ETV Bharat / state

गरियाबंद: धू-धू कर जल रहा है जंगल, आग बुझाने वाला कोई नहीं, मौन है वन विभाग - बिंद्रानवागढ़ वन परिक्षेत्र

बिंद्रानवागढ़ वन परिक्षेत्र के सैकड़ों एकड़ जंगल में फैली आग अब विकराल रूप लेती जा रही है. जंगल धू-धू कर जल रहा है, लेकिन आग बुझाने वाला कोई नहीं है.

जंगल में लगी आग
author img

By

Published : May 27, 2019, 9:03 PM IST

Updated : May 27, 2019, 9:19 PM IST

गरियाबंद: बिंद्रानवागढ़ वन परिक्षेत्र के सैकड़ों एकड़ जंगल में फैली आग अब विकराल रूप लेती जा रही है. जंगल धू-धू कर जल रहा है, लेकिन आग बुझाने वाला कोई नहीं है. फायर वाचर चौकीदार और अन्य कर्मचारी भी दूसरे कामों में व्यस्त हैं. नौतपे की बीच चल रही तेज हवाएं इस आग को कई किलोमीटर दूर तक फैला रही है. इसे लेकर वन विभाग कम और ग्रामीण ज्यादा परेशान हैं.

जल रहा जंगल, अधिकारी नहीं दे रहे ध्यान

दरअसल, बीती रात से ही जंगल में आग लगी हुई थी ग्रामीणों ने ETV भारत की टीम को सोमवार 10 बजे के करीब सूचना दी, जिसके बाद हमारी टीम वहां पहुंची. वहां यह देखकर काफी आश्चर्य हुआ कि आग बुझाने कोई मौजूद ही नहीं है. वन विभाग को जानकारी देने के बावजूद भी कर्मचारी काफी देर बाद भी वहां नहीं पहुंचे.

सैकड़ों एकड़ के जंगल जलकर खाक
बताया जा रहा है कि आग बीती रात से लगी हुई थी. आग ने कामेपुर के सैकड़ों एकड़ के जंगल को अपने चपेट में ले लिया है. वहीं इन सबके बीच सैटेलाइट से जंगल की निगरानी कर रहे वन विभाग के दावों की पोल खुलती नजर आ रही है. कहते हैं कि जिस जंगल में साल में एक बार आग लगती हैं, वहां अगली पीढ़ी के पौधे पूरी तरह से नष्ट हो जाते हैं, इतना ही नहीं बायोडायवर्सिटी के तहत आने वाले कई सूक्ष्म जीव जंतु भी इस आग में जलकर खत्म हो जाते हैं और फिर उन्हें पनपने में पूरा साल लग जाता है.

डिप्टी रेंजर को नहीं घटना की जानकारी
इस संबंध में जब नवागढ़ वन परिक्षेत्र कार्यालय पहुंचकर संबंधित डिप्टी रेंजर से फोन पर चर्चा की गई, तो उन्होंने पास के गांव में होने की बात कहकर इसके बारे में कोई जानकारी नहीं होने की बात कही. इसके बाद उन्होंने चौकीदारों को भेजकर दिखाने की बात कही.

गरियाबंद: बिंद्रानवागढ़ वन परिक्षेत्र के सैकड़ों एकड़ जंगल में फैली आग अब विकराल रूप लेती जा रही है. जंगल धू-धू कर जल रहा है, लेकिन आग बुझाने वाला कोई नहीं है. फायर वाचर चौकीदार और अन्य कर्मचारी भी दूसरे कामों में व्यस्त हैं. नौतपे की बीच चल रही तेज हवाएं इस आग को कई किलोमीटर दूर तक फैला रही है. इसे लेकर वन विभाग कम और ग्रामीण ज्यादा परेशान हैं.

जल रहा जंगल, अधिकारी नहीं दे रहे ध्यान

दरअसल, बीती रात से ही जंगल में आग लगी हुई थी ग्रामीणों ने ETV भारत की टीम को सोमवार 10 बजे के करीब सूचना दी, जिसके बाद हमारी टीम वहां पहुंची. वहां यह देखकर काफी आश्चर्य हुआ कि आग बुझाने कोई मौजूद ही नहीं है. वन विभाग को जानकारी देने के बावजूद भी कर्मचारी काफी देर बाद भी वहां नहीं पहुंचे.

सैकड़ों एकड़ के जंगल जलकर खाक
बताया जा रहा है कि आग बीती रात से लगी हुई थी. आग ने कामेपुर के सैकड़ों एकड़ के जंगल को अपने चपेट में ले लिया है. वहीं इन सबके बीच सैटेलाइट से जंगल की निगरानी कर रहे वन विभाग के दावों की पोल खुलती नजर आ रही है. कहते हैं कि जिस जंगल में साल में एक बार आग लगती हैं, वहां अगली पीढ़ी के पौधे पूरी तरह से नष्ट हो जाते हैं, इतना ही नहीं बायोडायवर्सिटी के तहत आने वाले कई सूक्ष्म जीव जंतु भी इस आग में जलकर खत्म हो जाते हैं और फिर उन्हें पनपने में पूरा साल लग जाता है.

डिप्टी रेंजर को नहीं घटना की जानकारी
इस संबंध में जब नवागढ़ वन परिक्षेत्र कार्यालय पहुंचकर संबंधित डिप्टी रेंजर से फोन पर चर्चा की गई, तो उन्होंने पास के गांव में होने की बात कहकर इसके बारे में कोई जानकारी नहीं होने की बात कही. इसके बाद उन्होंने चौकीदारों को भेजकर दिखाने की बात कही.

