दुर्ग/भिलाई: अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के दिन दुर्ग पुलिस ने महिला सशक्तिकरण की अनोखी मिसाल पेश की है. नाइट पेट्रोलिंग पर 120 महिला पुलिसकर्मी निकलीं. उन्होंने पूरी रात पेट्रोलिंग कर यह संदेश दिया कि पुरुषों की तरह वे भी तमाम कार्य कर सकती हैं. इस दौरान एक महिला पुलिस अपने छोटे बच्चे के साथ वहीं मौजूद रहीं. महिला पुलिसकर्मियों ने कहा कि चाहे रात के 12 बजे हों या सुबह के 4, हम हमेशा तैयार हैं.
महिला सशक्तिकरण का दिया संदेश
महिला दिवस के अवसर पर कंट्रोल रूम से लेकर थानों में महिला पुलिसकर्मी ही दिखाई दीं. शहर में नाइट पेट्रोलिंग के लिए केवल महिला पुलिसकर्मी ही तैनात की गई हैं. दुर्ग ग्रामीण एडिशनल एसपी प्रज्ञा मेश्राम ने ETV भारत को बताया कि इस गश्त के माध्यम से यह संदेश देना चाहते हैं कि हम महिलाएं किसी भी मामले में पुरुषों से पीछे नहीं हैं. उन्होंने कहा कि पुलिस की यूनिफॉर्म पहने ये महिलाएं न केवल दिन में ड्यूटी करने के लिए सशक्त हैं, बल्कि रात में भी समाज को सुरक्षा देने के लिए प्रतिबद्ध हैं. महिला पुलिस हर तरह की वारदात को सुलझाने के लिए तैयार है.
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120 महिला पुलिसकर्मियों ने संभाली जिम्मेदारी
एडिशनल एसपी प्रज्ञा मेश्राम कहती हैं कि आज 120 महिला पुलिसकर्मी तैनात की गई हैं, जो कंट्रोल रूम से लेकर थाने की रीडिंग तक की जिम्मेदारी संभाले हुए हैं. इसके अलावा वायरलेस ऑपरेटर के रूप में भी महिला टीम तैनात की गई है. उन्होंने कहा कि महिलाएं अपने शहर में बेखौफ होकर घूम सकती हैं, क्योंकि उनकी सुरक्षा के लिए दुर्ग पुलिस तैनात है.