दुर्ग: जिले में 11 दिनों का टोटल लॉकडाउन लगाया गया था. इस दौरान सड़कों पर बेवजह घूमने वालों के खिलाफ कार्रवाई हुई. लॉकडाउन का उल्लंघन करने वाले दुकानदारों के खिलाफ भी प्रशासन ने कार्रवाई की. दुकानों में तालाबंदी की गई.
नगर निगम और पुलिस की संयुक्त टीम को ग्रामीण इलाकों के बाजार में गाइडलाइन का पालन कराने की जिम्मेदारी दी गई थी. ग्रामीण इलाकों के लिए शहर से जो सड़कें जाती हैं. उन पर बैरीकेडिंग लगाई गई थी.
दुर्ग में लगातार बढ़ रहा कोरोना का ग्राफ
जिले में लॉकडाउन के बावजूद कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा 12 हजार के पास पहुंच गया है. दुर्ग जिले में लगभग 400 लोगों से ज्यादा लोगों की कोरोना से मौत हो चुकी है. लगातार बढ़ रहे इस महामारी की चेन को तोड़ने के लिए जिला प्रसाशन ने लॉकडाउन का निर्णय लिया था.
लॉकडाउन रहा सफल-जिला प्रशासन
लॉकडाउन पर दुर्ग के एडिशनल एसपी रोहित झा का कहना है कि लॉकडाउन के नियमों के पालन में जनता ने भी अच्छा सहयोग किया है. लगभग 45 जगह पेट्रोलिंग प्वाइंट फिक्स किए गए थे.जिले के सभी थाना प्रभारी अपने-अपने थाने क्षेत्र में पेट्रोलिंग कर रहे हैं. लगातार लोगों को समझाइश दी जा रही है. बेवजह घर से बाहर ना निकले. बेवजह घर से बाहर निकलने वाले लगभग 200 से ज्यादा लोगों पर चालानी कार्रवाई की गई. तो वही लॉकडाउन के बाद भी बेवजह घर से बाहर निकलने वालों के खिलाफ महामारी अधिनियम के तहत कार्रवाई की गई.