़ीसा के सीमावर्ती इलाके में मौजूद चांदनी गांव के एक सूने मकान सोने का आभूषण भी बरामद कर लिया.
![Criminals of robbery from gold trader in Jagdalpur in police custody](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/cg-bst-01-lootaropiarrest-avb-7205404_19082021184456_1908f_1629378896_321.jpg)
बस्तर में अपराध पड़ गया भारीः
पूछताछ के दौरान आरोपियों ने पुलिस को बताया कि इससे पहले भी कई छोटी मोटी चोरी की वारदात को वह अंजाम दे चुके हैं. बस्तर में उनकी यह पहली वारदात थी, जिसमें उन्होंने पिस्टल का उपयोग करते हुए व्यापारी से लूट की वारदात को अंजाम दिया था. इस मामले में कुछ ही दिन के भीतर उनकी गर्दन दबोच लिया गया. पुलिस ने फिलहाल आरोपियों के खिलाफ धारा 341, 307, 394, 39, 34, 25, 27 आर्म्स एक्ट के तहत केस दर्ज करते हुए उन्हें जेल भेज दिया है.