दुर्ग: 105 घंटे तक चलने वाले राहुल रेस्क्यू ऑपरेशन में NDRF की भिलाई यूनिट की टीम ने बड़ा रोल निभाया है. पहले दिन से ऑपरेशन की कमान संभाले थे. NDRF के जवान सीएम भूपेश बघेल से सम्मानित होने के बाद NDRF की टीम भिलाई दफ्तर पहुंची. भिलाई के लोगों ने NDRF की टीम का सम्मान किया. जांजगीर-चांपा में राहुल साहू की जान बचाने में NDRF की भिलाई यूनिट का बड़ा रोल था.
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एनडीआरएफ जवान सम्मानित: नगर निगम भिलाई के सीनियर पार्षद वशिष्ठ नारायण मिश्रा ने सभी को स्वागत करते हुए सम्मानित किया. NDRF की टीम ने कैसे इस रेस्क्यू ऑपरेशन को अंजाम दिया. यह भी उन्होंने शेयर किया. इस ऑपरेशन में NDRF भिलाई यूनिट से 22 जवानों की टीम गई थी. जिन्होंने प्रशासन, शासन से को-ऑर्डिनेट करते हुए ऑपरेशन को अंजाम दिया है. इस सफलता से सभी जवान उत्साहित हैं.
NDRF का सबसे बड़ा ऑपरेशन: कहते हैं, ये उनका पहला सबसे बड़ा ऑपरेशन था जो लगातार पांच दिनों तक चला. इस ऑपरेशन के दौरान कई चुनौतियां आई थी. जिसे बखूबी उन्होंने फेस किया. NDRF भिलाई यूनिट के टीम कमांडर महावीर मोहंती का कहना है कि, भिलाई यूनिट के जाबाज साथियों ने अपना शानदार परफॉर्मेंस दिया. राहुल को अंदर से निकालने वालों में यूनिट के मेंबर भी है. राहुल को फ्रूट, सेब और केला देने वाला भी हमारी यूनिट का मेंबर है. हम देश की सेवा में आगे इसी तरह योगदान देते रहेंगे.