गरियाबंद: पंचायती राज दिवस के उपलक्ष्य में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देशभर के पंच-सरपंचों को संबोधित किया. इस दौरान करोना संकट से जुड़ी चर्चा हुई. पंच-सरपंचों को गांव के विकास के लिए प्रधानमंत्री की सोच जानने का मौका मिला. इस अवसर पर जिले ज्यादातर ग्राम पंचायतों में टीवी और लैपटॉप के माध्यम से पंच और सरपंचों ने प्रधानमंत्री का संबोधन देखा. प्रधानमंत्री ने दूसरे राज्यों के कई पंच-सरपंचों से सवाल-जवाब भी किए.
प्रधानमंत्री का संबोधन सुनने वाले बहरा, बूढ़ा, मजरकट्टा, पाथरमोहदा और मालगांव के सरपंचों से ETV भारत की टीम ने बात की इस दौरान सभी ने प्रधानमंत्री के संबोधन और इससे उनमें पड़े प्रभाव के बारे में बाताया.
क्या कहा प्रधानमंत्री ने
प्रधानमंत्री ने पंच-सरपंचों से पूछा कि जनता लॉकडाउन को लेकर कैसी प्रतिक्रिया दे रही है. जिस पर पंच-सरपंचों ने उन्हें बताया कि जनता समझ रही है कि यह उनकी सुरक्षा के लिए ही किया जा रहा है, यही कारण है कि जनता खुद आगे आकर इसमें पूरा सहयोग प्रदान कर रही है.
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल डिस्टेंसिंग बरतने और गांवों को सैनिटाइज करने के लिए भी सरपंचों को कहा है. साथ ही इस विपरित परिस्थिति के समय में गरीबों की मदद के लिए हमेशा खड़े रहने की बात कही है. प्रधानमंत्री ने पंच-सरपंचों को बताया कि जनधन खाते में गरीबों के लिए 500 रूपए, उज्जवला गैस कनेक्शन धारियों को निशुल्क 3 महीने तक गैस सिलेंडर के लिए राशि और किसानों को भी किसान सम्मान निधि इस जरूरत के समय में प्रदान की गई है.
सरपंचों से अपील
कोरोना वायरस के विषय के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चर्चा की . उन्होंने ज्यादा से ज्यादा लोगों को आयुष्मान भारत योजना का लाभ दिलाने की अपील की है. पंचायतों के आय-व्यय समेत सभी ब्योरे इंटरनेट पर सार्वजनिक रहने की बात कही. जिससे लोगों में किसी प्रकार की कोई शक न रहे. पंचायत को लेकर उन्होंने राशन की व्यवस्था के बारे में भी पंच-सरपंचों को निगरानी रखने के लिए कहा है.ताकि हर जरूरतमंद तक ऐसे समय में राशन उपलब्ध रहे किसी को कोई तकलीफ न हो.