गरियाबंद: बिंद्रानवागढ़ वन परिक्षेत्र के सैकड़ों एकड़ जंगल में फैली आग अब विकराल रूप लेती जा रही है. जंगल धू-धू कर जल रहा है, लेकिन आग बुझाने वाला कोई नहीं है. फायर वाचर चौकीदार और अन्य कर्मचारी भी दूसरे कामों में व्यस्त हैं. नौतपे की बीच चल रही तेज हवाएं इस आग को कई किलोमीटर दूर तक फैला रही है. इसे लेकर वन विभाग कम और ग्रामीण ज्यादा परेशान हैं.
दरअसल, बीती रात से ही जंगल में आग लगी हुई थी ग्रामीणों ने ETV भारत की टीम को सोमवार 10 बजे के करीब सूचना दी, जिसके बाद हमारी टीम वहां पहुंची. वहां यह देखकर काफी आश्चर्य हुआ कि आग बुझाने कोई मौजूद ही नहीं है. वन विभाग को जानकारी देने के बावजूद भी कर्मचारी काफी देर बाद भी वहां नहीं पहुंचे.
सैकड़ों एकड़ के जंगल जलकर खाक
बताया जा रहा है कि आग बीती रात से लगी हुई थी. आग ने कामेपुर के सैकड़ों एकड़ के जंगल को अपने चपेट में ले लिया है. वहीं इन सबके बीच सैटेलाइट से जंगल की निगरानी कर रहे वन विभाग के दावों की पोल खुलती नजर आ रही है. कहते हैं कि जिस जंगल में साल में एक बार आग लगती हैं, वहां अगली पीढ़ी के पौधे पूरी तरह से नष्ट हो जाते हैं, इतना ही नहीं बायोडायवर्सिटी के तहत आने वाले कई सूक्ष्म जीव जंतु भी इस आग में जलकर खत्म हो जाते हैं और फिर उन्हें पनपने में पूरा साल लग जाता है.
डिप्टी रेंजर को नहीं घटना की जानकारी
इस संबंध में जब नवागढ़ वन परिक्षेत्र कार्यालय पहुंचकर संबंधित डिप्टी रेंजर से फोन पर चर्चा की गई, तो उन्होंने पास के गांव में होने की बात कहकर इसके बारे में कोई जानकारी नहीं होने की बात कही. इसके बाद उन्होंने चौकीदारों को भेजकर दिखाने की बात कही.