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अन्नदाता के हाथ हैं खाली, कैसे मनाएंगे दिवाली

त्योहारी सीजन में किसानों की चिंता लगातार बढ़ती जा रही है. दीपों के त्योहार दीपावली को जहां दो दिन बचे हैं, फसल खराब होने की वजह से किसानों के हाथ खाली हैं, ऐसे में उन्हें यह चिंता सता रही है, कि इस साल वो रोशनी का त्योहार कैसे मनाएंगे.

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Published : Oct 25, 2019, 7:33 PM IST

Updated : Oct 25, 2019, 11:54 PM IST

बारिश से किसान संकट में

गरियाबंद: प्रदेश भर में हो रही बारिश से किसान संकट में नजर आ रहे हैं. बारिश की वजह से खेत पर तैयार फसल बर्बाद हो गई है. इस वजह से दिवाली से पहले अच्छी फसल की उम्मीद कर रहे किसानों के चेहरे पर मायूसी छा गई है.

बारिश से किसान संकट में

अच्छी फसल की उम्मीद लगाए बैठे किसानों के लिए बारिश परेशानी लेकर आई है. दिवाली के ठीक 8 दिनों पहले हुई बारिश की वजह से फसलें खराब हो गई हैं. जहां बंपर फसल की आस लगाए बैठे किसान को अब ये चिंता सताने लगी है कि, उनकी लागत निकल पाएगी या नहीं.

पढ़ें: 21 साल में महापौर क्यों नहीं बन सकते : भूपेश बघेल

दिवाली को लेकर चिंतित किसान

किसान दिवाली के त्योहार को लेकर खासे चिंतित नजर आ रहे हैं. किसानों का कहना है कि 'उन्होंने इस उम्मीद के साथ तैयारी की थी कि दिवाली से पहले अर्ली वैरायटी की फसल बेचकर उससे मिलने वाली रकम से वो अच्छे से दिवाली मनाएंगे, लेकिन मौसम की मार की वजह से किसानों के हाथ अब पूरी तरह खाली हो चुके हैं.'
सैकड़ों एकड़ से ज्यादा की फसल बर्बाद हो चुकी है, अब सरकार को इस पर कुछ राहत देने की कोशिश करनी चाहिए. फसल बीमा के तहत राशि दिलाने की मांग भी किसान उठा रहे हैं.

गरियाबंद: प्रदेश भर में हो रही बारिश से किसान संकट में नजर आ रहे हैं. बारिश की वजह से खेत पर तैयार फसल बर्बाद हो गई है. इस वजह से दिवाली से पहले अच्छी फसल की उम्मीद कर रहे किसानों के चेहरे पर मायूसी छा गई है.

बारिश से किसान संकट में

अच्छी फसल की उम्मीद लगाए बैठे किसानों के लिए बारिश परेशानी लेकर आई है. दिवाली के ठीक 8 दिनों पहले हुई बारिश की वजह से फसलें खराब हो गई हैं. जहां बंपर फसल की आस लगाए बैठे किसान को अब ये चिंता सताने लगी है कि, उनकी लागत निकल पाएगी या नहीं.

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दिवाली को लेकर चिंतित किसान

किसान दिवाली के त्योहार को लेकर खासे चिंतित नजर आ रहे हैं. किसानों का कहना है कि 'उन्होंने इस उम्मीद के साथ तैयारी की थी कि दिवाली से पहले अर्ली वैरायटी की फसल बेचकर उससे मिलने वाली रकम से वो अच्छे से दिवाली मनाएंगे, लेकिन मौसम की मार की वजह से किसानों के हाथ अब पूरी तरह खाली हो चुके हैं.'
सैकड़ों एकड़ से ज्यादा की फसल बर्बाद हो चुकी है, अब सरकार को इस पर कुछ राहत देने की कोशिश करनी चाहिए. फसल बीमा के तहत राशि दिलाने की मांग भी किसान उठा रहे हैं.

Intro:संकट में अन्नदाता : हाथ खाली कैसे मनेगी दिवाली, बारिश से सैकड़ों एकड़ फसल को नुकसान,

एंकर---गरियाबंद समेत प्रदेश के कई जिलों में अन्नदाता संकट में नजर आ रहे हैं......बीते 8 दिनों से रुक-रुक कर हो रही बारिश और कल दिन भर हुई वर्षा ने किसानों को परेशानी में डाल दिया है Body:दरअसल किसानों की फसल लगभग पक कर तैयार हो चुकी थी कई स्थानों पर खेतों में कटाई चल रही थी इसी बीच जिसका डर किसानों को था वही हुआ और बारिश से खेत गिले हो गए जिन खेतों में फसल काटकर किसानों ने रखी थी वह फसल पानी में डूब गई इसके अलावा किसानों की खड़ी फसल को भी बारिश ने काफी नुकसान पहुंचाया है जहां अर्ली वैरायटी की फसल जो काटने की स्थिति में पहुंच गई थी अब आने वाले 20 दिन और फसल काटने की स्थिति नहीं रह पाएगी वही लेट वैरायटी की फसल में अभी दाने आ रहे थे जो इस मौसम के कारण नहीं आ रहे हैं किसान इसे बदरा कहते हैं अर्थात फसल खड़ी तो दिखेगी मगर धान के अंदर चावल के दाने रहेंगे ही नहीं....दिवाली पूर्व अच्छी फसल की उम्मीद लगाए बैठे किसानों की पक चुकी फसल ही आवक का एक जरिया थी मगर एन दिवाली से पहले बीते 8 दिन से हो रही बारिश ने एक तरह से सब कुछ बर्बाद कर रख दिया है जहां 8 दिन पहले किसान बंपर फसल की बात कह रहा था वही 8 दिन के मौसम परिवर्तन और बारिश ने किसानों को लागत निकलने को लेकर भी संशय में डाल दिया है इन सबके बीच अब किसान दिवाली त्योहार को लेकर खासे चिंतित नजर आ रहे हैं किसानों का कहना है कि तैयारी और उम्मीद थी कि दिवाली के पहले अर्ली वैरायटी की फसल बेचकर उस पैसे से दीवाली मनाएंगे मगर अब मौसम की मार के चलते किसानों के हाथ अब पूरी तरह खाली नजर आ रहे हैं किसान चिंतित हैं खाली हाथ कैसे मनेगी दिवाली किसानों का कहना है कि सैकड़ों एकड़ फक्त की फसल बर्बाद हो चुकी है अब सरकार को इस पर कुछ राहत देने की कोशिश करनी चाहिए फसल बीमा के तहत राशि दिलाने की मांग भी उठना प्रारंभ हो गई है

Conclusion:आज धनतेरस पर हर साल किसानों द्वारा जमकर खरीदी की जाती थी मगर इस साल किसानों के पास पैसे नहीं हैं और कुल मिलाकर अन्नदाता संकट में नजर आ रहा है

बाइट--नेतराम यादव, परेसान किसान
बाइट--धेलूराम ठाकुर किसान।
बाइट-- दयालु राम पीड़ित किसान खेत में बैठा हुआ
Last Updated : Oct 25, 2019, 11:54 PM IST
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