Intro:गरियाबंद जिले के जंगल धू-धू कर जल रहे हैं और आग बुझाने वाला कोई नहीं है सैकड़ों एकड़ जंगल में फैली हुई आग विकराल रूप लेती जा रही है और फायर वाचर चौकीदार और अन्य कर्मचारी दूसरे कार्यों में व्यस्त हैं नोतपे के बीच तेज हवाएं इस आग को कई किलोमीटर दूर फैला रही है लेकिन इसे लेकर वन विभाग कम और ग्रामीण अधिक चिंतित और परेशान हैं घटनास्थल पहुंचने के बाद जब हमने जंगल की पीड़ा को समझते हुए वन विभाग को इसकी सूचना दी तो वन विभाग के कर्मचारी हम से ही सही लोकेशन बताने की बात कहते रहे जब की आग बीती रात से लगी हुई थी और कामेपुर के सैकड़ों एकड़ के जंगल को अपने चपेट में ले चुकी थी इन सबके बीच सैटेलाइट से जंगल की आग की निगरानी के वन विभाग के दावों की पोल खुलती नजर आ रही हैं


Body:यह माना जाता है कि जिस जंगल में साल में एक बार आग लगती है वहां य अगली पीढ़ी के पौधे पूरी तरह नष्ट हो जाते हैं इतना ही नहीं बायोडायवर्सिटी के तहत आने वाले कई सूक्ष्म जीव जंतु भी इस आग के चलते खत्म हो जाते हैं और फिर उन्हें पनपने में पूरा साल लग जाता है यही कारण है वनों को आग से बचाने विभाग बड़े लोग तो काफी गंभीर रहते हैं लेकिन फील्ड के कर्मचारी इसे अपने लिए परेशानी और बिना फायदे वाला काम मानकर वनों को आग से बचाने और आग लगने पर बुझाने के कम की बजाए दूसरे कार्यो में अधिक रुचि लेते हैं

ऐसा ही कुछ नजारा आज गरियाबंद के बिंद्रा नवागढ़ वन परिक्षेत्र में देखने को मिला जहां कामेंपुर बीट का जंगल जल रहा था और वहां के डिप्टी रेंजर वन अधिकार के कार्य में होने की बात कह रहे थे इतना ही नहीं जिन फायर वाचरो और वन सुरक्षा चौकीदारों की ड्यूटी वनों को आग से बचाने के लिए लगाई जाती है वह भी आग लगने वाले स्थान पर नजर नहीं आए।

दरअसल बीती रात से ही जंगल में आग लगी हुई थी ग्रामीणों ने ईटीवी भारत की टीम को आज 10:00 बजे के करीब सूचना दी जिसके बाद हमारी टीम तो वहां पहुंच गई लेकिन वहां यह देखकर काफी आश्चर्य हुआ कि आग1 बुझाने कोई मौजूद ही नहीं है बड़ी भयंकर किस्मत से काफी बड़े इलाके में सैकड़ों एकड़ जंगल धू-धू कर जल रहा है आग धीरे-धीरे और अधिक विकराल रूप ले रही थी और इन सब के बीच अचानक हवाएं तेज हुई तो आग ने और अधिक विकराल रूप लेना प्रारंभ कर दिया हवाओं के साथ जलते हुए पत्ते जंगल में काफी दूर जाकर गिर रहे थे और जहां वे गिरते वहां भी आग लगना प्रारंभ हो रही थी हमने अपनी जिम्मेदारी निभाई और वन विभाग के कुछ कर्मचारियों को इसकी सूचना भी दी लेकिन उस इलाके के कर्मचारी काफी देर बाद भी वहां नहीं पहुंचे


आग की लपटें कई फीट ऊपर तक उठ रही थी और जंगल में छोटे बड़े सभी पौधों को जलाकर नष्ट कर दे रही थी इस आग की भयावहता देखकर यह स्पष्ट समझ में आ रहा था कि वन्य जीव ऐसे में इस जंगल में बिल्कुल नहीं रह सकते हैं इस परिस्थिति में उन्हें जंगल छोड़कर जाना या कई बार इस आग का शिकार बनना पड़ता है इस संबंध में जब नवागढ़ वन परिक्षेत्र कार्यालय पहुंचकर संबंधित डिप्टी रेंजर से फोन पर चर्चा की गई तो उन्होंने पास के गांव में होने की बात तो कही मगर इस विकराल रूप ले चुकी आग के बारे में कोई जानकारी नहीं होने की बात कही इसके बाद उन्होंने चौकीदारों को भेज कर दिखाने की बात कही

इस घटना से कई बड़े सवाल खड़े हो रहे हैं

सेटेलाइट से आग की निगरानी के दावों की हकीकत आखिर क्या है

आखिर वनों को आग से बचाने वाले कर्मचारी फायर वाचर एवं वन सुरक्षा चौकीदार कहां थे

आखिर क्यों जनता वन विभाग की बजाए मीडिया को आग की जानकारी दे रही है क्या वन विभाग आग बुझ जाएगी यह भरोसा जनता का उठ गया है


क्षेत्र में मौजूद होने के बावजूद वन विभाग के अधिकारी रेंजर एवं डिप्टी रेंजर अपने दूसरे विभागीय कार्यों में जुटे रहे और उन्हें इस सैकड़ों एकड़ में फैली आग की जानकारी कैसे नहीं लगी


आग बुझाने कोई आधुनिक और पर्याप्त इंतजाम क्यों नहींConclusion:बाइट मोहनलाल साहू डिप्टी रेंजर

क्लोजिंग p2c फरहाज मेमन संवाददाता
Last Updated : May 27, 2019, 9:19 PM IST
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.