गरियाबंद: स्वास्थ्य विभाग और 108 एंबुलेंस के कर्मचारी खुद ही सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना और मास्क लगाना भूल गए. मौका था नए एंबुलेंस के शुभारंभ का. इस मौके पर किए गए फोटो सेशन में सारे कर्मचारी एक साथ खड़े होकर सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां उड़ाते नजर आए.
बड़ा सवाल यह है कि अगर स्वास्थ्य विभाग में सेवा देने वाले कर्मचारी ही नियमों को नहीं मानेंगे, तो आखिर हम कोरोना से लड़ेंगे कैसे. सिर्फ सोशल डिस्टेंसिंग की ही बात नहीं है, बल्कि राज्य शासन ने आम लोगों तक के लिए मास्क पहनना अनिवार्य कर रखा है, इसके बावजूद स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी बिना मास्क के नजर आए, जबकि वे लगातार हर तरह के मरीजों के संपर्क में रहते हैं. ऐसे में मास्क नहीं पहनना स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों की बहुत बड़ी लापरवाही है.
कोरोना काल में इस तरह की खबरें निराश करती है. अब देखना होगा कि फोटो सामने आने के बाद क्या इन पर भी नियमों का उल्लंघन करने के लिए कार्रवाई होती है या फिर कार्रवाई का नियम सिर्फ आम लोगों के लिए ही है.
पढ़ें: बीजापुर: बीजेपी-JCCJ का प्रशासन पर आरोप, लापरवाही कहीं कोरोना का कारण न बन जाए
वैसे इन सब के बीच अच्छी खबर यह है कि लंबे समय से एंबुलेंस सेवा के नाम पर काफी परेशानी झेलने के बाद सोमवार को देवभोग इलाके को नई 108 एंबुलेंस की मिल गई है, जो लगभग 70 गांव को अपनी सेवा देगी. बता दें कि देवभोग में पुरानी एंबुलेंस के कारण बीमार और घायलों को अस्पताल ले जाने के लिए ग्रामीणों को काफी परेशानी उठानी पड़ती थी, लेकिन अब नई एंबुलेंस मिलने के बाद लोगों को काफी सुविधा हो जाएगी.