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बीजापुर नक्सल मुठभेड़ में 12 नक्सली ढेर: बस्तर IG

बीजापुर के जोनागुड़ा इलाके में शनिवार को हुए पुलिस नक्सली मुठभेड़ में 22 जवानों के शहीद होने की पुष्टि आईजी सुंदरराज पी ने की है. विस्तार से जानकारी देते हुए आईजी ने कहा कि जवानों ने बहादुरी के साथ मुठभेड़ में नक्सलियों का सामना किया. नक्सलियों के कोर इलाके में ऑपरेशन लॉन्च किया गया था.

bastar ig Sundarraj P
बस्तर आईजी सुंदरराज पी
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Published : Apr 4, 2021, 8:20 PM IST

Updated : Jul 25, 2023, 7:57 AM IST

बस्तर: बीजापुर जिले के तर्रेम थाना इलाके के अंतर्गत जोनागुड़ा इलाके में शनिवार को हुए पुलिस नक्सली मुठभेड़ में 22 जवान शहीद हुए हैं. 31 जवान घायल हैं. वहीं एक जवान अब भी लापता बताया जा रहा है. जिसकी तलाश की जा रही है. बस्तर के आईजी सुंदरराज पी ने इसकी पुष्टि की है. देर शाम मीडिया से बातचीत के दौरान आईजी ने बताया कि लगातार इलाके में सर्चिंग अभियान चलाई जा रही है. दोपहर को पुलिस की रेस्क्यू टीम ने सभी जवानों के शव को बरामद किया है. वहीं नक्सलियों ने हथियार लूट लिए हैं.

नक्सलियों के कोर इलाके में ऑपरेशन

आईजी ने बताया कि जवानों के कुल 10 वेपंस गायब हैं. जिसमें सात AK47, 2 एसएलआर और एक एलएमजी लाइट मशीन गन शामिल है. लगातार लापता जवान की तलाश की जा रही है. लापता जवान कोबरा बटालियन का है. वह जम्मू-कश्मीर का रहने वाला है. अभी तक जवान के बारे में कोई जानकारी नहीं मिल पाई है.

बीजापुर नक्सली मुठभेड़: 22 जवान शहीद और 31 घायल, 1 जवान लापता

पीएलजीए प्लाटून नंबर एक के मिली थी जानकारी

बस्तर आईजी ने पूरी घटना की जानकारी देते हुए बताया कि शुक्रवार रात को ही नक्सलियों के पीएलजीए (People's Liberation Guerrilla Army) प्लाटून नंबर एक और चार एरिया कमेटी की मौजूदगी की सूचना मिलने पर शनिवार को नक्सलियों के खिलाफ ऑपरेशन लॉन्च किया गया था. सुबह 10 बजे के बाद जवानों का सामना पीएलजीए प्लाटून नंबर एक के नक्सलियों के साथ हुआ. पुलिस और नक्सलियों के बीच लगभग 5 से 6 घंटे तक फायरिंग चली.

जवानों ने बहादुरी के साथ किया सामना: आईजी

आईजी ने बताया कि यह पहला मौका था जब जवान नक्सलियों के लिए सबसे सेफ जोन कहे जाने वाले कोर इलाके में ऑपरेशन लॉन्च कर रहे थे. उन्होंने बताया कि प्लाटून नंबर 1 नक्सलियों की सबसे बड़ी कंपनी है. जिसमें सभी नक्सली अत्याधुनिक हथियार से लैस होते हैं. ऐसे में जवानों ने बहादुरी के साथ उनका सामना किया.

नक्सलियों को भी हुआ नुकसान

आईजी ने बताया कि इस मुठभेड़ में 12 से अधिक नक्सली मारे गए हैं. जबकि 16 नक्सली घायल हुए हैं. पुलिस को मिली जानकारी के मुताबिक नक्सली 3 ट्रैक्टर में अपने साथियों के शव और घायल नक्सलियों को साथ ले गए हैं. वहीं पुलिस ने सर्चिंग के दौरान एक महिला नक्सली का शव बरामद किया है. उसकी पहचान एलजीएस कमांडर माड़वी के रूप में की गई है.

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जवानों को काफी नुकसान उठाना पड़ा

आईजी का कहना है कि नक्सलियों ने जवानों के अलग-अलग टुकड़ियों पर फायरिंग की. जवानों ने भी जवाबी कार्रवाई की है. लेकिन इस मुठभेड़ में जवानों को काफी नुकसान उठाना पड़ा है. उन्होंने बताया कि देर शाम भी बड़ी संख्या में सुरक्षा बलों को मौके के लिए रवाना किया गया था. रात होने के चलते जवानों की जानकारी नहीं मिल पाई थी. सुबह 20 जवान लापता बताए जा रहे थे, जिसके बाद सुबह एसटीएफ, DRG और सीआरपीएफ की टीम को घटनास्थल के लिए रवाना किया गया. वहां से कुल 20 जवानों के शवों को बरामद किया गया. उन्हें बीजापुर मुख्यालय लाया गया. 12 जवानों के शव को जगदलपुर डीमरापाल अस्पताल लाया गया है. जबकि अन्य जवानों के शव को बीजापुर में रखा गया है. उन्होंने बताया कि मुठभेड़ में घायल जवानों में से 18 जवानों का इलाज बीजापुर अस्पताल में और 13 जवानों का इलाज रायपुर के निजी अस्पताल में जारी है.

