दुर्ग: न्याय के मंदिर माने जाने वाले न्यायालय के कर्मचारियों ने न्यायधीश के ही खिलाफ सामूहिक रूप से मोर्चा खोल दिया है. कर्मचारियों ने न्यायलय के सामने ही जमीन पर बैठकर न्यायाधीश के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.
दरअसल जिला न्यायलय में 9th ADJ स्मिता रत्नावत ने भृत्य सदानंद यादव को अपने बंगले में भी ड्यूटी पर जाने का निर्देश दिया, लेकिन भृत्य ने इंकार कर दिया. जिसपर न्यायधीश को गुस्सा आया और 4 घंटे तक कोर्ट परिसर के भीतर खड़े रहने की सजा सुना दी, लेकिन कुछ घंटों बाद उसे चक्कर आया और वो जमीन पर गिर गया, इसके बाद मुंह से झाग निकलने लगा, जिसे अस्पताल में भर्ती कराया गया.
भृत्यों ने मिलकर खोला मोर्चा
ADJ के रवैये से नाराज होकर जिला न्यायलय के सभी भृत्य मिलकर मोर्चा खोल दिया है. साथ ही पूर्व में भी स्मिता रत्नावत के बंगले पर भृत्य इतवारी साहू की मौत होने की जांच की मांग करते हुए कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं.
न्यायधीश के बंगले में काम कराने का लगाया आरोप
इसी बीच पुलिस बल को देख अधिवक्ताओं ने नाराजगी जाहिर करते हुए प्रदर्शन होने के बाद चतुर्थ वर्ग कर्मचारियों ने सामूहिक रूप से दुर्ग सिटी कोतवाली पहुंचकर ADJ के खिलाफ शिकायत भी दर्ज कराई है. जहां उन्होंने न्यायाधीश पर आरोप लगाया है कि ऑफिस के साथ-साथ न्यायाधीश के बंगलों पर भी उनके निजी कार्यों को कराया जाता है. साथ ही उन्होंने नेशनल लोक अदालत का भी बहिष्कार करने का निर्णय लिया है.