दुर्ग: छत्तीसगढ़ के हर विधानसभा सीट पर दिग्गज नेताओं का आमना सामना हो रहा है. लेकिन इस बार पाटन विधानसभा क्षेत्र के चुनावी जंग पर सबकी निगाहें टिकी हुई है. क्योंकि इस हाईप्रोफाइल सीट से खुद सीएम भूपेश बघेल चुनावी मैदान में उतरे हैं. ये सीट सीएम का विधानसभा क्षेत्र भी है. दिलचस्प बात तो यह है कि इस सीट पर सीएम बघेल के भतीजे विजय बघेल से ही उनकी चुनावी लड़ाई है. ऐसे में इस क्षेत्र की जनता को किस पर भरोसा है ये तो आने वाला वक्त ही बताएगा.
दरअसल, सीएम भूपेश बघेल अविभाजित मध्यप्रदेश में ही पाटन क्षेत्र से 2 बार चुनाव जीतकर दिग्विजय मंत्रिमंडल के सदस्य बनकर छत्तीसगढ़ की मुख्यधारा की राजनीति के लिए अपनी जमीन तैयार कर चुके थे. यही वजह रही कि साल 2000 में अलग राज्य बनने के बाद प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री अजीत जोगी ने उन्हें अपने मंत्रिमंडल में बतौर राजस्व मंत्री जगह दी.
विजय बघेल और भूपेश बघेल के बीच चुनावी जंग: साल 2003 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस से बगावत कर चुके पूर्व दिग्गज कांग्रेसी विद्याचरण शुक्ल के नेतृत्व में एनसीपी का काफी जोर था. पाटन से कांग्रेस प्रत्याशी भूपेश बघेल के खिलाफ एनसीपी से विजय बघेल ने चुनाव लड़ा. पहली बार विजय बघेल और भूपेश बघेल के बीच चुनावी जंग में भूपेश बघेल 6 हजार 909 मतों से जीते. हालांकि साल 2008 में दूसरी बार विजय बघेल को जीत मिली. इस बार विजय भाजपा की ओर से चुनावी मैदान में थे. साल 2013 में तीसरी बार फिर से बीजेपी ने विजय बघेल को भूपेश बघेल के खिलाफ चुनावी मैदान में उतारा. हालांकि इस बार भूपेश बघेल को जीत मिली. साल 2023 में चौथी बार विजय बघेल और भूपेश बघेल चुनावी मैदान में उतरे.
एक बार विजय बघेल से हार चुके हैं सीएम: दुर्ग जिले के पाटन विधानसभा से मुख्यमंत्री भूपेश बघेल लगातार दो बार जीत दर्ज कर चुके हैं. इस बार बीजेपी ने इस सीट से विजय बघेल को उनके खिलाफ चुनावी मैदान में उतारा है. साल 2008 में विजय बघेल ने अपने चाचा भूपेश को हरा दिया था. हालांकि साल 2003, 2013 और 2018 में भूपेश बघेल ने इस सीट से जीत हासिल की थी. यही कारण है कि इस साल भी पाटन क्षेत्र चर्चा में हैं.