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कोरोना की तीसरी लहर से निपटने के लिए दुर्ग को मिले 18 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर

कोरोना संक्रमण काल (Corona Transition Period) में मरीजों की मदद को सामाजिक संस्थाएं आगे आ रही है. साथ ही विभिन्न कंपनियां भी आगे आ रही है. दिल्ली की डिलेवरी प्राइवेट लिमिटेड ने दो निजी संस्थानों के साथ मिलकर 18 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर दुर्ग जिला प्रशासन (Durg District Administration) को सौंपा है. एक ऑक्सीजन कंसंट्रेटर से एक समय में दो लोगों को ऑक्सीजन दिया जा सकता है. जिससे कई कोरोना मरीजों की जान बच सकती है.

18 oxygen concentrators gets Durg District
दुर्ग को मिले 18 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर
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Published : May 23, 2021, 7:22 PM IST

दुर्ग: कोरोना की दूसरी लहर (Second wave of corona) में पूरे देश में ऑक्सीजन की किल्लत ने हाहाकार मचा दिया. ऑक्सीजन नहीं मिलने के कारण मरीज एक जगह से दूसरी जगह दौड़ लगाते दिखे. ऑक्सीजन पर राजनीति भी जमकर हुई. कई लोगों की मौत ऑक्सीजन की कमी से मौत हो गई. अब कोरोना की तीसरी लहर (third wave of Corona) को लेकर कोई बड़ी लापरवाही ना हो. इसे देखते हुए केंद्र सरकार से लेकर राज्य की सरकारें सचेत हो गई हैं. ऐसे में दिल्ली की डिलेवरी प्राइवेट लिमिटेड ने जोमैटो, पेटीएम कंपनी के के साथ मिलकर दुर्ग जिले में कोविड केयर सेंटरों के लिए 18 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर डोनेट किया है. इसे जिला प्रशासन को सौंपने डिलेवरी प्राइवेट लिमिटेड के रायपुर ब्रांच के कर्मचारी भिलाई पहुंचे. मदद पर जिला प्रशासन ने कंपनी का आभार जताया. वहीं कंसंट्रेटरों को जिले के प्राथमिक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और कोविड हॉस्पिटलों में रखा जाएगा.

दुर्ग को मिले 18 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर

कोरोना की तीसरी लहर के बीएसपी अलर्ट, 500 बिस्तरों के अस्पताल का काम हुआ शुरू

इजराइल से मंगाए गए हैं ऑक्सीजन कंसंट्रेटर

डिलेवरी प्राइवेट लिमिटेड के ब्रांच मैनेजर शशिभूति ने बताया कि ऑक्सीजन कंसंट्रेटर को इजरायल से मंगाया गया है. जिसकी खासियत है कि इन्हें हॉस्पिटल में इस्तेमाल होने वाले ऑक्सीजन की तरह उपयोग किया जा सकता है. यह मशीन खुद हवा से ऑक्सीजन अलग कर ऑक्सीजन बनाता है. जिसे लगातार 10-12 घंटों तक इस्तेमाल किया जा सकता है. इलेक्ट्रिक कंसंट्रेटर होने के कारण उपयोग आसान है. ब्रांच मैनेजर शशिभूति ने बताया कि एक कंसंट्रेटर से 2 मरीजों को ऑक्सीजन दिया जा सकता है. एक मशीन की कीमत लगभग 50 हजार है. उन्होंने कहा हमारी कम्पनी प्रदेश के रायपुर, दुर्ग, बिलासपुर, रायगढ़, जगदलपुर में भी इस तरह से कंसंट्रेटर डोनेट करेगी.


ग्रीन सिटी के लोग मटमैला पानी पीने को मजबूर, डायरिया और पीलिया का बढ़ा खतरा

ऑक्सीजन की कमी से मिलेगी मुक्ति
कांग्रेस महासचिव अरुण सिसोदिया (Congress General Secretary Arun Sisodia) ने भिलाई के लाइवलीहुड कॉलेज के कोविड केयर सेंटर में ऑक्सीजन कंसंट्रेटर को रिसीव किया. कंपनी का आभार व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि कोरोना के इस भीषण आपदा में लोग ऑक्सीजन की कमी से जूझ रहे हैं. ऐसे में दुर्ग जिले में आपदा के इस वक्त इस तरह का सहयोग महत्वपूर्ण है. उन्होंने कहा कि अब हमें विश्वास है कि जिले में ऑक्सीजन की कमी से किसी कोरोना संक्रमित की मौत नहीं होगी. जिला प्रशासन कोरोना की तीसरी लहर को लेकर अलर्ट है. दुर्ग कोरोना के खिलाफ जंग निश्चित ही जीतेगा.

