गरियाबंद: जिले के छूरा एसडीएम ने रानीपरतेवा सरपंच को आगमी आदेश तक निलंबित कर दिया है. एसडीएम रुचि शर्मा ने ये कार्रवाई ऐसे समय में की है जब क्षेत्र के सरपंच उनके खिलाफ ही धरने पर बैठे हुए हैं, सरपंच उन्हें हटाने की मांग कर रहे हैं.
छूरा एसडीएम रुचि शर्मा ने 18 जनवरी की शाम को एक आदेश जारी किया है, जिसमें उन्होंने रानीपरतेवा पंचायत सरपंच केसरी नेताम को निलंबित कर दिया है. निलंबित आदेश में बताया गया है कि सरपंच ने वित्तीय अनियमितता की मंशा से फर्जी और गलत प्रमाण पत्र प्रस्तुत किए हैं. इसके अलावा उनपर पद के दायित्वों का दुरूपयोग करने का भी आरोप लगाया गया है. सरपंच पति का शासकीय कार्यों में हस्तक्षेप करने और जांच प्रक्रिया में बाधा डालने का जिक्र भी उन्होंने अपने आदेश में किया है. सरपंच केसरी नेताम को आगामी आदेश तक निलंबित किया गया है.
अधिकारियों की टीम ने की थी जांच
एसडीएम रुचि शर्मा ने बीते दिनों गांव में तहसीलदार समेत एक टीम भेज कर पंचायत कार्यालय का निरीक्षण किया था. जानकारी के अनुसार गांव की महिला सरपंच के खिलाफ अधिकारियों को कई शिकायत प्राप्त हुई थी. जिसका सरपंच ने स्पष्टीकरण प्रस्तुत नहीं किया गया था. अधिकारी ने स्वयं गांव पहुंचकर शिकायतों की जांच की और शिकायत सही पाए जाने पर सरपंच को निलंबित कर दिया.
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एसडीएम की ये कार्रवाई ऐसे समय में हुई है जब स्वयं उनपर स्थानीय सरपंचों ने कई गंभीर आरोप लगाते हुए उनके खिलाफ मोर्चा खोल रखा है. सरपंच उन्हें हटाने की मांग पर अड़े हैं. यहां तक कि सरपंच संघ उनके हटाने को लेकर अनिश्चिकालीन धरने पर बैठा हुआ है. सरपंचों का सबसे बड़ा आरोप महिला आदिवासी सरपंचों को प्रताड़ित करने का है. ऐसे में एसडीएम ने एक और आदिवासी महिला पर कार्रवाई कर प्रदर्शनकरियों को और भड़का दिया है.