गरियाबंद: कांग्रेस की सरकार बनने के बाद प्रदेशभर में राशन कार्ड नवीनीकरण का काम शुरू हो गया है. वहीं इसे एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है. जिले के दीवानमुडा में बालेश्वर नाम के व्यक्ति की दो पत्नियां हैं, मालती और हीरन्द्री. ये दोनों सौतनें हैं, जो पिछले 15 साल से एक साथ रह रही हैं.
दोनों का एक ही मैनुअल राशनकार्ड भी बना हुआ है, लेकिन अब सरकार की राशनकार्ड नवीनीकरण करने की प्रक्रिया शुरू होने से इनकी परेशानियां बढ़ गयी है. दरअसल अब परिवार के सभी सदस्यों के नाम ऑनलाइन दर्ज होने हैं, इसमें पति-पत्नी का नाम दर्ज करने के लिए तो कॉलम है. लेकिन यहां दो-दो पत्नियां हैं. ऐसे में दोनों ही अपनी दर्ज कराना चाहती हैं, जो सिस्टम के अनुसार मुमकिन नहीं. इसकी वजह से मालती और हीरन्द्री का राशनकार्ड नहीं बन पा रहा है. प्रदेश में इस तरह का पहला मामला सामने आया है.
तीन महीने बाद भी नहीं हुआ राशनकार्ड जारी
इस मामले को लेकर खाद्य विभाग के अधिकारी भी असमंजस्य में है. आवेदन मिलने के तीन महीने बाद भी अधिकारी ये राशनकार्ड जारी नहीं कर पाये हैं. हालांकि अधिकारियों ने दूसरी पत्नी का नाम रिश्ते के अन्य के कॉलम में डालकर राशनकार्ड बनाने का रास्ता निकाल लिया है. वहीं अब देखना ये होगा कि राशनकार्ड बनवाने के लिए बालेश्वर की कोई एक पत्नी का अपना दर्जा छोड़कर अन्य में शामिल होने के लिए तैयार होगी या नहीं.