गरियाबंद : जिले में बीती रात 6 घंटे हुई बारिश से छहमासी नाला और ढेंका नाला उफान पर हैं. पुलिया के ऊपर करीब 2 फीट पानी बह रहा है, जिसके चलते जिला मुख्यालय से 40 गांवों का संपर्क टूट गया है.
दरअसल, नहरगांव और नागाबूढ़ा के बीच स्थित छह मासी नाला, बारुला और मैनपुर के बीच स्थित ढेंका नाला बारिश से उफान पर हैं. पुलिया के ऊपर 2 फीट पानी बह रहा है, बावजूद इसके लोग जान जोखिम में डालकर उसे पार करने की कोशिश करते रहे, वहीं नाले के उफान पर होने की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और लोगों को पुलिया पार करने से रोका.
पिछली बार भी हुआ था हादसा
पिछली बार नाले के उफान पर होने के दौरान एक कार बह गई थी, जो 4 दिन बाद मिली थी, हालांकि कार में मौजूद व्यक्ति की लाश आज तक नहीं मिल पाई, जिसके चलते पुलिस ने सख्ती से लोगों को नाला पार करने से रोका है.
40 गांवों को संपर्क टूटा
पहली ही बारिश ने गरियाबंद में जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित कर दिया है. बारिश से दो मार्ग अवरुद्ध हो गए हैं. जिला मुख्यालय से लगभग 40 गांवों का संपर्क टूट गया है. छह मासी नाला बंद होने से नांगा, बूढ़ा, बरूला, फुलकर्रा, मदनपुर समेत दर्जनभर गांवों का संपर्क टूट गया है. इसी तरह ढेका नाला अवरुद्ध होने से मैनपुर, संबलपुर, पीपर, छड़ी मार्ग अवरुद्ध हो गया है इस इलाके के लगभग 40 गांव के लोग न तो जिला मुख्यालय पहुंच पा रहे हैं और न ही यहां के लोग इन गांवों में पहुंच पा रहे हैं.
कुछ के लिए राहत तो किसी के लिए मुसीबत
सबसे अधिक दिक्कत शिक्षकों को हो रही है, कल से शिक्षा सत्र शुरू होने वाला है इसके लिए आज तैयारियों के लिए कई शिक्षक स्कूल जाने निकले थे, जो अपने स्कूल पहुंच नहीं पाए. वहीं आज बारूला तथा पीपर छड़ी गांव मैं साप्ताहिक बाजार होने के चलते बहुत से व्यापारी गांव जाने के लिए निकले थे, जो पहुंच नहीं पाए. हालांकि ये बारिश किसानों को जरूर राहत दे रही है. बीती रात लगभग 6 घंटे की बारिश ने खेतों को तरबतर कर दिया है. किसान आज से अपने कृषि कार्य में लग गए हैं. हल-बैल लेकर किसान खेतों की जुताई करने निकल पड़े हैं.