नक्सलियों के कोर इलाके में लॉच किया गया था ऑपरेशन

आईजी ने बताया कि जिस इलाके में यह ऑपरेशन लांच किया गया था, वह नक्सलियों का कोर इलाका माना जाता है. यह इलाका काफी चुनौतीपूर्ण है. क्योंकि यहां नक्सलियों का नेटवर्क और सूचनातंत्र काफी मजबूत है. इन इलाकों में जब भी जवान जाते हैं तो नक्सलियों के साथ जोरदार मुठभेड़ होती है. ताड़मेटला, मीनपा और कसालपाड़ में हुए पुलिस-नक्सली मुठभेड़ में भी जवानों का पीएलजीए प्लाटून नंबर एक के ही नक्सलियों के साथ सामना हुआ था.

बीजापुर मुठभेड़ में 22 जवानों की शहादत, गम में डूबा देश

मुठभेड़ में हिडमा भी था शामिल

आईजी ने बताया कि यह दुर्भाग्यपूर्ण रहा कि इस मुठभेड़ में 22 जवान शहीद हुए. उन्होंने बताया कि आने वाले समय में फिर से इस इलाके में ऑपरेशन लॉन्च किया जाएगा. नक्सलियों को मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा. उन्होंने बताया कि इस मुठभेड़ में हिड़मा भी शामिल था. हमेशा से ही ऐसे इलाकों में जवान और नक्सलियों के बीच लड़ाई बराबर की होती है. लेकिन नक्सलियों का नेटवर्क तगड़ा होने की वजह से इस बार के मुठभेड़ में जवानों को काफी नुकसान उठाना पड़ा है.

जवानों के हौसले अब भी बुलंद

आईजी कहना है कि अभी भी जवान उस इलाके में जाने को तैयार हैं. जवानों के हौसले बुलंद हैं. वहीं उस इलाके में लगातार जवान सर्चिंग अभियान चला रहे हैं. सीआरपीएफ कोबरा के एक लापता जवान की लगातार तलाश भी जारी है. सभी शहीद जवानों और घायल जवानों की शिनाख्त कर ली गई है. सोमवार को शहीद जवानों को जगदलपुर शहर के पुलिस लाइन में अंतिम सलामी दी जाएगी. जिसके बाद उनके पार्थिव शरीर को गृह ग्राम के लिए रवाना किया जाएगा.

बस्तर: बीजापुर जिले के तर्रेम थाना इलाके के अंतर्गत जोनागुड़ा इलाके में शनिवार को हुए पुलिस नक्सली मुठभेड़ में 22 जवान शहीद हुए हैं. 31 जवान घायल हैं. वहीं एक जवान अब भी लापता बताया जा रहा है. जिसकी तलाश की जा रही है. बस्तर के आईजी सुंदरराज पी ने इसकी पुष्टि की है. देर शाम मीडिया से बातचीत के दौरान आईजी ने बताया कि लगातार इलाके में सर्चिंग अभियान चलाई जा रही है. दोपहर को पुलिस की रेस्क्यू टीम ने सभी जवानों के शव को बरामद किया है. वहीं नक्सलियों ने हथियार लूट लिए हैं.

नक्सलियों के कोर इलाके में ऑपरेशन

आईजी ने बताया कि जवानों के कुल 10 वेपंस गायब हैं. जिसमें सात AK47, 2 एसएलआर और एक एलएमजी लाइट मशीन गन शामिल है. लगातार लापता जवान की तलाश की जा रही है. लापता जवान कोबरा बटालियन का है. वह जम्मू-कश्मीर का रहने वाला है. अभी तक जवान के बारे में कोई जानकारी नहीं मिल पाई है.

बीजापुर नक्सली मुठभेड़: 22 जवान शहीद और 31 घायल, 1 जवान लापता

पीएलजीए प्लाटून नंबर एक के मिली थी जानकारी

बस्तर आईजी ने पूरी घटना की जानकारी देते हुए बताया कि शुक्रवार रात को ही नक्सलियों के पीएलजीए (People's Liberation Guerrilla Army) प्लाटून नंबर एक और चार एरिया कमेटी की मौजूदगी की सूचना मिलने पर शनिवार को नक्सलियों के खिलाफ ऑपरेशन लॉन्च किया गया था. सुबह 10 बजे के बाद जवानों का सामना पीएलजीए प्लाटून नंबर एक के नक्सलियों के साथ हुआ. पुलिस और नक्सलियों के बीच लगभग 5 से 6 घंटे तक फायरिंग चली.

