दुर्ग: दुर्ग सिटी कोतवाली पुलिस ने मवेशी तस्कर गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया (Cattle smuggler arrested in Durg) है. पुलिस ने मवेशी से कंटेनर सहित 44 मवेशी जब्त किए हैं. कुछ मवेशी घायल अवस्था में पाए गए. इस घटना के बाद गौसेवा कार्यकर्ताओं ने थाने में जमकर हंगामा किया. साथ ही तस्करों के साथ मारपीट भी की. पुलिस ने कंटेनर को जब्त कर मवेशियों को पुलगांव स्थित गौठान समिति को सौंप दिया है. आरोपियों के खिलाफ पुलिस ने पशु क्रूरता अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर कार्रवाई शुरू (Cattle smuggling cases in Durg) कर दी है.
घेराबंदी कर पुलिस ने मवेशी तस्कर को गिरफ्तार किया : बाईपास स्थित सर्कल रेस्टोरेंट के पास देर रात पुलिस और गौसेवा के कार्यकर्ताओं ने मवेशी तस्करी की सूचना मिलने पर घेराबंदी करते हुए एक कंटेनर को रोककर तलाशी ली. जिसमें 44 मवेशी तस्करी करते पाए गये. कंटेनर में ड्राइवर सहित 3 लोग थे. जिसे हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है. आरोपियों ने सभी मवेशियों को नागपुर (महाराष्ट्र) की ओर ले जाना बताया. जब पुलिस ने आरोपियों से पशु परिवहन के दस्तावेज पेश करने को कहा तो दस्तावेज नहीं होने की बात आरोपियों ने कही. जिसके बाद पुलिस ने कंटेनर समेत आरोपियों को थाने ले आई. पुलिस ने मवेशियों को गौठान में रखा है. पकड़े गए आरोपी कर्नाटक और केरल के रहने वाले हैं, जो पशु तस्करी के मास्टर माइंड कर्नाटक और केरल से लोगों को बुलाकर पशु तस्करी करते थे. बताया जा रहा है कि जिन लोगों को हिन्दी नहीं आती उन लोगों को इस तस्करी में शामिल किया जाता है.
गौसेवा कार्यकर्ताओं ने थाने किया हंगामा: पुलिस और गौसेवा कार्यकर्ताओं ने बाईपास में कंटेनर को रोका, जिसके बाद कार्यकर्ताओं ने ड्राइवर की जमकर पिटाई की. घटना के समय मौजूद पुलिसकर्मियों ने मामले को शांत कराया. फिर पुलिस कंटेनर और आरोपियों को थाने लेकर पहुंची. गौसेवा के कार्यकर्ताओं ने थाने में भी आकर हंगामा किया. जिसके बाद पुलिस की समझाइश के बाद वो शांत हुए.
यह भी पढ़ें: नमक के नीचे छिपा रखा था लाखों का नशा, ऐसे धरे गए तस्कर
पशु क्रूरता अधिनियम के तहत कार्रवाई: इस विषय में सिटी कोतवाली थाना एसएन सिंह ने बताया कि गौ तस्करी की सूचना मिलते ही घेराबंदी को गई. रायपुर से राजनांदगांव की ओर जा रहे एक कंटेनर को रोककर तलाशी ली गई, जिसमे बड़ी संख्या में मवेशी पाए गए. ड्राइवर के दस्तावेज पेश नहीं करने पर आरोपियों के खिलाफ पशु क्रूरता अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर आरोपियों को कोर्ट में पेश कर दिया गया.