रायपुर: छत्तीसगढ़ की प्रसिद्ध लोक कलाकर और पंडवानी गायिका तीजन बाई की तबीयत गुरुवार को अचानक बिगड़ गई है. दस दिन पहले उन्हें पैरालिसिस का अटैक आया था. उसके बाद सेक्टर-9 अस्पताल में इलाज हुआ. तीजन बाई की तबीयत पहले से ठीक है. दो बेटों के निधन के बाद से ही तीजन बाई का स्वास्थ्य खराब चल रहा था. इसके बाद उन्हें पैरालिसिस की शिकायत भी हुई.
सीएम ने तीजन बाई का ध्यान रखने के दिये निर्देश: मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पद्मविभूषण तीजन बाई जी की तबियत खराब होने की सूचना मिलने पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने मामले को तत्काल संज्ञान में लिया. सीएम के संज्ञान में लेने के बाद डॉक्टरों की टीम तीजन बाई के घर पहुंची और उनका जांच किया. मुख्यमंत्री बघेल ने जिला प्रशासन को तीजन बाई की सेहत का पूरा ध्यान रखने के निर्देश दिए हैं. सीएमओ ने इस इसकी जानकारी आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर दी है.
छत्तीसगढ़ की पहचान, पंडवानी की 'रानी' तीजन बाई |
लड़कियां हर क्षेत्र में बजा रही हैं कामयाबी का डंका, उन्हें करें सपोर्ट- तीजन बाई |
तीजनबाई को मिला पहला लोकनिर्मला सम्मान, सीएम योगी ने किया सम्मानित |
विदेशों में लहराया पंडवानी का परचम: पंडवानी में दुशासन वध के प्रसंग पर तीजन का पॉवरफुल प्रदर्शन सबसे ज्यादा लोकप्रिय है. वहीं तीजन की लोकप्रियता छत्तीसगढ़ के साथ-साथ दूसरे राज्यों में भी है. 1980 में तीजन बाई ने सांस्कृतिक राजदूत के रूप में इंग्लैंड, फ्रांस, स्विट्ज़रलैंड, जर्मनी, टर्की, माल्टा, साइप्रस, रोमानिया और मॉरीशस की यात्रा की.
तीजनबाई को मिले हैं कई पुरस्कार: छत्तीसगढ़ की प्रसिद्ध पंडवानी गायिका डॉ तीजन बाई को साल 1988 में पद्मश्री सम्मान मिला. 1995 में उन्हें संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार से सम्मानित किया गया. 2003 में कला के क्षेत्र में पद्म भूषण से अलंकृत की गईं. 2007 में उन्हें नृत्य शिरोमणि से भी सम्मानित किया जा चुका है. 2017 में खैरागढ़ संगीत विवि से डी लिट की मानद उपाधि दी गई. साल 2019 में पद्म विभूषण से उन्हें सम्मानित किया गया. तीजनबाई को अब तक 4 डी लिट सम्मान मिले हैं. साथ ही उन्हें जापान में फुकोका पुरस्कार भी मिला है.