दुर्ग: जिले में कोरोना संक्रमितों का आकंड़ा एक हजार के पार हो चुका है. जिले में अब तक 21 लोग कोरोना की वजह से अपनी जान गंवा चुके हैं. मृतकों की संख्या बढ़ते ही जिला प्रशासन को अब कोरोना संक्रमित शवों के अंतिम संस्कार को लेकर लोगों का विरोध झेलना पड़ रहा है. जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग ने इसके लिए एसओपी का पालन करते हुए शवों के अंतिम संस्कार करने के निर्देश निगम प्रशासन को दिए हैं.
दुर्ग-भिलाई के सार्वजनिक मुक्तिधामों में प्रतिदिन 50 से ज्यादा शवों का अंतिम संस्कार होता है. जिसमें कोविड-19 के मृतकों को भी शामिल किया जा रहा है. मुक्तिधाम के आसपास रहने वाले रहवासियों का मानना है कि मुक्तिधाम में आने वाले मृतकों के परिजनों से भी संक्रमण का खतरा बढ़ गया है, इसे लेकर आम नागरिकों ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा है. कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर भूरे ने भी केंद्र सरकार के निर्देशों, सुरक्षा के साधन और एसओपी के गाइडलाइन के तहत ही शवों के अंतिम संस्कार के निर्देश दिए हैं.
पढ़ें-AIIMS सुसाइड केस: परिवार ने बुजुर्ग के मानसिक रूप से बीमार होने की बात को नकारा
भिलाई नगर निगम के पार्षद रामानंद मौर्या , प्रमोद अग्रवाल समेत लोगों ने कलेक्टर से अन्य जगह पर कोरोना मृतकों के अंतिम संस्कार की व्यवस्था करने की मांग की है. कब्रिस्तान हो या सार्वजनिक मुक्तिधाम सभी जगह इस तरह की मांग उठने लगी है.
लगातार बढ़ रही मृतकों की संख्या
बता दें कि छत्तीसगढ़ में कोरोना संक्रमण बेकाबू हो गया है. दिन-ब-दिन प्रदेश में पॉजिटिव मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है. इसके साथ ही मरने वालों की संख्या में भी इजाफा हुआ है. राज्य में 104 लोगों की कोरोना संक्रमण से मौत हो चुकी है. मंगलवार को प्रदेश में कोरोना से 5 मरीजों की मौत हुई थी.