दुर्ग: कोरोना की दूसरी लहर (Second wave of corona) में पूरे देश में ऑक्सीजन की किल्लत ने हाहाकार मचा दिया. ऑक्सीजन नहीं मिलने के कारण मरीज एक जगह से दूसरी जगह दौड़ लगाते दिखे. ऑक्सीजन पर राजनीति भी जमकर हुई. कई लोगों की मौत ऑक्सीजन की कमी से मौत हो गई. अब कोरोना की तीसरी लहर (third wave of Corona) को लेकर कोई बड़ी लापरवाही ना हो. इसे देखते हुए केंद्र सरकार से लेकर राज्य की सरकारें सचेत हो गई हैं. ऐसे में दिल्ली की डिलेवरी प्राइवेट लिमिटेड ने जोमैटो, पेटीएम कंपनी के के साथ मिलकर दुर्ग जिले में कोविड केयर सेंटरों के लिए 18 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर डोनेट किया है. इसे जिला प्रशासन को सौंपने डिलेवरी प्राइवेट लिमिटेड के रायपुर ब्रांच के कर्मचारी भिलाई पहुंचे. मदद पर जिला प्रशासन ने कंपनी का आभार जताया. वहीं कंसंट्रेटरों को जिले के प्राथमिक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र और कोविड हॉस्पिटलों में रखा जाएगा.

दुर्ग को मिले 18 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर

कोरोना की तीसरी लहर के बीएसपी अलर्ट, 500 बिस्तरों के अस्पताल का काम हुआ शुरू

इजराइल से मंगाए गए हैं ऑक्सीजन कंसंट्रेटर

डिलेवरी प्राइवेट लिमिटेड के ब्रांच मैनेजर शशिभूति ने बताया कि ऑक्सीजन कंसंट्रेटर को इजरायल से मंगाया गया है. जिसकी खासियत है कि इन्हें हॉस्पिटल में इस्तेमाल होने वाले ऑक्सीजन की तरह उपयोग किया जा सकता है. यह मशीन खुद हवा से ऑक्सीजन अलग कर ऑक्सीजन बनाता है. जिसे लगातार 10-12 घंटों तक इस्तेमाल किया जा सकता है. इलेक्ट्रिक कंसंट्रेटर होने के कारण उपयोग आसान है. ब्रांच मैनेजर शशिभूति ने बताया कि एक कंसंट्रेटर से 2 मरीजों को ऑक्सीजन दिया जा सकता है. एक मशीन की कीमत लगभग 50 हजार है. उन्होंने कहा हमारी कम्पनी प्रदेश के रायपुर, दुर्ग, बिलासपुर, रायगढ़, जगदलपुर में भी इस तरह से कंसंट्रेटर डोनेट करेगी.


ग्रीन सिटी के लोग मटमैला पानी पीने को मजबूर, डायरिया और पीलिया का बढ़ा खतरा

ऑक्सीजन की कमी से मिलेगी मुक्ति
कांग्रेस महासचिव अरुण सिसोदिया (Congress General Secretary Arun Sisodia) ने भिलाई के लाइवलीहुड कॉलेज के कोविड केयर सेंटर में ऑक्सीजन कंसंट्रेटर को रिसीव किया. कंपनी का आभार व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा कि कोरोना के इस भीषण आपदा में लोग ऑक्सीजन की कमी से जूझ रहे हैं. ऐसे में दुर्ग जिले में आपदा के इस वक्त इस तरह का सहयोग महत्वपूर्ण है. उन्होंने कहा कि अब हमें विश्वास है कि जिले में ऑक्सीजन की कमी से किसी कोरोना संक्रमित की मौत नहीं होगी. जिला प्रशासन कोरोना की तीसरी लहर को लेकर अलर्ट है. दुर्ग कोरोना के खिलाफ जंग निश्चित ही जीतेगा.

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