दुर्ग: पाकिस्तान से निकला सिख समाज का जत्था रविवार को भिलाई-दुर्ग पहुंचा. इस प्रकाश यात्रा के स्वागत के लिए सिख समाज के हजारों लोगों की ओर से जगह-जगह भव्य स्वागत किया गया. सिख समाज की ओर से 12 नवंबर को अपने पहले धर्म गुरु नानक देव का 550वां प्रकाश पर्व मनाया जाएगा.
गुरु नानक देव के संदेश को दुनियाभर में पहुंचाने के लिए अंतरराष्ट्रीय यात्रा निकाली गई है. यह गुरुनानक प्रकाश यात्रा 1 अगस्त से पाकिस्तान के नानकाणा साहिब से निकालकर भारत के विभिन्न शहरों से होते हुए आज दुर्ग पहुंची जहां कुम्हारी न्यू खुर्सीपार, पावर हाउस, सुपेला में भव्य स्वागत किया गया. इसके बाद ये दुर्ग के खालसा स्कूल ग्राउंड पहुंची, जहां संगत के लिए लंगर एवं विश्राम के बाद शिवनाथ नदी गुरुद्वारा से होते हुए यात्रा राजनादगांव के लिए रवाना हुई.
इस प्रकाश यात्रा में गुरुनानक देव जी के अस्त्र-शस्त्र ,चरण पादुका को एक वाहन में लेकर यात्रा पहुंची. बड़ी संख्या में समाज के लोगों ने माथा टेक का प्रार्थना की. यह यात्रा 9 नवंबर को नानकाणा वापस पहुंचेगी, जहां एक बड़ा कार्यक्रम का आयोजन किया गया है.
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पाकिस्तान से निकले सिख समाज की यात्रा का उद्देश्य
स्वागत करने वाले सभी सिक्ख समाज के लोगों का धन्यवाद देते हुए दोहे के माध्यम से यात्रा का उद्देश्य बताया कि इस प्रकाश पर्व यात्रा का मुख्य उद्देश गुरुनानक देव जी के विचारों को सभी लोगों तक पहुंचाना है जैसा कि गुरुनानक जी का मानना था कि हर व्यक्ति में परमात्मा का पुंज है. छोटा या बड़ा नहीं है सभी इंसान सामान हैं. इसी भाईचारा समानता के उद्देश्य को लेकर यह यात्रा निकली गई है.