दुर्ग/भिलाई: भिलाई में एक व्यक्ति के जमीन का फर्जी कागजात तैयार कर दूसरे को बेचने का मामला सामने आया है. सुपेला पुलिस ने मामले में फर्जी तरीके से सौदा करने वाले एक गिरोह का भंडा फोड़ किया है. पुलिस ने इस गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया है. साथ ही उनके पास से फर्जी दस्तावेज तैयार करने में इस्तेमाल किया जाने वाला लैपटाप, प्रिंटर, मोबाइल, फर्जी दस्तावेज और दो लाख रुपये नकद जब्त किया है.
आरोपियों ने फर्जी तरीके से बेची जमीन: भिलाई के सुपेला थाना टीआई दुर्गेश शर्मा ने बताया, "पश्चिमी सिंहभूम झारखंड निवासी योगनंदन ने पुलिस से शिकायत की थी कि उसकी कोहका में तीन हजार वर्गफीट जमीन थी. इसे किसी अज्ञात आरोपित ने फर्जी तरीके बेच दी है. आरोपित ने योगनंदन बनकर आसमा खातून और विपिन अग्रवाले नाम के लोगों को बेची थी. आरोपियों ने साजिश के तहत जमीन का सौदा किया था." आरोपी एन रमेश ने योगनंदन यादव बनकर जमीन की रजिस्ट्री की थी. जमीन बेचने के लिए आरोपितों ने फर्जी दस्तावेज तैयार करवाए और उसके आधार पर बैंक में खाता खुलवाया था. इसके बाद उन्हीं फर्जी दस्तावेजों के आधार पर डुप्लीकेट ऋण पुस्तिका हासिल की.
"आरोपितों के खिलाफ धोखाधड़ी, कूटरचना, आपराधिक षडयंत्र और साक्ष्य छिपाने की धाराओं के तहत कार्रवाई की गई है. पुलिस ने तीनों आरोपितों को न्यायालय पेश किया, जहां से उन्हें रिमांड पर जेल भेज दिया गया है." - दुर्गेश शर्मा, टीआई, सुपेला
आरोपियों को रिमांड पर भेजा जेल: घटना की शिकायत पर सुपेला पुलिस ने मामले की जांच शुरू की. रजिस्ट्री के लिए दिए गए दस्तावेजों के आधार पर आरोपितों की पहचान की गई. इस मामले के आरोपी राकेश राय (48), एन रमेश (58) और प्रशांत कुमार पाटिल (44) को गिरफ्तार किया है. पुलिस ने तीनों आरोपियों को न्यायालय के समक्ष पेश किया, जहां से तीनों आरोपियों को रिमांड पर जेल भेजा गया है.