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दुर्ग में लॉकडाउन में भी नहीं कम हो रहे मरीज, डरा रहे हैं मुक्तिधाम

दुर्ग में कोरोना संक्रमण बेकाबू हो गया है. लगातार कोरोना केस बढ़ते जा रहे हैं, दुर्ग में लॉकडाउन लगने के बाद भी कोरोना के केस नहीं घट रहे हैं.

Corona cases are increasing during lockdown in Durg
दुर्ग में लॉकडाउन
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Published : Apr 9, 2021, 3:48 PM IST

Updated : Apr 10, 2021, 8:51 PM IST

दुर्ग : छत्तीसगढ़ में कोरोना विकराल रूप ले चुका है. दुर्ग सबसे ज्यादा संक्रमित जिलों में से एक है. हर रोज एक हजार के आस-पास मरीज आ रहे हैं, जिससे क्षेत्र में हॉट स्पॉट जैसी स्थिति बन गई है. यहां 6 अप्रैल से लॉकडाउन लगा हुआ है. 144 घंटे की तालाबंदी शेष है.

जिले में 16 हजार 995 पॉजिटिव मरीज अब तक मिल चुके हैं. 830 लोग से कोरोना से जंग हार चुके हैं, वही 31 हजार 850 मरीज इस महामारी से रिकवर हो गए हैं. 17 लाख 21 हजार 862 की जनसंख्या वाले जिले में कोरोना से लड़ने के लिए प्रशासन पूरे दम से लड़ाई लड़ रहा है. इसके बाद भी मरीजों की संख्या और मौतों का सिलसिला नहीं थम रहा है.

बालोद में कोविड और लॉकडाउन से पहले के क्या हाल हैं ?

अस्पतालों की व्यवस्थाएं

जिले में शासकीय और निजी अस्पतालों में कोरोना के इलाज की व्यवस्था की गई है. सरकारी अस्पतालों में 650 ऑक्सीजन और 33 वेंटिलेटर बेड हैं. वहीं निजी अस्पतालों में 300 से अधिक ऑक्सीजन और 200 से अधिक बेड उपलब्ध हैं. जिला प्रशासन सभी शासकीय और निजी अस्पतालों में बेड की संख्या बढ़ाने के निर्देश दिए हैं ताकि कोरोना के मरीजों का सही समय में इलाज कर उनकी जान बचा सके. जिले में जांच किट, वैक्सीन व कोरोना की दवाई पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हैं.

ये इलाके कंटेनमेंट जोन

जिन इलाकों में ज्यादा केस मिल रहे हैं, उन्हें कंटेनमेंट जोन बना दिया गया है. लोगों की आवाजाही पर रोक लगा दी गई है. केलाबाड़ी, साई मंदिर, मॉडल टाउन वार्ड-2 भिलाई, फरीद नगर सुपेला, पूर्व LIG 14/7 नेहरू नगर भिलाई, नेहरू नगर वार्ड 3, दक्षिण वसुंधरा नगर वार्ड- 8 भिलाई 3, सिरसाकला वार्ड- 37 भिलाई 3 शामिल हैं.

जिले में जरूर सामानों की कीमतें लॉक डाउन के पहले सामान्य थीं लेकिन जैसे ही घोषणा हुई थी, सामान की कीमतें दोगुनी हो गई थीं. जो लोग तय दाम से ज्यादा रेट पर सामान बेच रहे थे, उन पर कार्रवाई की गई है.

रायपुर में कोरोना और लॉकडाउन से पहले की स्थिति क्या है ?

4 मुक्तिधामों में हो रहा अंतिम संस्कार

जिले के चार प्रमुख मुक्तिधामों में रोजाना 10 से 15 शवों का अंतिम संस्कार किया जाता है. जिसमें दुर्ग शिवनाथ नदी, रामनगर मुक्तिधाम भिलाई, रिसाली व दादर मुक्तिधाम समेत अन्य मुक्तिधामों में शवों का अंतिम संस्कार किया जाता है. पिछले कुछ दिनों से मौतों की संख्या में वृद्धि देखने को मिली है. जिसके चलते परिजनों को मुक्तिधामों में जगह भी नसीब नहीं हो पा रही है. कई परिजन तो मुक्तिधाम के बाहर अंतिम संस्कार करने को मजबूर हैं.

