जगदलपुर : जलप्रपातों और प्राकृतिक सुंदरता के लिए बस्तर को पूरे विश्व में जाना जाता है. भारत का नियाग्रा कहे जाने वाला चित्रकोट जलप्रपात पर्यटकों को अपनी ओर आकर्षित करता है. हर साल सैकड़ों की संख्या में पर्यटक बस्तर पहुंचते हैं. पर्यटकों की लापरवाही की वजह से जलप्रपातों के पास हादसों की संख्या बढ़ गई है. इसे देखते हुए कलेक्टर रजत बंसल ने अधिकारियों और पर्यटन समिति की बैठक लेकर सुरक्षा संबंधित आदेश दिए. पिछले 1 सप्ताह में तीरथगढ़ से लगे झूलना दरहा जलप्रपात और चित्रकोट जलप्रपात में दो लोगों की मौत हो गई. जिसे प्रशासन ने गंभीरता से लेते हुए सभी पर्यटन प्रबंधन समितियों को पर्यटकों को सुरक्षा देने की बात कही है.
![bastar Collector gave instructions to authorities on increasing accidents in waterfall](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/10768941_479_10768941_1614234498644.png)
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चित्रकोट जलप्रपात में डूबने से इंजीनियर की मौत
सुरक्षा का खास ध्यान रखने के आदेश
कलेक्टर ने बैठक में पर्यटन प्रबंधन समितियों को भी पर्यटकों की सुरक्षा का खास ध्यान रखने के आदेश दिए हैं. कलेक्टर ने बताया कि बस्तर के पर्यटन स्थल विश्व प्रसिद्ध है. यहां 12 महीने पर्यटकों की भीड़ रहती है. पर्यटकों की सुरक्षा प्रशासन की पहली प्राथमिकता होती है. पुलिस-प्रशासन ने भी सुरक्षा बल तैनात किए है. स्थानीय युवा ग्रामीणों को पर्यटन प्रबंधन समिति का सदस्य बनाया गया है. ये सदस्य पार्किंग से लेकर पर्यटन स्थल की साफ-सफाई तक सारी व्यवस्था करते हैं. लगातार ये बात सामने आ रही है कि पर्यटक इन समिति के सदस्यों को बिना जानकारी दिए ही जलप्रपात के डेंजर जोन इलाके में चले जाते हैं. यही वजह है कि यहां लगातार हादसे होते रहते हैं.
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