जवानों ने बहादुरी के साथ किया सामना: आईजी

आईजी ने बताया कि यह पहला मौका था जब जवान नक्सलियों के लिए सबसे सेफ जोन कहे जाने वाले कोर इलाके में ऑपरेशन लॉन्च कर रहे थे. उन्होंने बताया कि प्लाटून नंबर 1 नक्सलियों की सबसे बड़ी कंपनी है. जिसमें सभी नक्सली अत्याधुनिक हथियार से लैस होते हैं. ऐसे में जवानों ने बहादुरी के साथ उनका सामना किया.

नक्सलियों को भी हुआ नुकसान

आईजी ने बताया कि इस मुठभेड़ में 12 से अधिक नक्सली मारे गए हैं. जबकि 16 नक्सली घायल हुए हैं. पुलिस को मिली जानकारी के मुताबिक नक्सली 3 ट्रैक्टर में अपने साथियों के शव और घायल नक्सलियों को साथ ले गए हैं. वहीं पुलिस ने सर्चिंग के दौरान एक महिला नक्सली का शव बरामद किया है. उसकी पहचान एलजीएस कमांडर माड़वी के रूप में की गई है.

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जवानों को काफी नुकसान उठाना पड़ा

आईजी का कहना है कि नक्सलियों ने जवानों के अलग-अलग टुकड़ियों पर फायरिंग की. जवानों ने भी जवाबी कार्रवाई की है. लेकिन इस मुठभेड़ में जवानों को काफी नुकसान उठाना पड़ा है. उन्होंने बताया कि देर शाम भी बड़ी संख्या में सुरक्षा बलों को मौके के लिए रवाना किया गया था. रात होने के चलते जवानों की जानकारी नहीं मिल पाई थी. सुबह 20 जवान लापता बताए जा रहे थे, जिसके बाद सुबह एसटीएफ, DRG और सीआरपीएफ की टीम को घटनास्थल के लिए रवाना किया गया. वहां से कुल 20 जवानों के शवों को बरामद किया गया. उन्हें बीजापुर मुख्यालय लाया गया. 12 जवानों के शव को जगदलपुर डीमरापाल अस्पताल लाया गया है. जबकि अन्य जवानों के शव को बीजापुर में रखा गया है. उन्होंने बताया कि मुठभेड़ में घायल जवानों में से 18 जवानों का इलाज बीजापुर अस्पताल में और 13 जवानों का इलाज रायपुर के निजी अस्पताल में जारी है.

नक्सलियों के कोर इलाके में लॉच किया गया था ऑपरेशन

आईजी ने बताया कि जिस इलाके में यह ऑपरेशन लांच किया गया था, वह नक्सलियों का कोर इलाका माना जाता है. यह इलाका काफी चुनौतीपूर्ण है. क्योंकि यहां नक्सलियों का नेटवर्क और सूचनातंत्र काफी मजबूत है. इन इलाकों में जब भी जवान जाते हैं तो नक्सलियों के साथ जोरदार मुठभेड़ होती है. ताड़मेटला, मीनपा और कसालपाड़ में हुए पुलिस-नक्सली मुठभेड़ में भी जवानों का पीएलजीए प्लाटून नंबर एक के ही नक्सलियों के साथ सामना हुआ था.

बीजापुर मुठभेड़ में 22 जवानों की शहादत, गम में डूबा देश

मुठभेड़ में हिडमा भी था शामिल

आईजी ने बताया कि यह दुर्भाग्यपूर्ण रहा कि इस मुठभेड़ में 22 जवान शहीद हुए. उन्होंने बताया कि आने वाले समय में फिर से इस इलाके में ऑपरेशन लॉन्च किया जाएगा. नक्सलियों को मुंहतोड़ जवाब दिया जाएगा. उन्होंने बताया कि इस मुठभेड़ में हिड़मा भी शामिल था. हमेशा से ही ऐसे इलाकों में जवान और नक्सलियों के बीच लड़ाई बराबर की होती है. लेकिन नक्सलियों का नेटवर्क तगड़ा होने की वजह से इस बार के मुठभेड़ में जवानों को काफी नुकसान उठाना पड़ा है.

जवानों के हौसले अब भी बुलंद

आईजी कहना है कि अभी भी जवान उस इलाके में जाने को तैयार हैं. जवानों के हौसले बुलंद हैं. वहीं उस इलाके में लगातार जवान सर्चिंग अभियान चला रहे हैं. सीआरपीएफ कोबरा के एक लापता जवान की लगातार तलाश भी जारी है. सभी शहीद जवानों और घायल जवानों की शिनाख्त कर ली गई है. सोमवार को शहीद जवानों को जगदलपुर शहर के पुलिस लाइन में अंतिम सलामी दी जाएगी. जिसके बाद उनके पार्थिव शरीर को गृह ग्राम के लिए रवाना किया जाएगा.

Last Updated : Jul 25, 2023, 7:57 AM IST
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