तिरुपति/गरियाबंद: तिरुपति से अपहरण हुए शिवम साहू को आंध्र प्रदेश पुलिस ने उसके परिजनों से मुलाकात करवाई. रविवार को तिरुपति पुलिस ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पूरे मामले की जानकारी दी. पुलिस ने शिवम से उसके माता-पिता को भी मिलवाया. इस दौरान बच्चे के परिजन काफी भावुक हुए. तिरुपति पुलिस अधीक्षक ने पूरे मामले की जानकारी मीडिया को दी. आंध्रा पुलिस ने शनिवार को विजयवाड़ा में शिवम को सकुशल बरामद किया था. बहरहाल बच्चे को उसके परिजनों को सुपुर्द करने की कार्रवाई की जा रही है.
माता-पिता ने पुलिस का जताया आभार
शिवम साहू के पिता उत्तम साहू ने आंध्र प्रदेश पुलिस का आभार जताया है. ईटीवी भारत से बातचीत में उन्होंने कहा कि अपहरण की शिकायत के बाद से ही आंध्रा पुलिस उन्हें लगातार विश्वास दिलाती रही कि उनका बच्चा मिल जाएगा. उत्तम साहू ने कहा कि आंध्रा पुलिस का वे जीवन भर आभारी रहेंगे. इस मौके पर शिवम के पिता उत्तम साहू ने पुलिस के साथ सेल्फी भी ली. शिवम की मां ने कहा कि शिवम के अपहरण के बाद से वे बहुत परेशान थीं. उन्होंने भी आंध्र प्रदेश पुलिस का आभार जताया है.
27 फरवरी को हुआ था अपहरण
अपने परिवार वालों के साथ शिवम तिरुपति दर्शन के लिए गया हुआ था. जहां 27 फरवरी को तिरुपति बस स्टैंड से उसका अपहरण कर लिया गया था. शनिवार को विजयवाड़ा से आंध्र प्रदेश पुलिस ने शिवम साहू को बरामद किया था. इसके बाद पुलिस ने शिवम को चाइल्डलाइन की सुरक्षा में रखा था.
शनिवार को विजयवाड़ा में मिला शिवम
शनिवार की शाम आंध्र प्रदेश पुलिस को विजयवाड़ा बस स्टैंड पर शिवम साहू मिला था. पुलिस ने बताया कि अपरहरणकर्ता बच्चे को बस स्टैंड में छोड़कर चले गए थे.
पुलिस को अपहरणकर्ता का चला पता
जानकारी के मुताबिक 2 दिन पहले आंध्र प्रदेश के वी कोटा नामक गांव में अपहरणकर्ता का घर पुलिस को मिला था. अपहरणकर्ता का नाम भी पता चल चुका था. वहां उन्हें कोई नहीं मिला था. बताया जा रहा है कि अपहरणकर्ता कैटरिंग और मजदूरी का काम करता था. एक और जानकारी जो सामने आई है, उसके अनुसार अपहरणकर्ता के एक बेटे की कुछ महीने पहले बुखार से मौत हो चुकी थी, जिसकी उम्र शिवम के बराबर ही थी. इस गांव में बच्चों के अपहरण का एक गैंग भी सक्रिय है. अपहरणकर्ता का संबंध उस गैंग से था या नहीं इसका कोई प्रमाण नहीं मिला है. पुलिस हर एंगल से मामले की जांच कर रही है.
बड़ी खबर: तिरुपति से लापता हुआ गरियाबंद का शिवम विजयवाड़ा में मिला
अपना नाम भूल गया है शिवम
पुलिस ने बच्चे से जब पूछताछ की तो उसने अपने पिता की नाम की जगह अपहरणकर्ता का नाम बताया. माता का नाम पूछने पर उसने अपहरणकर्ता की पत्नी का नाम लिया. वहीं जब स्कूल के बारे में पूछा गया तो उसने गरियाबंद के एक स्कूल का नाम लिया. शिवम की मां ने बताया कि अपहरणकर्ता ने बच्चे को इतना डरा-धमकाया कि वो अपना नाम ही भूल गया है. उसे सिर्फ स्कूल का ही नाम याद है.
अपने परिजनों के साथ तिरुपति दर्शन के लिए गया था शिवम
गरियाबंद के कुरूद गांव से 58 दर्शनार्थियों को लेकर 27 फरवरी को एक बस तिरुपति बालाजी गई थी. इसी बस में गांव में शिक्षक उत्तम साहू भी परिवार के साथ गए थे. सभी लोग वहां पहुंचने के बाद बस स्टैंड पर ही खाना खा रहे थे. इसी बीच रात करीब 9 बजे उनका 6 साल का बेटा शिवम अचानक लापता हो गया. बच्चे को वहां नहीं देख परिजनों और दोस्तों ने आसपास काफी तलाश किया, लेकिन उसका कुछ पता नहीं चला था. स्थानीय तिरुपति सिटी थाने में FIR के बाद भी बच्चे का पता नहीं चलने पर परिजनों ने छत्तीसगढ़ सरकार से मदद की गुहार लगाई थी. वहीं गरियाबंद एसपी भी लगातार आंध्र प्रदेश पुलिस के लगातार संपर्क में थे. आंध्र प्रदेश पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज भी जारी किए थे. जिसमें अपहरणकर्ता शिवम को ले जाते दिखे थे.