दूध विक्रेताओं को सुबह 6 से 7 और शाम 6 से 7 बजे तक, न्यूज़ पेपर हॉकरों को सुबह 6 से 8 बजे तक छूट दी गई है.

दुर्ग : छत्तीसगढ़ में कोरोना विकराल रूप ले चुका है. दुर्ग सबसे ज्यादा संक्रमित जिलों में से एक है. हर रोज एक हजार के आस-पास मरीज आ रहे हैं, जिससे क्षेत्र में हॉट स्पॉट जैसी स्थिति बन गई है. यहां 6 अप्रैल से लॉकडाउन लगा हुआ है. 144 घंटे की तालाबंदी शेष है.

जिले में 16 हजार 995 पॉजिटिव मरीज अब तक मिल चुके हैं. 830 लोग से कोरोना से जंग हार चुके हैं, वही 31 हजार 850 मरीज इस महामारी से रिकवर हो गए हैं. 17 लाख 21 हजार 862 की जनसंख्या वाले जिले में कोरोना से लड़ने के लिए प्रशासन पूरे दम से लड़ाई लड़ रहा है. इसके बाद भी मरीजों की संख्या और मौतों का सिलसिला नहीं थम रहा है.

बालोद में कोविड और लॉकडाउन से पहले के क्या हाल हैं ?

अस्पतालों की व्यवस्थाएं

जिले में शासकीय और निजी अस्पतालों में कोरोना के इलाज की व्यवस्था की गई है. सरकारी अस्पतालों में 650 ऑक्सीजन और 33 वेंटिलेटर बेड हैं. वहीं निजी अस्पतालों में 300 से अधिक ऑक्सीजन और 200 से अधिक बेड उपलब्ध हैं. जिला प्रशासन सभी शासकीय और निजी अस्पतालों में बेड की संख्या बढ़ाने के निर्देश दिए हैं ताकि कोरोना के मरीजों का सही समय में इलाज कर उनकी जान बचा सके. जिले में जांच किट, वैक्सीन व कोरोना की दवाई पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हैं.

ये इलाके कंटेनमेंट जोन

जिन इलाकों में ज्यादा केस मिल रहे हैं, उन्हें कंटेनमेंट जोन बना दिया गया है. लोगों की आवाजाही पर रोक लगा दी गई है. केलाबाड़ी, साई मंदिर, मॉडल टाउन वार्ड-2 भिलाई, फरीद नगर सुपेला, पूर्व LIG 14/7 नेहरू नगर भिलाई, नेहरू नगर वार्ड 3, दक्षिण वसुंधरा नगर वार्ड- 8 भिलाई 3, सिरसाकला वार्ड- 37 भिलाई 3 शामिल हैं.

जिले में जरूर सामानों की कीमतें लॉक डाउन के पहले सामान्य थीं लेकिन जैसे ही घोषणा हुई थी, सामान की कीमतें दोगुनी हो गई थीं. जो लोग तय दाम से ज्यादा रेट पर सामान बेच रहे थे, उन पर कार्रवाई की गई है.

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4 मुक्तिधामों में हो रहा अंतिम संस्कार

जिले के चार प्रमुख मुक्तिधामों में रोजाना 10 से 15 शवों का अंतिम संस्कार किया जाता है. जिसमें दुर्ग शिवनाथ नदी, रामनगर मुक्तिधाम भिलाई, रिसाली व दादर मुक्तिधाम समेत अन्य मुक्तिधामों में शवों का अंतिम संस्कार किया जाता है. पिछले कुछ दिनों से मौतों की संख्या में वृद्धि देखने को मिली है. जिसके चलते परिजनों को मुक्तिधामों में जगह भी नसीब नहीं हो पा रही है. कई परिजन तो मुक्तिधाम के बाहर अंतिम संस्कार करने को मजबूर हैं.

दूध विक्रेताओं को सुबह 6 से 7 और शाम 6 से 7 बजे तक, न्यूज़ पेपर हॉकरों को सुबह 6 से 8 बजे तक छूट दी गई है.

Last Updated : Apr 10, 2021, 8:51 PM IST
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